HindiKiDuniyacom

जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay in Hindi)

जल संरक्षण

भविष्य में जल की कमी की समस्या को सुलझाने के लिये जल संरक्षण ही जल बचाना है। भारत और दुनिया के दूसरे देशों में जल की भारी कमी है जिसकी वजह से आम लोगों को पीने और खाना बनाने के साथ ही रोजमर्रा के कार्यों को पूरा करने के लिये जरूरी पानी के लिये लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। जबकि दूसरी ओर, पर्याप्त जल के क्षेत्रों में अपने दैनिक जरुरतों से ज्यादा पानी लोग बर्बाद कर रहें हैं। हम सभी को जल के महत्व और भविष्य में जल की कमी से संबंधित समस्याओं को समझना चाहिये। हमें अपने जीवन में उपयोगी जल को बर्बाद और प्रदूषित नहीं करना चाहिये तथा लोगों के बीच जल संरक्षण और बचाने को बढ़ावा देना चाहिये।

जल संरक्षण पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Save Water in Hindi, Jal Sanrakshan par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (300 शब्द) – जल का संरक्षण.

धरती पर जीवन के अस्तित्व को बनाये रखने के लिये जल का संरक्षण और बचाव बहुत जरूरी होता है क्योंकि बिना जल के जीवन सभव नहीं है। पूरे ब्रह्माण्ड में एक अपवाद के रुप में धरती पर जीवन चक्र को जारी रखने में जल मदद करता है क्योंकि धरती इकलौता अकेला ऐसा ग्रह है जहाँ पानी और जीवन मौजूद है।

जल का संरक्षण

पानी की जरुरत हमारे जीवन भर है इसलिये इसको बचाने के लिये केवल हम ही जिम्मेदार हैं। संयुक्त राष्ट्र के संचालन के अनुसार, ऐसा पाया गया है कि राजस्थान में लड़कियाँ स्कूल नहीं जाती हैं क्योंकि उन्हें पानी लाने के लिये लंबी दूरी तय करनी पड़ती है जो उनके पूरे दिन को खराब कर देती है इसलिये उन्हें किसी और काम के लिये समय नहीं मिलता है।

राष्ट्रीय अपराध रिकार्डस् ब्यूरो के सर्वेक्षण के अनुसार, ये रिकार्ड किया गया है कि लगभग 16,632 किसान (2,369 महिलाएँ) आत्महत्या के द्वारा अपने जीवन को समाप्त कर चुकें हैं, हालांकि, 14.4% मामले सूखे के कारण घटित हुए हैं। इसलिये हम कह सकते हैं कि भारत और दूसरे विकासशील देशों में अशिक्षा, आत्महत्या, लड़ाई और दूसरे सामाजिक मुद्दों का कारण भी पानी की कमी है। पानी की कमी वाले ऐसे क्षेत्रों में, भविष्य पीढ़ी के बच्चे अपने मूल शिक्षा के अधिकार और खुशी से जीने के अधिकार को प्राप्त नहीं कर पाते हैं।

भारत के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते, पानी की कमी के सभी समस्याओं के बारे में हमें अपने आपको जागरुक रखना चाहिये जिससे हम सभी प्रतिज्ञा ले और जल संरक्षण के लिये एक-साथ आगे आये। ये सही कहा गया है कि सभी लोगों का छोटा प्रयास एक बड़ा परिणाम दे सकता है जैसे कि बूंद-बूंद करके तालाब, नदी और सागर बन सकता है।

जल संरक्षण के लिये हमें अतिरिक्त प्रयास करने की जरुरत नहीं है, हमें केवल अपने प्रतिदिन की गतिविधियों में कुछ सकारात्मक बदलाव करने की जरुरत है जैसे हर इस्तेमाल के बाद नल को ठीक से बंद करें, फव्वारे या पाईप के बजाय धोने या नहाने के लिये बाल्टी और मग का इस्तेमाल करें। लाखों लोगों का एक छोटा सा प्रयास जल संरक्षण अभियान की ओर एक बड़ा सकारात्मक परिणाम दे सकता है।

निबंध 2 (400 शब्द) – जल को कैसे बचायें

जीवन को यहाँ संतुलित करने के लिये धरती पर विभिन्न माध्यमों के द्वारा जल संरक्षण ही जल बचाना है।

धरती पर सुरक्षित और पीने के पानी के बहुत कम प्रतिशत के आंकलन के द्वारा, जल संरक्षण या जल बचाओ अभियान हम सभी के लिये बहुत जरूरी हो चुका है। औद्योगिक कचरे की वजह से रोजाना पानी के बड़े स्रोत प्रदूषित हो रहे हैं। जल को बचाने में अधिक कार्यक्षमता लाने के लिये सभी औद्योगिक बिल्डिंगें, अपार्टमेंटस्, स्कूल, अस्पतालों आदि में बिल्डरों के द्वारा उचित जल प्रबंधन व्यवस्था को बढ़ावा देना चाहिये। पीने के पानी या साधारण पानी की कमी के द्वारा होने वाली संभावित समस्या के बारे में आम लोगों को जानने के लिये जागरुकता कार्यक्रम चलाया जाना चाहिये। जल की बर्बादी के बारे में लोगों के व्यवहार को मिटाने के लिये इसकी त्वरित जरुरत है।

गाँव के स्तर पर लोगों के द्वारा बरसात के पानी को इकट्ठा करने की शुरुआत करनी चाहिये। उचित रख-रखाव के साथ छोटे या बड़े तालाबों को बनाने के द्वारा बरसात के पानी को बचाया जा सकता है। युवा विद्यार्थियों को अधिक जागरुकता की आवश्यकता है साथ ही इस मुद्दे के समस्या और समाधान पर एकाग्र होना चाहिये। विकासशील विश्व के बहुत से देशों में रहने लोगों को जल की असुरक्षा और कमी प्रभावित कर रही है। आपूर्ति से बढ़कर माँग वाले क्षेत्रों में वैश्विक जनसंख्या के 40% लोग रहते हैं। और आने वाले दशकों में ये परिस्थिति और भी खराब हो सकती है क्योंकि सबकुछ बढ़ेगा जैसे जनसंख्या, कृषि, उद्योग आदि।

जल को कैसे बचायें

रोजाना पानी को कैसे बचा सकते हैं उसके लिये हमने यहाँ कुछ बिन्दु आपके सामने प्रस्तुत किये हैं:

  • लोगों को अपने बागान या उद्यान में तभी पानी देना चाहिये जब उन्हें इसकी जरुरत हो।
  • पाइप से पानी देने के बजाय फुहारे से देना अधिक बेहतर होगा जो प्रति आपके कई गैलन पानी को बचायेगा।
  • पानी को बचाने के लिये सूखा अवरोधी पौधा लगाना अच्छा तरीका है।
  • पानी के रिसाव को बचाने के लिये पाइपलाइन और नलों के जोड़ ठीक से लगा होना चाहिये जो प्रतिदिन आपके लगभग 20 गैलन पानी को बचाता है।
  • कार को धोने के लिये पाइप की जगह बाल्टी और मग का इस्तेमाल करें जो हर आपके 150 गैलन पानी को बचा सकता है।
  • फुहारे के तेज बहाव के लिये अवरोधक लगाएँ जो आपके पानी को बचायेगा।
  • पूरी तरह से भरी हुई कपड़े धोने की मशीन और बर्तन धोने की मशीन का प्रयोग करें जो प्रति महीने लगभग 300 से 800 गैलन पानी बचा सकता है।
  • प्रति दिन अधिक पानी को बचाने के लिये शौच के समय कम पानी का इस्तेमाल करें।
  • हमें फलों और सब्जियों को खुले नल के बजाय भरे हुए पानी के बर्तन में धोना चाहिये।
  • बरसात के पानी को जमा करना शौच, उद्यानों को पानी देने आदि के लिये एक अच्छा उपाय है जिससे स्वच्छ जल को पीने और भोजन पकाने के उद्देश्य के लिये बचाया जा सकता है।

निबंध 3 (600 शब्द) – जल बचाव के तरीके

पृथ्वी पूरे ब्रह्माण्ड का एकमात्र ऐसा ग्रह है जहाँ पानी और जीवन आज की तारीख तक मौजूद है। इसलिये, हमें अपने जीवन में जल के महत्व को दरकिनार नहीं करना चाहिये और सभी मुमकिन माध्यमों के प्रयोग से जल को बचाने की पूरी कोशिश करनी चाहिये। पृथ्वी लगभग 71% जल से घिरी हुई है हालांकि, पीने के लायक बहुत कम पानी है। पानी को संतुलित करने का प्राकृतिक चक्र स्वत: ही चलता रहता है जैसे वर्षा और वाष्पीकरण। हालांकि, धरती पर समस्या पानी की सुरक्षा और उसे पीने लायक बनाने की है जोकि बहुत ही कम मात्रा में उपलब्ध है। जल संरक्षण लोगों की अच्छी आदत से संभव है।

Essay on Save Water in Hindi

हमें जल क्यों बचाना चाहिये

नीचे, हमने कुछ तथ्य दिये हैं जो आपको बतायेगें कि आज हमारे लिये साफ पानी कितना मूल्यवान बन चुका है:

  • बहुत सारे लोग जो पानी से होने वाली बीमारियों के कारण मर रहें हैं, 4 मिलियन से ज्यादा हैं।
  • साफ पानी की कमी और गंदे पानी की वजह से होने वाली बीमारियों से सबसे ज्यादा विकासशील देश पीड़ित हैं।
  • एक दिन के समाचार पत्रों को तैयार करने में लगभग 300 लीटर पानी खर्च हो जाता है, इसलिये खबरों के दूसरे माध्यमों के वितरण को बढ़ावा देना चाहिये।
  • पानी से होने वाली बीमारियों के कारण हर 15 सेकेण्ड में एक बच्चा मर जाता है।
  • पूरे विश्व में लोगों ने पानी के बॉटल का इस्तेमाल शुरु कर दिया है जिसकी कीमत $60 से $80 बिलियन प्रति साल है।
  • भारत, अफ्रीका और एशिया के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को साफ पानी के लिये लंबी दूरी (लगभग 4 कि.मी. से 5कि.मी.) तय करनी पड़ती है।
  • भारत में पानी से होने वाली बीमारी के वजह से लोग ज्यादा पीड़ित हैं जिसकी वजह से बड़े स्तर पर भारत की अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है।

जल बचाव के तरीके

जीवनशैली में बिना किसी बदलाव के पानी बचाने के कुछ बेहतरीन तरीकों को हमने आपसे साझा किये। घर का कोई सदस्य घरेलू कार्यों के लिये रोज लगभग 240 लीटर पानी खर्च करता है। एक चार सदस्यों वाला छोटा मूल परिवार औसतन 960 लीटर प्रतिदिन और 350400 लीटर प्रतिवर्ष खर्च करता है। रोजाना पूरे उपभोग का केवल 3% जल ही पीने और भोजन पकाने के लिये उपयोग होता है बाकी का पानी दूसरे कार्यों जैसे पौधों को पानी देना, नहाना, कपड़े धोना आदि में इस्तेमाल होता है।

जल बचाव के कुछ सामान्य नुस्ख़े:

  • सभी को अपनी खुद की जिम्मेदारी को समझना चाहिये और पानी और भोजन पकाने के अलावा पानी के अधिक उपयोग से बचना चाहिये।
  • अगर धीरे-धीरे हम सभी लोग गार्डन को पानी देने से, शौच में पानी डालने से, साफ-सफाई आदि के लिये पानी की बचत करने लगेगें, प्रति अधिक पानी का बचत संभव होगी।
  • हमें बरसात के पानी को शौच, लाँड्री, पौधौ को पानी आदि के उद्देश्य लिये बचाना चाहिये।
  • हमें बरसात के पानी को पीने और भोजन पकाने के लिये एकत्रित करना चाहिये।
  • हमें अपने कपड़ों को केवल धोने की मशीन में धोना चाहिये जब उसमें अपनी पूरी क्षमता तक कपड़े हो जाएँ। इस तरीके से, हम 4500लीटर पानी के साथ ही बिजली भी प्रति महीने बचा लेंगे।
  • फुहारे से नहाने के बजाय बाल्टी और मग का प्रयोग करें जो प्रति वर्ष 150 से 200लीटर पानी बचायेगा।
  • हमें हर इस्तेमाल के बाद अपने नल को ठीक से बंद करना चाहिये जो 200 लीटर पानी हर महीने बचायेगा।
  • होली त्योहार के दौरान पानी के अत्यधिक इस्तेमाल को कम करने के लिये सूखी और सुरक्षित को बढ़ावा देना चाहिये।
  • जल बर्बादी से हमें खुद को बचाने के लिये अपने जीने के लिये जल की एक-एक बूंद के लिये रोज संघर्ष कर रहे लोगों की खबरों के बारे में हमें जागरुक रहना चाहिये।
  • जागरुकता फैलाने के लिये हमें जल संरक्षण से संबंधित कार्यक्रमों को बढ़ावा देना चाहिये।
  • गर्मी के मौसम में कूलर में अधिक पानी बर्बाद न होने दें, केवल जरुरत भर का ही इस्तेमाल करें।
  • हमें पाइप के द्वारा लॉन, घर या सड़कों पर पानी डालकर नष्ट नहीं करना चाहिये।
  • पौधारोपण को वर्षा ऋतु में लगाने के लिये प्रेरित करें जिससे पौधों को प्राकृतिक रुप से पानी मिलें।
  • हमें अपने हाथ, फल, सब्जी आदि को खुले हुए नल के बजाय पानी के बर्तन से धोने की आदत बनानी चाहिये।
  • हमें दोपहर के 11 बजे से 4 बजे तक पौधों को पानी देने से बचना चाहिये क्योंकि उस समय उनका वाष्पीकरण हो जाता है। सुबह या शाम के समय पानी देने से पौधे पानी को अच्छे से सोखते हैं।
  • हमें पौधरोपण को बढ़ावा देना चाहिये जो सुखा सहनीय हो।
  • हमें पारिवारिक सदस्यों, बच्चों, मित्रों, पड़ोसियों और सह-कर्मचारियों को सकारात्मक परिणाम पाने के लिये अपने अंत तक यही प्रक्रिया अपनाने या करने के लिये प्रेरित करना चाहिये।

धरती पर जीवन का सबसे जरूरी स्रोत जल है क्योंकि हमें जीवन के सभी कार्यों को निष्पादित करने के लिये जल की आवश्यकता है जैसे पीने, भोजन बनाने, नहाने, कपड़ा धोने, फसल पैदा करने आदि के लिये। बिना इसको प्रदूषित किये भविष्य की पीढ़ी के लिये जल की उचित आपूर्ति के लिये हमें पानी को बचाने की जरुरत है। हमें पानी की बर्बादी को रोकना चाहिये, जल का उपयोग सही ढंग से करें तथा पानी की गुणवत्ता को बनाए रखें।

सम्बंधित जानकारी:

जल बचाओ पर निबंध

जल बचाओ पृथ्वी बचाओ पर निबंध

जल बचाओ जीवन बचाओ पर निबंध

FAQs: Frequently Asked Questions on Save Water (जल संरक्षण पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

उत्तर- मासिनराम (मेघालय)

उत्तर- चंडीगढ़

उत्तर- वनों की कटाई पर रोक एवं लोगों के अंदर जागरूकता का आना।

संबंधित पोस्ट

मेरी रुचि

मेरी रुचि पर निबंध (My Hobby Essay in Hindi)

धन

धन पर निबंध (Money Essay in Hindi)

समाचार पत्र

समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)

मेरा स्कूल

मेरा स्कूल पर निबंध (My School Essay in Hindi)

शिक्षा का महत्व

शिक्षा का महत्व पर निबंध (Importance of Education Essay in Hindi)

बाघ

बाघ पर निबंध (Tiger Essay in Hindi)

  • CBSE Class 10th
  • CBSE Class 12th
  • UP Board 10th
  • UP Board 12th
  • Bihar Board 10th
  • Bihar Board 12th
  • Top Schools in India
  • Top Schools in Delhi
  • Top Schools in Mumbai
  • Top Schools in Chennai
  • Top Schools in Hyderabad
  • Top Schools in Kolkata
  • Top Schools in Pune
  • Top Schools in Bangalore

Products & Resources

  • JEE Main Knockout April
  • Free Sample Papers
  • Free Ebooks
  • NCERT Notes
  • NCERT Syllabus
  • NCERT Books
  • RD Sharma Solutions
  • Navodaya Vidyalaya Admission 2024-25
  • NCERT Solutions
  • NCERT Solutions for Class 12
  • NCERT Solutions for Class 11
  • NCERT solutions for Class 10
  • NCERT solutions for Class 9
  • NCERT solutions for Class 8
  • NCERT Solutions for Class 7
  • JEE Main 2024
  • MHT CET 2024
  • JEE Advanced 2024
  • BITSAT 2024
  • View All Engineering Exams
  • Colleges Accepting B.Tech Applications
  • Top Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in India
  • Engineering Colleges in Tamil Nadu
  • Engineering Colleges Accepting JEE Main
  • Top IITs in India
  • Top NITs in India
  • Top IIITs in India
  • JEE Main College Predictor
  • JEE Main Rank Predictor
  • MHT CET College Predictor
  • AP EAMCET College Predictor
  • GATE College Predictor
  • KCET College Predictor
  • JEE Advanced College Predictor
  • View All College Predictors
  • JEE Main Question Paper
  • JEE Main Cutoff
  • JEE Main Answer Key
  • JEE Main Result
  • Download E-Books and Sample Papers
  • Compare Colleges
  • B.Tech College Applications
  • JEE Advanced Registration
  • MAH MBA CET Exam
  • View All Management Exams

Colleges & Courses

  • MBA College Admissions
  • MBA Colleges in India
  • Top IIMs Colleges in India
  • Top Online MBA Colleges in India
  • MBA Colleges Accepting XAT Score
  • BBA Colleges in India
  • XAT College Predictor 2024
  • SNAP College Predictor
  • NMAT College Predictor
  • MAT College Predictor 2024
  • CMAT College Predictor 2024
  • CAT Percentile Predictor 2023
  • CAT 2023 College Predictor
  • CMAT 2024 Registration
  • TS ICET 2024 Registration
  • CMAT Exam Date 2024
  • MAH MBA CET Cutoff 2024
  • Download Helpful Ebooks
  • List of Popular Branches
  • QnA - Get answers to your doubts
  • IIM Fees Structure
  • AIIMS Nursing
  • Top Medical Colleges in India
  • Top Medical Colleges in India accepting NEET Score
  • Medical Colleges accepting NEET
  • List of Medical Colleges in India
  • List of AIIMS Colleges In India
  • Medical Colleges in Maharashtra
  • Medical Colleges in India Accepting NEET PG
  • NEET College Predictor
  • NEET PG College Predictor
  • NEET MDS College Predictor
  • DNB CET College Predictor
  • DNB PDCET College Predictor
  • NEET Application Form 2024
  • NEET PG Application Form 2024
  • NEET Cut off
  • NEET Online Preparation
  • Download Helpful E-books
  • LSAT India 2024
  • Colleges Accepting Admissions
  • Top Law Colleges in India
  • Law College Accepting CLAT Score
  • List of Law Colleges in India
  • Top Law Colleges in Delhi
  • Top Law Collages in Indore
  • Top Law Colleges in Chandigarh
  • Top Law Collages in Lucknow

Predictors & E-Books

  • CLAT College Predictor
  • MHCET Law ( 5 Year L.L.B) College Predictor
  • AILET College Predictor
  • Sample Papers
  • Compare Law Collages
  • Careers360 Youtube Channel
  • CLAT Syllabus 2025
  • CLAT Previous Year Question Paper
  • AIBE 18 Result 2023
  • NID DAT Exam
  • Pearl Academy Exam

Animation Courses

  • Animation Courses in India
  • Animation Courses in Bangalore
  • Animation Courses in Mumbai
  • Animation Courses in Pune
  • Animation Courses in Chennai
  • Animation Courses in Hyderabad
  • Design Colleges in India
  • Fashion Design Colleges in Bangalore
  • Fashion Design Colleges in Mumbai
  • Fashion Design Colleges in Pune
  • Fashion Design Colleges in Delhi
  • Fashion Design Colleges in Hyderabad
  • Fashion Design Colleges in India
  • Top Design Colleges in India
  • Free Design E-books
  • List of Branches
  • Careers360 Youtube channel
  • NIFT College Predictor
  • UCEED College Predictor
  • NID DAT College Predictor
  • IPU CET BJMC
  • JMI Mass Communication Entrance Exam
  • IIMC Entrance Exam
  • Media & Journalism colleges in Delhi
  • Media & Journalism colleges in Bangalore
  • Media & Journalism colleges in Mumbai
  • List of Media & Journalism Colleges in India
  • CA Intermediate
  • CA Foundation
  • CS Executive
  • CS Professional
  • Difference between CA and CS
  • Difference between CA and CMA
  • CA Full form
  • CMA Full form
  • CS Full form
  • CA Salary In India

Top Courses & Careers

  • Bachelor of Commerce (B.Com)
  • Master of Commerce (M.Com)
  • Company Secretary
  • Cost Accountant
  • Charted Accountant
  • Credit Manager
  • Financial Advisor
  • Top Commerce Colleges in India
  • Top Government Commerce Colleges in India
  • Top Private Commerce Colleges in India
  • Top M.Com Colleges in Mumbai
  • Top B.Com Colleges in India
  • IT Colleges in Tamil Nadu
  • IT Colleges in Uttar Pradesh
  • MCA Colleges in India
  • BCA Colleges in India

Quick Links

  • Information Technology Courses
  • Programming Courses
  • Web Development Courses
  • Data Analytics Courses
  • Big Data Analytics Courses
  • RUHS Pharmacy Admission Test
  • Top Pharmacy Colleges in India
  • Pharmacy Colleges in Pune
  • Pharmacy Colleges in Mumbai
  • Colleges Accepting GPAT Score
  • Pharmacy Colleges in Lucknow
  • List of Pharmacy Colleges in Nagpur
  • GPAT Result
  • GPAT 2024 Admit Card
  • GPAT Question Papers
  • NCHMCT JEE 2024
  • Mah BHMCT CET
  • Top Hotel Management Colleges in Delhi
  • Top Hotel Management Colleges in Hyderabad
  • Top Hotel Management Colleges in Mumbai
  • Top Hotel Management Colleges in Tamil Nadu
  • Top Hotel Management Colleges in Maharashtra
  • B.Sc Hotel Management
  • Hotel Management
  • Diploma in Hotel Management and Catering Technology

Diploma Colleges

  • Top Diploma Colleges in Maharashtra
  • UPSC IAS 2024
  • SSC CGL 2024
  • IBPS RRB 2024
  • Previous Year Sample Papers
  • Free Competition E-books
  • Sarkari Result
  • QnA- Get your doubts answered
  • UPSC Previous Year Sample Papers
  • CTET Previous Year Sample Papers
  • SBI Clerk Previous Year Sample Papers
  • NDA Previous Year Sample Papers

Upcoming Events

  • NDA Application Form 2024
  • UPSC IAS Application Form 2024
  • CDS Application Form 2024
  • CTET Admit card 2024
  • HP TET Result 2023
  • SSC GD Constable Admit Card 2024
  • UPTET Notification 2024
  • SBI Clerk Result 2024

Other Exams

  • SSC CHSL 2024
  • UP PCS 2024
  • UGC NET 2024
  • RRB NTPC 2024
  • IBPS PO 2024
  • IBPS Clerk 2024
  • IBPS SO 2024
  • Top University in USA
  • Top University in Canada
  • Top University in Ireland
  • Top Universities in UK
  • Top Universities in Australia
  • Best MBA Colleges in Abroad
  • Business Management Studies Colleges

Top Countries

  • Study in USA
  • Study in UK
  • Study in Canada
  • Study in Australia
  • Study in Ireland
  • Study in Germany
  • Study in China
  • Study in Europe

Student Visas

  • Student Visa Canada
  • Student Visa UK
  • Student Visa USA
  • Student Visa Australia
  • Student Visa Germany
  • Student Visa New Zealand
  • Student Visa Ireland
  • CUET PG 2024
  • IGNOU B.Ed Admission 2024
  • DU Admission 2024
  • UP B.Ed JEE 2024
  • LPU NEST 2024
  • IIT JAM 2024
  • IGNOU Online Admission 2024
  • Universities in India
  • Top Universities in India 2024
  • Top Colleges in India
  • Top Universities in Uttar Pradesh 2024
  • Top Universities in Bihar
  • Top Universities in Madhya Pradesh 2024
  • Top Universities in Tamil Nadu 2024
  • Central Universities in India
  • CUET Exam City Intimation Slip 2024
  • IGNOU Date Sheet
  • CUET Mock Test 2024
  • CUET Admit card 2024
  • CUET PG Syllabus 2024
  • CUET Participating Universities 2024
  • CUET Previous Year Question Paper
  • CUET Syllabus 2024 for Science Students
  • E-Books and Sample Papers
  • CUET Exam Pattern 2024
  • CUET Exam Date 2024
  • CUET Syllabus 2024
  • IGNOU Exam Form 2024
  • IGNOU Result
  • CUET Courses List 2024

Engineering Preparation

  • Knockout JEE Main 2024
  • Test Series JEE Main 2024
  • JEE Main 2024 Rank Booster

Medical Preparation

  • Knockout NEET 2024
  • Test Series NEET 2024
  • Rank Booster NEET 2024

Online Courses

  • JEE Main One Month Course
  • NEET One Month Course
  • IBSAT Free Mock Tests
  • IIT JEE Foundation Course
  • Knockout BITSAT 2024
  • Career Guidance Tool

Top Streams

  • IT & Software Certification Courses
  • Engineering and Architecture Certification Courses
  • Programming And Development Certification Courses
  • Business and Management Certification Courses
  • Marketing Certification Courses
  • Health and Fitness Certification Courses
  • Design Certification Courses

Specializations

  • Digital Marketing Certification Courses
  • Cyber Security Certification Courses
  • Artificial Intelligence Certification Courses
  • Business Analytics Certification Courses
  • Data Science Certification Courses
  • Cloud Computing Certification Courses
  • Machine Learning Certification Courses
  • View All Certification Courses
  • UG Degree Courses
  • PG Degree Courses
  • Short Term Courses
  • Free Courses
  • Online Degrees and Diplomas
  • Compare Courses

Top Providers

  • Coursera Courses
  • Udemy Courses
  • Edx Courses
  • Swayam Courses
  • upGrad Courses
  • Simplilearn Courses
  • Great Learning Courses

Access premium articles, webinars, resources to make the best decisions for career, course, exams, scholarships, study abroad and much more with

Plan, Prepare & Make the Best Career Choices

जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay in Hindi) - 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध

English Icon

पृथ्वी पर सभी के जीवन के अस्तित्व के लिए पानी आवश्यक है। हम खाना के बिना तो कुछ दिनों तक जिंदा रह सकते हैं, लेकिन पानी के बिना तीन दिन से अधिक जिंदा नहीं रह सकते है। यदि हम जल संरक्षण (Jal Sanrakshan) को प्राथमिकता नहीं देंगे तो हमारे बच्चे और आने वाली पीढ़ी पानी की कमी से पीड़ित रहेगी। यहां जल संरक्षण (Jal Sanrakshan) पर 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध दिए गए हैं। हिंदी में पत्र लेखन सीखें ।

100 शब्दों का जल संरक्षण पर निबंध (100 words Water conservation Essay in Hindi)

200 शब्दों का जल संरक्षण पर निबंध (200 words save water essay in hindi), 500 शब्दों का जल संरक्षण पर निबंध (500 words save water essay in hindi).

जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay in Hindi) - 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध

हम जानते हैं कि पृथ्वी का 70% भाग पानी से ढका हुआ है, जिससे अंतरिक्ष से पृथ्वी एक नीले ग्रह के रूप में दिखाई देती है। हालांकि पृथ्वी पर पानी प्रचुर मात्रा में है, लेकिन इसका अधिकांश भाग समुद्र में मौजूद है, जो खारा है। इससे हमें ताजे पानी के लिए महासागरों के अलावा अन्य स्रोतों पर निर्भर रहना पड़ता है। हम मनुष्य अपने अस्तित्व के लिए मुख्य रूप से कुओं के भूजल पर निर्भर हैं, लेकिन जैसे-जैसे जल प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, हमारे पास ताजे पानी की कमी होती जा रही है। इस लेख में जल संरक्षण (Jal Sanrakshan) पर कुछ सैंपल निबंध दिए गए हैं, जिसकी सहायता से छात्र जल संरक्षण पर निबंध (Essay on Save Water in hindi) लिख सकेंगे।

महत्वपूर्ण लेख :

  • गणतंत्र दिवस पर भाषण
  • प्रदूषण पर निबंध
  • वायु प्रदूषण पर हिंदी में निबंध

हम सभी यह कहावत जानते हैं कि जल अनमोल है। जल इतना कीमती है कि पृथ्वी पर उपलब्ध कुल जल में से केवल 1% ही पीने योग्य है। एक औसत इंसान को प्रतिदिन लगभग 250- 400 लीटर पानी की आवश्यकता होती है। इसके अतिरिक्त, हमारा शरीर 70% पानी से बना है, इसलिए प्रतिदिन 2-3 लीटर ताजे पानी की आवश्यकता होती है। आम तौर पर यह कहा जाता है कि एक इंसान बिना पानी के तीन दिन तक जीव‍ित रह सकता है। हालांकि यह किसी किसी के लिए दो दिन से एक सप्‍ताह का हो सकता है। लेकिन आम तौर पर कहा जाता है कि इंसान हवा यानी ऑक्सीजन के बिना तीन मिनट, पानी के बिना 3 दिन और खाने के बिना तीन हफ्ते तक जिंदा रह सकता है।

एक सदी पहले, मनुष्यों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त जल था, लेकिन जैसे-जैसे आबादी बढ़ी, मांग काफी बढ़ गई, जिससे 25% लोगों के पास ताजे पानी तक पहुंच नहीं रह गई। यदि जल प्रदूषण के साथ-साथ जल के उपयोग की ये प्रवृत्तियाँ जारी रहीं, तो जल्द ही हमारे पास मीठे पानी के भंडार ख़त्म हो सकते हैं, जिससे हर साल लाखों लोगों की मृत्यु हो सकती है।

अन्य लेख पढ़ें-

  • हिंदी दिवस पर कविता
  • दशहरा पर निबंध

जब हमें प्यास लगती है तो हम पानी पीते हैं। हमारी दैनिक गतिविधियों को पूरा करने के लिए हमारे आसपास पर्याप्त पानी हो सकता है। यह जानना दिलचस्प है कि दुनिया की 25% आबादी को पीने का अच्छा पानी उपलब्ध नहीं है और कमजोर अर्थव्यवस्था वाले 6% लोग पानी की कमी के कारण मर जाते हैं। हम जानते हैं कि पृथ्वी मुख्यतः पानी से घिरी हुई है, लेकिन फिर भी, मानव उपयोग के लिए पर्याप्त पानी नहीं है। इसकी वजह यह है कि ये पानी पीने लायक नहीं है। मनुष्य की मांग को पूरा करने के लिए पृथ्वी पर केवल 3% पानी उपलब्ध है।

  • जलवायु परिवर्तन पर हिंदी में निबंध
  • पर्यावरण दिवस पर निबंध
  • विज्ञान के चमत्कार पर निबंध

जल की कमी के कारण

जल की कमी कई कारणों से होती है।

उनमें से एक है हमारे घरों और उद्योगों में पानी का व्यापक उपयोग।

दूसरा, कारखानों द्वारा जल निकायों में डाले गए अनुपचारित पानी के कारण होने वाला जल प्रदूषण हो सकता है। कृषि प्रौद्योगिकियों में बदलाव और उर्वरकों के व्यापक उपयोग ने जल निकायों में प्रवेश कर उन्हें प्रदूषित कर दिया है और उन्हें नियमित उपयोग के लिए अनुपयुक्त बना दिया है।

ग्लोबल वार्मिंग जैसी स्थितियों ने विभिन्न क्षेत्रों में जलवायु परिस्थितियों को बदल दिया है, जिसके परिणामस्वरूप अनियमित वर्षा होती है, जिससे पानी की अनियमित उपलब्धता होती है।

यदि हम जल संरक्षण (Jal Sanrakshan) के लिए जरूरी कदम नहीं उठाएंगे तो पानी की कमी से मानवता खत्म हो सकती है।

  • बाल दिवस पर हिंदी में भाषण
  • हिंदी दिवस पर भाषण
  • इंजीनियर कैसे बन सकते हैं?

जल पृथ्वी पर मानव जीवन के हर पहलू के लिए महत्वपूर्ण है। अत: जल का महत्व वायु के समान ही माना जा सकता है। इस परिभाषा में मनुष्य, जानवर और पौधे समान रूप से शामिल हैं।

जल का उपयोग

हर किसी का जीवन स्वच्छ, पीने योग्य पानी पर निर्भर है। परिणामस्वरूप, जल संरक्षण का जीवन बचाने पर निबंध मानव अस्तित्व में पानी द्वारा निभाई जाने वाली कुछ अमूर्त लेकिन महत्वपूर्ण भूमिकाओं पर प्रकाश डालता है।

पृथ्वी पर जीवन के लिए पानी से भी अधिक महत्वपूर्ण वायु है। पानी का उपयोग जलयोजन से कहीं आगे तक फैला हुआ है। इसका अर्थ है बर्तन धोना, कपड़े धोना, सफ़ाई करना आदि। पानी सिर्फ मानव अस्तित्व के लिए आवश्यक नहीं है। यह पौधों और पेड़ों के निरंतर अस्तित्व के लिए भी महत्वपूर्ण है। कृषि और अन्य औद्योगिक क्षेत्र भी इस मूल्यवान धातु पर निर्भर हैं।

जल संरक्षण की आवश्यकता क्यों है?

भूजल संसाधनों की कमी और अपर्याप्त वर्षा के स्तर के कारण दुनिया के कई क्षेत्र अब पानी की गंभीर कमी का सामना कर रहे हैं।

भूजल का अत्यधिक दोहन और प्रदूषण विश्व में विकराल समस्या बन चुकी हैं। इन कारणों से सूखे की स्थिति अपरिहार्य है और कुछ क्षेत्रों में पानी की कमी पहले से ही एक वास्तविकता है।

जनसंख्या की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए भूजल का अत्यधिक उपयोग किया गया है, और शहरीकरण और औद्योगीकरण ने स्थिति को और खराब कर दिया है।

वर्तमान में, पृथ्वी पर पानी की गंभीर कमी ग्लोबल वार्मिंग से संबंधित सबसे गंभीर मुद्दा है। अनुचित पाइपलाइन से बर्बाद होने वाला पानी इस समस्या में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

वर्तमान जल संकट को कम करने के लिए लोगों को जल संरक्षण (Jal Sanrakshan) करना तत्काल आवश्यक है। चूंकि स्वच्छ जल की आपूर्ति मानव आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आवश्यक है, इसलिए उनका मूल्यह्रास लोगों के लिए भारी विनाशकारी घटनाओं का कारण बन सकता है।

यह स्पष्ट है कि भविष्य में हमें पानी की कमी का सामना करना होगा। इसके अलावा, जल संरक्षण (Jal Sanrakshan) के लिए एक तत्काल कार्य योजना की आवश्यकता है ताकि इस महत्वपूर्ण संसाधन को वर्तमान और भविष्य दोनों उपयोगों के लिए संरक्षित किया जा सके।

  • गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर भाषण
  • मेरा प्रिय खेल पर निबंध
  • स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

जल संरक्षण के लिए की गई पहल

जलभराव को रोकने और नाली के रिसाव की मरम्मत करके, पंजाब सरकार ने जल आपूर्ति को बचाने में मदद की।

छोटे-छोटे तालाब बनाने के सरकार के प्रयास से राजस्थान के लोगों को काफी लाभ हुआ है।

वर्षा के जल को बाद में उपयोग करने तथा संग्रहीत करने के लिए तेलंगाना के ग्रामीण इलाकों में टैंक बनाए गए हैं।

मेरी कहानी | इन सभी से प्रेरणा लेकर मैंने पंचायत सदस्यों की मदद से अपने इलाके में एक अभियान चलाया है। अभियान का उद्देश्य इलाके के विभिन्न घरों का दौरा करना और लोगों को उनके घरों में जल संरक्षण (Jal Sanrakshan) की सलाह देना है। यह उनकी जल उपलब्धता और उपयोग पैटर्न को समझने से संभव हुआ। इसके माध्यम से, हम उन्हें उन विभिन्न बिंदुओं से अवगत कराने में सक्षम हुए है कि कैसे पानी की बर्बादी होती है तथा किस तरह पानी की बर्बादी को रोका जा सकता है। अभियान ने परिवारों को अपने पानी के उपयोग को अनुकूलित करने में मदद की।

  • मेरा प्रिय मित्र
  • अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निबंध
  • शिक्षक दिवस पर निबंध
  • मेरा प्रिय नेता: एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध

जल के बिना हम विश्व की कल्पना नहीं कर सकते। यह शर्म की बात है कि लोगों ने इस ईश्वरीय उपहार को नजरअंदाज कर दिया है। यदि आप लोगों को जीवित रखना चाहते हैं, तो आपको जल संरक्षण (Jal Sanrakshan) करना होगा। पृथ्वी पर जल सभी के जीवन के अस्तित्व के लिए आवश्यक है। यदि हम जल संरक्षण को प्राथमिकता नहीं देंगे तो हमारे बच्चे और आने वाली पीढ़ी को इसकी कमी का सामना करना होगा।

इन्हें भी देखें :

सीबीएसई क्लास 10वीं सैंपल पेपर

यूके बोर्ड 10वीं डेट शीट

यूपी बोर्ड 10वीं एडमिट कार्ड

आरबीएसई 10वीं का सिलेबस

Explore Career Options (By Industry)

  • Construction
  • Entertainment
  • Manufacturing
  • Information Technology

Data Administrator

Database professionals use software to store and organise data such as financial information, and customer shipping records. Individuals who opt for a career as data administrators ensure that data is available for users and secured from unauthorised sales. DB administrators may work in various types of industries. It may involve computer systems design, service firms, insurance companies, banks and hospitals.

Bio Medical Engineer

The field of biomedical engineering opens up a universe of expert chances. An Individual in the biomedical engineering career path work in the field of engineering as well as medicine, in order to find out solutions to common problems of the two fields. The biomedical engineering job opportunities are to collaborate with doctors and researchers to develop medical systems, equipment, or devices that can solve clinical problems. Here we will be discussing jobs after biomedical engineering, how to get a job in biomedical engineering, biomedical engineering scope, and salary. 

Ethical Hacker

A career as ethical hacker involves various challenges and provides lucrative opportunities in the digital era where every giant business and startup owns its cyberspace on the world wide web. Individuals in the ethical hacker career path try to find the vulnerabilities in the cyber system to get its authority. If he or she succeeds in it then he or she gets its illegal authority. Individuals in the ethical hacker career path then steal information or delete the file that could affect the business, functioning, or services of the organization.

GIS officer work on various GIS software to conduct a study and gather spatial and non-spatial information. GIS experts update the GIS data and maintain it. The databases include aerial or satellite imagery, latitudinal and longitudinal coordinates, and manually digitized images of maps. In a career as GIS expert, one is responsible for creating online and mobile maps.

Data Analyst

The invention of the database has given fresh breath to the people involved in the data analytics career path. Analysis refers to splitting up a whole into its individual components for individual analysis. Data analysis is a method through which raw data are processed and transformed into information that would be beneficial for user strategic thinking.

Data are collected and examined to respond to questions, evaluate hypotheses or contradict theories. It is a tool for analyzing, transforming, modeling, and arranging data with useful knowledge, to assist in decision-making and methods, encompassing various strategies, and is used in different fields of business, research, and social science.

Geothermal Engineer

Individuals who opt for a career as geothermal engineers are the professionals involved in the processing of geothermal energy. The responsibilities of geothermal engineers may vary depending on the workplace location. Those who work in fields design facilities to process and distribute geothermal energy. They oversee the functioning of machinery used in the field.

Database Architect

If you are intrigued by the programming world and are interested in developing communications networks then a career as database architect may be a good option for you. Data architect roles and responsibilities include building design models for data communication networks. Wide Area Networks (WANs), local area networks (LANs), and intranets are included in the database networks. It is expected that database architects will have in-depth knowledge of a company's business to develop a network to fulfil the requirements of the organisation. Stay tuned as we look at the larger picture and give you more information on what is db architecture, why you should pursue database architecture, what to expect from such a degree and what your job opportunities will be after graduation. Here, we will be discussing how to become a data architect. Students can visit NIT Trichy , IIT Kharagpur , JMI New Delhi . 

Remote Sensing Technician

Individuals who opt for a career as a remote sensing technician possess unique personalities. Remote sensing analysts seem to be rational human beings, they are strong, independent, persistent, sincere, realistic and resourceful. Some of them are analytical as well, which means they are intelligent, introspective and inquisitive. 

Remote sensing scientists use remote sensing technology to support scientists in fields such as community planning, flight planning or the management of natural resources. Analysing data collected from aircraft, satellites or ground-based platforms using statistical analysis software, image analysis software or Geographic Information Systems (GIS) is a significant part of their work. Do you want to learn how to become remote sensing technician? There's no need to be concerned; we've devised a simple remote sensing technician career path for you. Scroll through the pages and read.

Budget Analyst

Budget analysis, in a nutshell, entails thoroughly analyzing the details of a financial budget. The budget analysis aims to better understand and manage revenue. Budget analysts assist in the achievement of financial targets, the preservation of profitability, and the pursuit of long-term growth for a business. Budget analysts generally have a bachelor's degree in accounting, finance, economics, or a closely related field. Knowledge of Financial Management is of prime importance in this career.

Underwriter

An underwriter is a person who assesses and evaluates the risk of insurance in his or her field like mortgage, loan, health policy, investment, and so on and so forth. The underwriter career path does involve risks as analysing the risks means finding out if there is a way for the insurance underwriter jobs to recover the money from its clients. If the risk turns out to be too much for the company then in the future it is an underwriter who will be held accountable for it. Therefore, one must carry out his or her job with a lot of attention and diligence.

Finance Executive

Product manager.

A Product Manager is a professional responsible for product planning and marketing. He or she manages the product throughout the Product Life Cycle, gathering and prioritising the product. A product manager job description includes defining the product vision and working closely with team members of other departments to deliver winning products.  

Operations Manager

Individuals in the operations manager jobs are responsible for ensuring the efficiency of each department to acquire its optimal goal. They plan the use of resources and distribution of materials. The operations manager's job description includes managing budgets, negotiating contracts, and performing administrative tasks.

Stock Analyst

Individuals who opt for a career as a stock analyst examine the company's investments makes decisions and keep track of financial securities. The nature of such investments will differ from one business to the next. Individuals in the stock analyst career use data mining to forecast a company's profits and revenues, advise clients on whether to buy or sell, participate in seminars, and discussing financial matters with executives and evaluate annual reports.

A Researcher is a professional who is responsible for collecting data and information by reviewing the literature and conducting experiments and surveys. He or she uses various methodological processes to provide accurate data and information that is utilised by academicians and other industry professionals. Here, we will discuss what is a researcher, the researcher's salary, types of researchers.

Welding Engineer

Welding Engineer Job Description: A Welding Engineer work involves managing welding projects and supervising welding teams. He or she is responsible for reviewing welding procedures, processes and documentation. A career as Welding Engineer involves conducting failure analyses and causes on welding issues. 

Transportation Planner

A career as Transportation Planner requires technical application of science and technology in engineering, particularly the concepts, equipment and technologies involved in the production of products and services. In fields like land use, infrastructure review, ecological standards and street design, he or she considers issues of health, environment and performance. A Transportation Planner assigns resources for implementing and designing programmes. He or she is responsible for assessing needs, preparing plans and forecasts and compliance with regulations.

Environmental Engineer

Individuals who opt for a career as an environmental engineer are construction professionals who utilise the skills and knowledge of biology, soil science, chemistry and the concept of engineering to design and develop projects that serve as solutions to various environmental problems. 

Safety Manager

A Safety Manager is a professional responsible for employee’s safety at work. He or she plans, implements and oversees the company’s employee safety. A Safety Manager ensures compliance and adherence to Occupational Health and Safety (OHS) guidelines.

Conservation Architect

A Conservation Architect is a professional responsible for conserving and restoring buildings or monuments having a historic value. He or she applies techniques to document and stabilise the object’s state without any further damage. A Conservation Architect restores the monuments and heritage buildings to bring them back to their original state.

Structural Engineer

A Structural Engineer designs buildings, bridges, and other related structures. He or she analyzes the structures and makes sure the structures are strong enough to be used by the people. A career as a Structural Engineer requires working in the construction process. It comes under the civil engineering discipline. A Structure Engineer creates structural models with the help of computer-aided design software. 

Highway Engineer

Highway Engineer Job Description:  A Highway Engineer is a civil engineer who specialises in planning and building thousands of miles of roads that support connectivity and allow transportation across the country. He or she ensures that traffic management schemes are effectively planned concerning economic sustainability and successful implementation.

Field Surveyor

Are you searching for a Field Surveyor Job Description? A Field Surveyor is a professional responsible for conducting field surveys for various places or geographical conditions. He or she collects the required data and information as per the instructions given by senior officials. 

Orthotist and Prosthetist

Orthotists and Prosthetists are professionals who provide aid to patients with disabilities. They fix them to artificial limbs (prosthetics) and help them to regain stability. There are times when people lose their limbs in an accident. In some other occasions, they are born without a limb or orthopaedic impairment. Orthotists and prosthetists play a crucial role in their lives with fixing them to assistive devices and provide mobility.

Pathologist

A career in pathology in India is filled with several responsibilities as it is a medical branch and affects human lives. The demand for pathologists has been increasing over the past few years as people are getting more aware of different diseases. Not only that, but an increase in population and lifestyle changes have also contributed to the increase in a pathologist’s demand. The pathology careers provide an extremely huge number of opportunities and if you want to be a part of the medical field you can consider being a pathologist. If you want to know more about a career in pathology in India then continue reading this article.

Veterinary Doctor

Speech therapist, gynaecologist.

Gynaecology can be defined as the study of the female body. The job outlook for gynaecology is excellent since there is evergreen demand for one because of their responsibility of dealing with not only women’s health but also fertility and pregnancy issues. Although most women prefer to have a women obstetrician gynaecologist as their doctor, men also explore a career as a gynaecologist and there are ample amounts of male doctors in the field who are gynaecologists and aid women during delivery and childbirth. 

Audiologist

The audiologist career involves audiology professionals who are responsible to treat hearing loss and proactively preventing the relevant damage. Individuals who opt for a career as an audiologist use various testing strategies with the aim to determine if someone has a normal sensitivity to sounds or not. After the identification of hearing loss, a hearing doctor is required to determine which sections of the hearing are affected, to what extent they are affected, and where the wound causing the hearing loss is found. As soon as the hearing loss is identified, the patients are provided with recommendations for interventions and rehabilitation such as hearing aids, cochlear implants, and appropriate medical referrals. While audiology is a branch of science that studies and researches hearing, balance, and related disorders.

An oncologist is a specialised doctor responsible for providing medical care to patients diagnosed with cancer. He or she uses several therapies to control the cancer and its effect on the human body such as chemotherapy, immunotherapy, radiation therapy and biopsy. An oncologist designs a treatment plan based on a pathology report after diagnosing the type of cancer and where it is spreading inside the body.

Are you searching for an ‘Anatomist job description’? An Anatomist is a research professional who applies the laws of biological science to determine the ability of bodies of various living organisms including animals and humans to regenerate the damaged or destroyed organs. If you want to know what does an anatomist do, then read the entire article, where we will answer all your questions.

For an individual who opts for a career as an actor, the primary responsibility is to completely speak to the character he or she is playing and to persuade the crowd that the character is genuine by connecting with them and bringing them into the story. This applies to significant roles and littler parts, as all roles join to make an effective creation. Here in this article, we will discuss how to become an actor in India, actor exams, actor salary in India, and actor jobs. 

Individuals who opt for a career as acrobats create and direct original routines for themselves, in addition to developing interpretations of existing routines. The work of circus acrobats can be seen in a variety of performance settings, including circus, reality shows, sports events like the Olympics, movies and commercials. Individuals who opt for a career as acrobats must be prepared to face rejections and intermittent periods of work. The creativity of acrobats may extend to other aspects of the performance. For example, acrobats in the circus may work with gym trainers, celebrities or collaborate with other professionals to enhance such performance elements as costume and or maybe at the teaching end of the career.

Video Game Designer

Career as a video game designer is filled with excitement as well as responsibilities. A video game designer is someone who is involved in the process of creating a game from day one. He or she is responsible for fulfilling duties like designing the character of the game, the several levels involved, plot, art and similar other elements. Individuals who opt for a career as a video game designer may also write the codes for the game using different programming languages.

Depending on the video game designer job description and experience they may also have to lead a team and do the early testing of the game in order to suggest changes and find loopholes.

Radio Jockey

Radio Jockey is an exciting, promising career and a great challenge for music lovers. If you are really interested in a career as radio jockey, then it is very important for an RJ to have an automatic, fun, and friendly personality. If you want to get a job done in this field, a strong command of the language and a good voice are always good things. Apart from this, in order to be a good radio jockey, you will also listen to good radio jockeys so that you can understand their style and later make your own by practicing.

A career as radio jockey has a lot to offer to deserving candidates. If you want to know more about a career as radio jockey, and how to become a radio jockey then continue reading the article.

Choreographer

The word “choreography" actually comes from Greek words that mean “dance writing." Individuals who opt for a career as a choreographer create and direct original dances, in addition to developing interpretations of existing dances. A Choreographer dances and utilises his or her creativity in other aspects of dance performance. For example, he or she may work with the music director to select music or collaborate with other famous choreographers to enhance such performance elements as lighting, costume and set design.

Social Media Manager

A career as social media manager involves implementing the company’s or brand’s marketing plan across all social media channels. Social media managers help in building or improving a brand’s or a company’s website traffic, build brand awareness, create and implement marketing and brand strategy. Social media managers are key to important social communication as well.

Photographer

Photography is considered both a science and an art, an artistic means of expression in which the camera replaces the pen. In a career as a photographer, an individual is hired to capture the moments of public and private events, such as press conferences or weddings, or may also work inside a studio, where people go to get their picture clicked. Photography is divided into many streams each generating numerous career opportunities in photography. With the boom in advertising, media, and the fashion industry, photography has emerged as a lucrative and thrilling career option for many Indian youths.

An individual who is pursuing a career as a producer is responsible for managing the business aspects of production. They are involved in each aspect of production from its inception to deception. Famous movie producers review the script, recommend changes and visualise the story. 

They are responsible for overseeing the finance involved in the project and distributing the film for broadcasting on various platforms. A career as a producer is quite fulfilling as well as exhaustive in terms of playing different roles in order for a production to be successful. Famous movie producers are responsible for hiring creative and technical personnel on contract basis.

Copy Writer

In a career as a copywriter, one has to consult with the client and understand the brief well. A career as a copywriter has a lot to offer to deserving candidates. Several new mediums of advertising are opening therefore making it a lucrative career choice. Students can pursue various copywriter courses such as Journalism , Advertising , Marketing Management . Here, we have discussed how to become a freelance copywriter, copywriter career path, how to become a copywriter in India, and copywriting career outlook. 

In a career as a vlogger, one generally works for himself or herself. However, once an individual has gained viewership there are several brands and companies that approach them for paid collaboration. It is one of those fields where an individual can earn well while following his or her passion. 

Ever since internet costs got reduced the viewership for these types of content has increased on a large scale. Therefore, a career as a vlogger has a lot to offer. If you want to know more about the Vlogger eligibility, roles and responsibilities then continue reading the article. 

For publishing books, newspapers, magazines and digital material, editorial and commercial strategies are set by publishers. Individuals in publishing career paths make choices about the markets their businesses will reach and the type of content that their audience will be served. Individuals in book publisher careers collaborate with editorial staff, designers, authors, and freelance contributors who develop and manage the creation of content.

Careers in journalism are filled with excitement as well as responsibilities. One cannot afford to miss out on the details. As it is the small details that provide insights into a story. Depending on those insights a journalist goes about writing a news article. A journalism career can be stressful at times but if you are someone who is passionate about it then it is the right choice for you. If you want to know more about the media field and journalist career then continue reading this article.

Individuals in the editor career path is an unsung hero of the news industry who polishes the language of the news stories provided by stringers, reporters, copywriters and content writers and also news agencies. Individuals who opt for a career as an editor make it more persuasive, concise and clear for readers. In this article, we will discuss the details of the editor's career path such as how to become an editor in India, editor salary in India and editor skills and qualities.

Individuals who opt for a career as a reporter may often be at work on national holidays and festivities. He or she pitches various story ideas and covers news stories in risky situations. Students can pursue a BMC (Bachelor of Mass Communication) , B.M.M. (Bachelor of Mass Media) , or  MAJMC (MA in Journalism and Mass Communication) to become a reporter. While we sit at home reporters travel to locations to collect information that carries a news value.  

Corporate Executive

Are you searching for a Corporate Executive job description? A Corporate Executive role comes with administrative duties. He or she provides support to the leadership of the organisation. A Corporate Executive fulfils the business purpose and ensures its financial stability. In this article, we are going to discuss how to become corporate executive.

Multimedia Specialist

A multimedia specialist is a media professional who creates, audio, videos, graphic image files, computer animations for multimedia applications. He or she is responsible for planning, producing, and maintaining websites and applications. 

Quality Controller

A quality controller plays a crucial role in an organisation. He or she is responsible for performing quality checks on manufactured products. He or she identifies the defects in a product and rejects the product. 

A quality controller records detailed information about products with defects and sends it to the supervisor or plant manager to take necessary actions to improve the production process.

Production Manager

A QA Lead is in charge of the QA Team. The role of QA Lead comes with the responsibility of assessing services and products in order to determine that he or she meets the quality standards. He or she develops, implements and manages test plans. 

Process Development Engineer

The Process Development Engineers design, implement, manufacture, mine, and other production systems using technical knowledge and expertise in the industry. They use computer modeling software to test technologies and machinery. An individual who is opting career as Process Development Engineer is responsible for developing cost-effective and efficient processes. They also monitor the production process and ensure it functions smoothly and efficiently.

AWS Solution Architect

An AWS Solution Architect is someone who specializes in developing and implementing cloud computing systems. He or she has a good understanding of the various aspects of cloud computing and can confidently deploy and manage their systems. He or she troubleshoots the issues and evaluates the risk from the third party. 

Azure Administrator

An Azure Administrator is a professional responsible for implementing, monitoring, and maintaining Azure Solutions. He or she manages cloud infrastructure service instances and various cloud servers as well as sets up public and private cloud systems. 

Computer Programmer

Careers in computer programming primarily refer to the systematic act of writing code and moreover include wider computer science areas. The word 'programmer' or 'coder' has entered into practice with the growing number of newly self-taught tech enthusiasts. Computer programming careers involve the use of designs created by software developers and engineers and transforming them into commands that can be implemented by computers. These commands result in regular usage of social media sites, word-processing applications and browsers.

Information Security Manager

Individuals in the information security manager career path involves in overseeing and controlling all aspects of computer security. The IT security manager job description includes planning and carrying out security measures to protect the business data and information from corruption, theft, unauthorised access, and deliberate attack 

ITSM Manager

Automation test engineer.

An Automation Test Engineer job involves executing automated test scripts. He or she identifies the project’s problems and troubleshoots them. The role involves documenting the defect using management tools. He or she works with the application team in order to resolve any issues arising during the testing process. 

Applications for Admissions are open.

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Aakash iACST Scholarship Test 2024

Get up to 90% scholarship on NEET, JEE & Foundation courses

JEE Main Important Chemistry formulas

JEE Main Important Chemistry formulas

As per latest 2024 syllabus. Chemistry formulas, equations, & laws of class 11 & 12th chapters

ALLEN NEET Coaching

ALLEN NEET Coaching

Ace your NEET preparation with ALLEN Online Programs

SAT® | CollegeBoard

SAT® | CollegeBoard

Registeration closing on 19th Apr for SAT® | One Test-Many Universities | 90% discount on registrations fee | Free Practice | Multiple Attempts | no penalty for guessing

TOEFL ® Registrations 2024

TOEFL ® Registrations 2024

Thinking of Studying Abroad? Think the TOEFL® test. Register now & Save 10% on English Proficiency Tests with Gift Cards

Resonance Coaching

Resonance Coaching

Enroll in Resonance Coaching for success in JEE/NEET exams

Everything about Education

Latest updates, Exclusive Content, Webinars and more.

Download Careers360 App's

Regular exam updates, QnA, Predictors, College Applications & E-books now on your Mobile

student

Cetifications

student

We Appeared in

Economic Times

जल संरक्षण पर निबंध Essay on Conservation of Water in Hindi

जल संरक्षण पर निबंध Essay on Conservation of Water in Hindi

आप इस पोस्ट में जल संरक्षण पर निबंध Essay on Conservation of Water in Hindi पढेंगे। साथ ही पानी बचाने के आवश्यकताओं और उपायों के बारे में भी हमने विस्तार से बताया है। यह लेख हमें जल के महत्व को समझाता है। इसको हमने स्कूल और कॉलेज के बच्चों के लिए 1500+ शब्दों मे लिखा है।

आईये शुरू करते हैं – जल संरक्षण पर निबंध हिन्दी में

Table of Contents

प्रस्तावना Introduction

ईश्वर ने हमें पांच महत्वपूर्ण तत्व दिए हैं जल, वायु, अग्नि, आकाश, और पृथ्वी। कभी कल्पना की है कि इन पांच तत्वों में से एक तत्व ना रहे तो क्या होगा? जी हाँ ! हर एक तत्व का एक अलग महत्व है जिसमे से जल का एक बहुत ही अनमोल महत्व है। आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी ‘जल ही जीवन है’।

जल संरक्षण क्या है? What is Conservation of Water in Hindi?

स्वच्छ और पेयजल का व्यर्थ बहाव ना करते हुए उसको सही तरीके से उपयोग में लाकर जल के बचाव की ओर किए गए कार्य को जल संरक्षण कहते हैं। जल के बिना मनुष्य का जीवन संभव नहीं है। 

पृथ्वी का लगभग 71 प्रतिशत भाग पानी है जिसका 96.5 प्रतिशत नमकीन या समुद्री पानी है और मात्र 3.5 प्रतिशत ही पीने लायक पानी है। इससे यह साफ़ पता चलता है कि आने वाले वक्त में मनुष्य के लिए जल का कितना बड़ा अभाव होने वाला हो। इसलिए हमें आज से ही जल संरक्षण का कार्य शुरू करना होगा।

जल संरक्षण का काम किसी नेता या सरकारी संस्थान का काम नहीं है। इसे हमें घर-घर से शुरू करना होगा। अगर हम शुरू करेंगे तो धीरे-धीरे हमें देख कर हमारे आसपास के लोग और आने वाली पीढ़ी भी सीखेंगे।

जल संरक्षण का महत्व Importance of Water Conservation in Hindi

हम सभी को जल के महत्त्व को और भविष्य में जल की कमी से संबंधित समस्याओं को समझने चाहिए। धरती पर जीवन के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए जल का संरक्षण और बचाव बहुत जरूरी होता है, क्योंकि बिना जल के जीवन संभव नहीं है। पृथ्वी पूरे ब्रह्मांड में मात्र एक ऐसा ग्रह है जहां पानी और जीवन आज की तारीख तक मौजूद है।

पृथ्वी पर हर चीजों को पानी की जरूरत होती है जैसे पेड़- पौधे, जीव- जंतु, कीड़े, इंसान और अन्य जीवित चीजें। हमें पीने, खाना पकाने, नहाने, कपड़े धोने, कृषि आदि जैसी हर गतिविधियों में पानी की आवश्यकता होती है। इसीलिए पानी बचाने के लिए केवल हम ही जिम्मेदार हैं।

आईये एक-एक करके जानते हैं हमें जल संरक्षण की ज़रुरत क्यों है?

जल संरक्षण की आवश्यकता क्यों है? Why to Conserve Water in Hindi?

  • मनुष्य जल के बिना जीवित नहीं रह सकता है। यह पानी बचाने का सबसे बड़ा कारण है।
  • शहरी क्षेत्रों में लोगों को पानी की बहुत किल्लत होती है। इसका सबसे बड़ा कारण प्रदूषण है और बढती जनसंख्या है। परन्तु जिस प्रकार आज सरकार ने पानी का बिल लेना शुरू कर दिया है और बाजारों में पीने का पानी तेज़ी से बिक रहा है यह साफ़ पता चलता है की पेयजल में तेज़ी से कमी आ रही है।
  • पीने का पानी कम होने के कारण लोग अशुद्ध पानी का सेवन कर रहे हैं जिसके कारण मनुष्य को बड़ी-बड़ी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है।
  • बड़े-बड़े किसान अधिक लोभ के कारण ज्यादा-ज्यादा से बोरेवेल खुदवा रहे हैं जिससे वे भू-जल का ज्यादा भाग गर्मियों के महीने में कृषि के लिए उपयोग कर रहे हैं। इसका सीधा असर पृथ्वी के जल स्तर पर पड़ रहा है और कुछ वर्षों की अच्छी खेती के बाद उनकी धरती बंजर होते जा रही है।
  • मनुष्य को पानी की आवश्यकता हर क्षेत्र में है जैसे पीने, भोजन बनाने, स्नान करने, कपड़े धोने, फसल उगाने, आदि के कार्य में।
  • जल की कमी से प्रकृति का संतुलन बुरी तरह से बिगड़ते जा रहा है जो पृथ्वी के हर जीव को संकट की और लेते जा रहा है।

जल संकट के कारण Reasons of Water Crisis in Hindi

  • हमारे देश में औद्योगिकीकरण, शहरीकरण और खनिज संपदा का बड़ी मात्राओं में विद्रोहन तथा कल कारखानों के विषैले रासायनिक अवशिष्टओ का उत्सर्जन होने से जल संकट निरंतर बढ़ रहा है इससे ना तो खेती-बाड़ी के लिए पर्याप्त पानी मिल पा रहा है और ना ही पेयजल की आपूर्ति हो पा रही है।

जल संकट के प्रभाव Effects of Water Crisis in Hindi

जल संकट के कारण तालाब सरोवर एवं कुएं सूख रहे हैं, नदियों का जलस्तर घट रहा है और जमीन का जलस्तर भी लगातार कम होते जा रही है, जिसके कारण अनेक प्रकार के जीव जंतु एवं पादपों का अस्तित्व मिट गया है, खेतों की उपज घट गई है और वन भूमि सूख रही है तथा धरती का तापमान लगातार बढ़ते जा रहा है। इस तरह से जल संकट का दुष्परिणाम देखने को मिल रहा है।

जल संरक्षण के उपाय How to Conserve Water in Hindi?

  • फ़ैक्टरी व कारख़ानों से निकलने वाले गंदे पानी को एक सुनिश्चित जगह पर निर्धारित किया जाना चाहिए जिससे वह अशुद्ध पानी, शुद्ध पानी के जल स्रोतों से ना मिल जाये।
  • समरसेबल पंप से निकलने वाले पानी को हम सब जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं जो कि गलत है। हमें उतना ही इस्तेमाल करना चाहिए जितना की हमें जरूरत है।
  • सार्वजनिक स्थलों पर लगाए गए पानी की टंकियों को ऑटोमेटिक करना चाहिए जिससे शुद्ध जल की बर्बादी ना हो सके।
  • हम सभी को जागरूक नागरिक की तरह जल संरक्षण का अभियान चलाते हुए बच्चों और महिलाओं में जागरूकता लानी होगी। स्नान करते समय हमें शावर टब का प्रयोग ना करके बाल्टी में पानी लेकर नहाना चाहिए जिससे हम बहुत जल बता सकते हैं।
  • रसोई में जल की बाल्टी या टब में बर्तन साफ करें तो पानी बहुत बचाया जा सकता है।
  • ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा वर्षा जल संचयन के प्रोजेक्ट शुरू किये जाने जाने चाहिए।
  • गांव कस्बों और नगरों में छोटे बड़े तालाब बनाकर वर्षा जल का संरक्षण किया जाए।
  • नगरों और महानगरों में घरों कि नालियों में पानी को गड्ढा बनाकर एकत्रित किया जाए और पेड़ पौधे की सिंचाई के काम में लाया जाए तो साफ पानी की बचत की जा सकती है।
  • यदि प्रत्येक घर के छत पर वर्षा जल का भंडार करने के लिए एक या दो टंकी बनाया जाए और उन्हें मजबूत जालिया फिल्टर कपड़े से ढक दिया जाए तोहर नगर में जल संरक्षण किया जा सकेगा।
  • घरों मुहल्लों और सार्वजनिक पार्कों स्कूलों अस्पतालों दुकानों मंदिरों आदि में नली की टोटियां खुली या  टूटी रहती है, तो अनजाने ही प्रतिदिन हजारों लीटर जल बेकार हो जाता है। इस बर्बादी को रोकने के लिए नगर पालिका एक्ट में टोंटियों की चोरी को दंडात्मक अपराध बनाकर, जागरूकता भी बढ़ानी होगी।
  • विज्ञान की मदद से आज समुद्र के खारे जल को पीने लायक बनाया जा रहा है। गुजरात के आदि नगरों और प्रत्येक घर में पीने के जल के साथ-साथ घरेलू कार्यों के लिए खारे जल का प्रयोग करके शुद्ध जल का संरक्षण किया जा रहा है। इसे बढ़ावा देना चाहिए।
  • गंगा तथा यमुना जैसी बड़ी नदी की सफाई करना बहुत जरूरी है। बड़ी नदियों के जल का शोधन करके पेयजल के रूप में प्रयोग किया जा सके। शासन प्रशासन को लगातार सक्रिय रहना होगा।
  • जंगलों को काटने से हमें दोहरा नुकसान हो रहा है। पहला यह कि वाष्पीकरण ना होने से वर्षा नहीं हो पाती है तथा भूमिगत जल सूख जाता है। बढ़ती हुई जनसंख्या और औद्योगिकीकरण के कारण जंगल और वृक्षों के अंधाधुन काटने से भूमि की नामी लगातार कम होते जा रही है, इसीलिए वृक्षारोपण लगातार किया जाना चाहिए।
  • पानी का दुरुपयोग हर स्तर पर कानून के द्वारा प्रचार माध्यमों से प्रचार करके तथा विद्यालयों में पर्यावरण प्रदूषण की तरह जल संरक्षण विषय को अनिवार्य रूप से पढ़ाकर रोका जाना जरूरी है। अब समय आ गया है कि केंद्रीय और राज्यों की सरकारों जल संरक्षण को नए विषय बनाकर प्राथमिक से उच्च स्तर तक नई पीढ़ी को बताने का कानून बनाएं।

जल संरक्षण पर 10 लाइन 10 lines on Conservation of Water in Hindi

  • स्वच्छ  और पेयजल का व्यर्थ बहाव न करते हुए उसको सुनिश्चित तरीके से उपयोग मे लाकर जल के बचाव की ओर किए गए कार्य को जल संरक्षण कहते हैं।
  • हम सभी को जल के महत्त्व को और भविष्य में जल की कमी से संबंधित समस्याओं को समझने चाहिए।
  • धरती पर जीवन के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए जल का संरक्षण और बचाव बहुत जरूरी होता है, क्योंकि बिना जल के जीवन संभव नहीं है।
  • पृथ्वी पर हर चीजों को पानी की जरूरत होती है जैसे पेड़ पौधे, जीव जंतु, कीड़े, इंसान और अन्य जीवित चीजें।
  • हमें पीने, खाना पकाने, नहाने, कपड़े धोने, कृषि आदि जैसी हर गतिविधियों में पानी की आवश्यकता होती है। इसीलिए पानी बचाने के लिए केवल हम ही जिम्मेदार हैं।
  • पेयजल की कमी होने से लोग इसका उपयोग कम से कम करें। शुद्ध जल कम होने के कारण लोगों को बड़ी बड़ी बीमारियां शुरू हो जाएगी।
  • धरती के अंदर जल का स्तर कम होने से धरती बंजर होने लगेगी और धीरे-धीरे करके चटकना शुरू कर देगी जो भूकंप जैसे हालातों को बढ़ावा देती है।
  • फैक्ट्री व कारखाने से निकलने वाले गंदे पानी को एक सुनिश्चित जगह पर निर्धारित कर दिया जाना चाहिए, जिससे साफ पानी गंदा ना हो।
  • समरसेबल पंपों से निकलने वाले पानी को हम सब जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं जो कि गलत है, हमें उतना ही इस्तेमाल करना चाहिए जितना हमें जरूरत है।

निष्कर्ष Conclusion

अंत में बस में कहूँगी –

जल है तो जीवन है और जीवन है तो पर्यावरण है पर्यावरण से धरती है और धरती से हम सब हैं

जल को जीवन का आधार मानकर समाज में नई जागृति लाने का प्रयास किया जाए। अमृत जल जैसा जनजागरण किये जाए। जल चेतना की जागृति लाने से जल संचय एवं जल संरक्षण की भावना का प्रयास होगा तथा इससे धरती का जिवन सुरक्षित रहेगा।

जल संरक्षण पर निबंध Essay on Conservation of Water in Hindi) आपको कैसा लगा कमेंट के माध्यम से बताइये और हमारे साथ जुड़े रहें।

2 thoughts on “जल संरक्षण पर निबंध Essay on Conservation of Water in Hindi”

Fantastic and very nice

Very very fantastic essay on conservation of water

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

ताज़ा हवा और रोशनी के लिए

जल संरक्षण पर निबंध Essay on Save Water in Hindi

essay on save water in hindi

पानी की कमी एक सार्वभौमिक समस्या है। तो यह हमारे ग्रह के सभी जिम्मेदार नागरिकों द्वारा संयुक्त रूप से निपटने के लिए है। हमें न केवल अपने लिए बल्कि अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी जल संरक्षण की जरूरत है।

जल संरक्षण जीवन संरक्षण के बराबर है!

Save Water Essay in Hindi (200 Words)

Essay on save water in hindi (350 words), जल संरक्षण पर निबंध essay on water conservation in hindi (450 words), जल संरक्षण के तरीके, जल संरक्षण के घरेलु तरीके, save water essay – water conservation in hindi (800 words), जल संकट के बारे में चौंकाने वाले तथ्य, जल संरक्षण कैसे करें.

मानवता के लिए प्रकृति का सबसे कीमती उपहार पानी है। पानी को ‘जीवन’ भी कहा जा सकता है क्योंकि इस धरती पर जीवन की कल्पना पानी के बिना कभी नहीं की जा सकती है।

पृथ्वी को “नीला ग्रह” कहा जाता है। क्योंकि यह ब्रह्मांड का एकमात्र ज्ञात ग्रह है जहां पर्याप्त मात्रा में प्रयोग करने योग्य पानी मौजूद है। पृथ्वी के सतह के स्तर का लगभग 71 प्रतिशत पानी है। इस पृथ्वी का अधिकांश पानी समुद्रों और महासागरों में पाया जाता है। नमक की अत्यधिक उपस्थिति के कारण उन पानी का उपयोग नहीं किया जा सकता है। पृथ्वी पर पीने योग्य पानी का प्रतिशत बहुत कम है।

इस पृथ्वी के कुछ हिस्सों में, लोगों को शुद्ध पीने योग्य पानी इकट्ठा करने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। लेकिन इस धरती के अन्य हिस्सों में, लोग पानी के मूल्य को नहीं समझते हैं। इस ग्रह पर पानी की बर्बादी एक ज्वलंत मुद्दा बन गया है। पानी की एक बड़ी मात्रा मनुष्य द्वारा नियमित रूप से बर्बाद की जाती है।

हमें इस खतरे से बचने के लिए पानी की बर्बादी को रोकने की जरूरत है। पानी को बर्बाद होने से बचाने के लिए लोगों में जागरूकता फैलाई जानी चाहिए।

इस धरती पर भगवान की ओर से हमारे लिए सबसे कीमती उपहार है – पानी। हमारे पास पृथ्वी पर पानी की प्रचुरता है, लेकिन पृथ्वी पर पीने के पानी का प्रतिशत बहुत कम है। उन पानी का केवल 0.3% उपयोग करने योग्य है।

इस प्रकार पृथ्वी पर पानी को बचाने की आवश्यकता है। ऑक्सीजन के अलावा, पृथ्वी पर प्रयोग करने योग्य पानी की मौजूदगी से जीवन का अस्तित्व होता है। इसलिए पानी को ‘जीवन’ के रूप में भी जाना जाता है। पृथ्वी पर, हमें समुद्रों, महासागरों, नदियों, झीलों, तालाबों आदि में हर जगह पानी मिलता है, लेकिन हमें शुद्ध या रोगाणु मुक्त पानी की आवश्यकता होती है।

हमें अपने दैनिक कार्यों में सुबह से रात तक पानी की आवश्यकता होती है। हम पीने के लिए पानी का उपयोग करते हैं, स्नान करते हैं, अपने कपड़े साफ करते हैं, खाद्य पदार्थ, बागवानी, फसल, और कई अन्य गतिविधियाँ करते हैं। इसके अलावा, हम जल का उपयोग जल-विद्युत उत्पन्न करने के लिए करते हैं। पानी का उपयोग विभिन्न उद्योगों में भी किया जाता है। इस प्रकार यह बहुत स्पष्ट है कि हम पानी का उपयोग किए बिना एक दिन की भी कल्पना नहीं कर सकते। तो इस नीले ग्रह पर हमारे अस्तित्व के लिए पानी की बचत की आवश्यकता है।

लेकिन दुर्भाग्य से लोग इसे नजरअंदाज करते हुए नजर आते हैं। हमारे देश के कुछ हिस्सों में पीने का पानी मिलना अभी भी एक चुनौती भरा काम है। लेकिन कुछ अन्य हिस्सों में जहां पानी उपलब्ध है, लोग पानी बर्बाद करते नजर आते हैं। निकट भविष्य में, वे इस चुनौती का भी सामना करेंगे।

हमें ध्यान रखना चाहिए, ‘पानी बचाओ जीवन बचाओ’ और इसे बर्बाद न करने का प्रयास करना चाहिए।

पानी को कई तरह से बचाया जा सकता है। पानी के संरक्षण के 100 तरीके हैं। जल संरक्षण का सबसे सरल तरीका वर्षा जल संचयन है। हम वर्षा जल को संरक्षित कर सकते हैं और उन पानी का उपयोग हमारी दैनिक गतिविधियों में किया जा सकता है। शुद्धिकरण के बाद पीने के लिए भी वर्षा जल का उपयोग किया जा सकता है। हमें पता होना चाहिए कि अपने दैनिक जीवन में पानी की बचत कैसे करें ताकि निकट भविष्य में हमें पानी की कमी का सामना न करना पड़े।

यह भी पढ़ें – पर्यावरण बचाओ पर नारे

हमारे ग्रह का 97% भाग खारे पानी में समाया हुआ है जिसे हम पीने के लिए उपयोग नहीं कर सकते हैं। बायाँ 3% पानी प्रयोग करने योग्य है लेकिन 2% भी ग्लेशियरों और बर्फ से अवरुद्ध है। इसलिए, हमारे पास केवल 1% बचा है।

तो, अब, कुछ ऐसा महसूस करें जो बताता है कि जल संरक्षण हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है। हम केवल पानी के एक छोटे प्रतिशत पर निर्भर हैं, इसलिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे प्रदूषित और दुरुपयोग न करें। हममें से प्रत्येक को यह जानना चाहिए कि जल को कैसे बचाया और संरक्षित किया जाए ।।

यह भी पढ़ें – शिक्षा का महत्त्व

आइए जानते हैं जल संरक्षण के कुछ तरीके। (Jal Sanrakshan in Hindi/Water Conservation Methods in Hindi/How to save water in Hindi)

जल संरक्षण करने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है:-

  • पानी को प्रदूषण से बचाकर हम बहुत सारे पानी को बचा सकते हैं।
  • यदि कृषि-जलवायु परिस्थितियों में किसानों द्वारा फसलें उगाई जाती हैं, तो अतिरिक्त पानी की आवश्यकता नहीं होगी।
  • भूतापीय पानी का उपयोग करके।
  • हम विशेष रूप से भारत जैसे देश में, पारंपरिक जल संसाधनों को नवीनीकृत करके पानी का संरक्षण कर सकते हैं।
  • उद्योगों में उपयोग होने वाले पानी की बचत करके
  • भूजल के तर्कसंगत उपयोग पर विचार करें। यह पानी बचाने में मददगार हो सकता है।
  • कृषि क्षेत्र में आधुनिक सिंचाई विधियों का उपयोग पानी बचाने में भी मदद कर सकता है।
  • बाढ़ प्रबंधन की मदद से पानी को बचाया भी जा सकता है।
  • नगरपालिका एजेंसियों का मार्गदर्शन करके भी पानी बचाया जा सकता है।
  • वर्षा जल के संग्रहण के माध्यम से भी जल संरक्षण किया जा सकता है। फिल्ट्रेशन सिस्टम स्थापित करने के बाद, इस पानी को आसानी से बागवानी, लॉन सिंचाई या शौचालय के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। आप छोटे पैमाने पर खेती के लिए वर्षा जल संचयन के माध्यम से संग्रहीत पानी का उपयोग भी कर सकते हैं।
  • अपने दाँत ब्रश करते समय नल बंद करें। इससे बहुत सारा पानी संरक्षित किया जा सकता है। इसके अलावा, अपने बच्चों को भी ऐसा करने के लिए शिक्षित करें। इस अभ्यास का पालन करके, आप हर महीने कम से कम 400 लीटर से अधिक पानी बचा सकते हैं।
  • सिंक या शौचालय में एक छोटे से रिसाव से अतिरिक्त पानी का उपयोग हो सकता है। इस तरह के छोटे लीक से सावधान रहें क्योंकि इससे पानी के संरक्षण में मदद मिल सकती है।
  • आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि सिर्फ थोड़े समय के स्नान से आप बहुत सारे पानी के संरक्षण में मदद कर सकते हैं। अगली बार, थोड़े समय के लिए स्नान करने का वादा करें।
  • आपको पानी का उपयोग करने के बजाय फर्श की सफाई करने के लिए झाड़ू या लत्ता का उपयोग करना याद रखना चाहिए।
  • अपनी दैनिक जरूरतों के लिए ऊर्जा-कुशल उपकरण जैसे कि बाथटब, सिंक सिस्टम आदि खरीदना बहुत सारा पानी बचा सकता है।

पानी मानवता के लिए प्रकृति का एक अनमोल उपहार है। पानी प्रकृति में उन सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है जो इस धरती पर जीवन का समर्थन करता है। हमें खाना पकाने, कपड़े धोने, स्नान करने, खेती करने और अन्य चीजों के लिए पानी की आवश्यकता होती है।

हाल के कुछ वर्षों में, पानी के उपयोग के लापरवाह तरीके से दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पानी की कमी हो गई है। यहीं पर जल संरक्षण की जरूरत आती है। जल के बिना पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं है। इसलिए, पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने के लिए पानी का संरक्षण काफी महत्वपूर्ण है।

पृथ्वी की सतह का लगभग तीन-चौथाई भाग पानी से ढका हुआ है। हालाँकि, इस जल का लगभग 97% भाग खारे पानी का है। और यह मानव उपभोग के लिए उपयुक्त नहीं है जो महासागरों के रूप में मौजूद है। पृथ्वी पर कुल पानी का केवल 3% पानी पीने के लिए उपयुक्त है।

उपलब्ध पेयजल का 70% उपभोग के लिए उपयुक्त नहीं है क्योंकि यह ग्लेशियरों और बर्फ की चादरों के रूप में मौजूद है। प्राप्य पेयजल का केवल 1% स्वच्छ पेयजल के रूप में उपलब्ध है और मानव उपभोग के लिए उपयुक्त है।

यह अनुमान है कि दुनिया में एक अरब से अधिक लोग अपने अस्तित्व के लिए इस 1% स्वच्छ पेयजल पर निर्भर हैं। यहाँ से यह स्पष्ट होता है कि हमें पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करने की आवश्यकता है ताकि अन्य लोगों को पानी की कमी का सामना न करना पड़े।

कुछ साल पहले दुकानों में लोगों को शुद्ध पानी की बोतलें बेचते हुए देखना काफी चौंकाने वाला था। हालाँकि आज, पानी के संकट में वृद्धि के साथ, यह दृष्टि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में काफी आम हो गई है। अनुमान है कि बोतलबंद पानी की कीमत 4 लाख करोड़ – 6 लाख करोड़ रुपये है जो हर साल दुनिया भर के लोगों द्वारा उपयोग किया जा रहा है। वैज्ञानिकों द्वारा किए गए हालिया अध्ययनों के अनुसार, अगर हम विवेकपूर्ण तरीके से पानी नहीं बचाते हैं, तो 2025 तक दुनिया भर में 30 करोड़ से अधिक लोग पानी की कमी के संकट की चपेट में आ जाएंगे।

हाल के निष्कर्षों के अनुसार, यह पता चला है कि लगभग 25% शहरी आबादी को पीने के पानी तक पहुंच नहीं है। इसके अलावा, यह भी पाया गया है कि 40 लाख से अधिक लोग पानी से संबंधित बीमारियों के कारण मर रहे हैं। विकासशील देश अस्वच्छ और गंदे पानी से होने वाली बीमारियों से बेहद ग्रस्त हैं। भारत में भी विभिन्न जल जनित रोगों से पीड़ित लोगों की संख्या काफी अधिक है। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।

किए गए एक अध्ययन के अनुसार, यह बताया गया है कि राजस्थान में लड़कियों को पानी लाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। यह उनका पूरा दिन खाता है और उन्हें स्कूल जाने के लिए समय नहीं मिलता है। यह पता चला है कि किसानों की आत्महत्या के कुछ मामले सूखे या पानी की कमी के कारण हैं। इससे यह स्पष्ट है कि पानी की कमी भारत और अन्य विकासशील देशों में कुछ सामाजिक समस्याओं का कारण है।

जल संरक्षण के लिए बस हमें अपनी दैनिक गतिविधियों में कुछ सकारात्मक बदलाव लाने होंगे।

  • हर उपयोग के बाद पानी के नल को बंद करना और सब्जियों और फलों को पानी से धोने की बजाय पानी से भरे बर्तन में धोना शामिल है।
  • नहाने और धोने के लिए मग और बाल्टी का उपयोग करने से 450 लीटर पानी बचाया जा सकता है। इसी तरह, पूरी तरह से भरी डिशवॉशर और वॉशिंग मशीन का उपयोग करने से प्रति माह लगभग 2 से 2.4 किलोलीटर पानी की बचत होगी।
  • लोगों को अपने बगीचों और लॉन में पानी की जरूरत होने पर ही पानी देना चाहिए। दोपहर के समय पौधों को पानी देने से बचें, खासकर 11 बजे से 4 बजे के बीच, क्योंकि अधिकांश पानी वाष्पित हो जाता है।
  • पृथ्वी के जिम्मेदार नागरिकों के रूप में, हमें त्योहार के दौरान पानी की भारी बर्बादी को रोकने के लिए सूखी होली खेलने को बढ़ावा देना होगा।
  • पानी को बचाने के लिए रिसाव को रोकने के लिए रिसाव वाले जोड़ों और नल को सही से ठीक किया जाना चाहिए। इससे हर दिन लगभग 60 लीटर पानी बचाया जा सकता है।
  • ग्रामीण स्तर पर सरकार या नागरिक प्रबंधन अधिकारियों द्वारा वर्षा जल संचयन शुरू किया जाना चाहिए। वर्षा जल को संग्रहित करने के लिए बड़े या छोटे तालाब खोदे जा सकते हैं। बचाए गए पानी का उपयोग स्नान, कपड़े धोने, शौचालय, विभिन्न वस्तुओं को धोने, पौधों को पानी देने आदि के लिए किया जा सकता है।

अपने कुल पानी के उपयोग का अनुमान लगाने के लिए, यहां जाएं .

पानी बचाना जीवन बचाने के बराबर है! तो आइए हम अपनी पृथ्वी को रहने के लिए सुरक्षित और सुंदर जगह बनाने की प्रतिज्ञा करें।

उम्मीद है कि आप इन विषयों पर जानकारी से प्रभावित हुए होंगे और इन पर अमल करेंगे. (Essay on Save Water in Hindi / Jal Sanrakshan in Hindi / Water Conservation Methods in Hindi / How to save water in Hindi / जल संरक्षण पर निबंध)

अन्य लेख पढ़ें –

  • महात्मा गांधी का जीवन – निबंध
  • होली उत्सव का महत्त्व
  • बाल मजदूरी पर निबंध
  • आतंकवाद पर निबंध और भाषण
  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध/भाषण/pdf
  • Tags: Essay on Save Water in Hindi , jal hi jeevan hai essay , jal sanrakshan , Save Water Essay , जल संरक्षण पर निबंध

Editorial Team

Editorial Team

Leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Related Posts

three friends stands and a True Friendship Quotes in Hindi is written on it

True Friendship Quotes in Hindi | फ्रेंडशिप कोट्स

हर इंसान के लिए दोस्ती की एक अलग परिभाषा होती है जिसे वो शायद शब्दों में बयाँ भी न कर

a boy sleeping and Dream Quotes & Status in Hindi writes here

Dream Quotes & Status in Hindi | सपने स्टेटस

सपना बड़ा हो या छोटा, सपना तो सपना होता है। यहां तक ​​​​कि सबसे सफल व्यक्तियों के भी सपने थे,

a mother and his daughter sitting in a garden and a Maa Quotes in Hindi is written

Maa Quotes in Hindi | माँ सुविचार & कोट्स

माँ, जननी, अम्मा और ना जाने कितने और अनेक नाम है एक माँ के। कहते हैं धरती पर अपनी कमी

a women doing spiritual and a Deep Spiritual Quotes in Hindi is written on it

Deep Spiritual Quotes in Hindi | सद्भावना सुविचार

ऐसा माना जाता है कि अंतरिक्ष का आपकी अंतरात्मा पर कोई काबू नहीं होता है। मनुष्य की अंदर की शक्तियों

save water essay hindi

Education Thought in Hindi | शिक्षा पर दो लाइन

दिन की शुरुआत में खुद को शिक्षित करने का अर्थ होता है दिन के अंत में उसका फल पाना। आज

a person stands on a mountain and a Hard Work Motivational Quotes in Hindi is written on it

Hard Work Motivational Quotes in Hindi

हमारे बड़े यह बात कह रहे हैं कि तुम्हारी सफलता का राज केवल तुम्हारे बड़ों के आशीर्वाद और उनके विश्वास

  • Privacy Policy

All Education Updates

जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay In Hindi)

Photo of author

जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay In Hindi)- “मछली जल की रानी है, जीवन उसका पानी है। हाथ लगाओ डर जाएगी, बाहर निकालो मर जाएगी।” यह नर्सरी राइम बचपन में सुनने में बहुत अच्छी लगती थी। मछली को पानी की रानी कहा जाता है। आप उसे एक बार पानी से बाहर निकालकर देखो। आप देखोगे कि कैसे वह मछली बिन पानी के छटपटाने लगेगी। जब उस मछली का जीवन पूरी तरह से जल पर ही निर्भर है, तब वह बिन पानी के कैसे जिंदा रह पाएगी। जल के बगैर कोई भी जीवित नहीं रह सकता है। पानी जीवित प्राणियों के लिए ऑक्सीजन के समान ही है।

जल संरक्षण (Essay On Save Water In Hindi)

जब भी बारिश का मौसम आता तो नीता अपने घर में पड़े घड़ों को भरना नहीं भूलती। वह ऐसा हर साल किया करती थी। नीता को डर था कि आने वाले समय में धरती पर पानी आधे से ज्यादा घट जाएगा। नीता को हर बारिश के मौसम में पानी के घड़ों को भरता देख लोग उसका खूब मजाक उड़ाया करते थे। लेकिन उसने कभी भी लोगों की बात को बुरा नहीं माना। हर साल वह ऐसा करती गई। कई साल बाद नीता के गांव में भंयकर सूखा पड़ा। गांव में पानी के लिए हाहाकार मच गया। लेकिन नीता के उन पानी के घड़ों ने गाँव वालों के जीवन को बचा लिया। यह गाँव वालों का सौभाग्य था कि उन्हें नीता जैसी समझदार लड़की मिली। सभी ने नीता को भविष्यवादी सोच के लिए धन्यवाद दिया। यह काल्पनिक कहानी थी नीता की जिसने पानी को बहुत महत्व दिया। जरा सोचो क्या होता अगर नीता भी अन्य गाँव वालों की तरह पानी का संरक्षण नहीं करती।

Join Telegram Channel

जल संरक्षण पर निबंध (Water Conservation Essay In Hindi)

इस पोस्ट में हमने जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay In Hindi) एकदम सरल, सहज और स्पष्ट भाषा में लिखने का प्रयास किया है। जल संरक्षण पर निबंध के माध्यम से आप समझ पाएंगे कि हमारे जीवन में जल का क्या महत्व है, जल संरक्षण क्या है, जल संरक्षण क्यों जरूरी है और जल संरक्षण कैसे किया जा सकता है। तो चलिए जल संरक्षण पर निबंध पढ़ना शुरू करते हैं।

ऊपर दी गई कहानी में सच्चाई है। यह कहानी समाज को आईना दिखाती है। यह कहानी बताती है कि कैसे पानी का संरक्षण ना करने से एक गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है। इस धरती पर अगर कुछ अमूल्य चीज है तो वह है जल। जल हीरे-जवाहरात से भी ज्यादा कीमती है। बिना जल के जीवन की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। आपको सुबह उठते ही सबसे पहले जो चीज चाहिए वह पानी ही है। पानी जरूरत है हर इंसान के लिए।

ये निबंध भी पढ़ें

हमारी धरती पर 70% पानी है। पानी पर ही हमारा जीवन टिका हुआ है। लेकिन हम ही पानी के प्रति लापरवाह हैं। हम सभी मनुष्य पानी की कद्र नहीं करते हैं। हम सभी अपनी दैनिक दिनचर्या में पानी की बर्बादी करते हैं। इसका उदाहरण है- ब्रश करते वक्त, नहाते वक्त और कपड़े धोते वक्त। यह सभी काम करते समय हम पानी का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रखते हैं। लेकिन क्या हमने कभी यह सोचा है कि पानी की ऐसी बर्बादी भविष्य में हमें किस मोड़ पर लेकर जाएगी। इस बात पर हमें विचार करना चाहिए।

जल का महत्व

क्या आप बता सकते हो कि इस पृथ्वी पर अगर कोई सबसे महत्वपूर्ण और कीमती चीज है तो वह क्या है? सभी का उत्तर भिन्न-भिन्न होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि इस प्रश्न का सही उत्तर जल है। इस दुनिया में जितने भी जीव हैं वह सभी जल पर निर्भर हैं। जल से ही हमारा कल बनता है। जब ईश्वर ने इस सृष्टि की रचना की थी तो सबसे पहले वायु और पानी का निर्माण किया। बाद में इंसान अस्तित्व में आया। इंसान और जानवरों को शुरुआत से ही जल की आवश्यकता रही है। जल का इस्तेमाल कहां नहीं होता है? जल हमें खेती में चाहिए, पीने के लिए चाहिए, कपड़े धोने के लिए चाहिए, खाना पकाने के लिए चाहिए। हमें हर चीज में पानी की जरूरत महसूस होती है। सिर्फ मनुष्य ही नहीं बल्कि जानवरों और पेड़-पौधो को भी पानी चाहिए होता है।

जल संरक्षण क्या है?

संरक्षण का अर्थ होता है किसी चीज की रक्षा करना। जब हम किसी चीज की रक्षा करते हैं तो हम उसे संरक्षण की श्रेणी देते हैं। संरक्षण को अंग्रेजी में कंज़र्वेशन (Conservation) कहते हैं। आज के दौर में सोने से भी ज्यादा मंहगा है पानी। पानी का संरक्षण मतलब पानी की रक्षा करना होता है। पानी की बर्बादी कभी भी नहीं करनी चाहिए। जल को संरक्षित करना बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण काम है। आज के औद्योगीकरण के बढ़ते दौर ने पानी के प्रति जागरूक होना बहुत आवश्यक हो गया है। हम अनेक तरीकों से जल संरक्षण कर सकते हैं। बस हमें यह प्रतिज्ञा लेनी है कि हम जल को बर्बाद होने से रोकें।

जल संरक्षण क्यों जरूरी है?

एक समय था जब धरती पर खूब सारा पानी हुआ करता था। क्योंकि उस समय जनसंख्या कम थी इसलिए पानी की कोई कमी भी नहीं थी। लेकिन जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ती गई, वैसे-वैसे पानी की कमी भी होती गई। लोगों को पानी की जरूरत हर काम में पड़ने लगी। हमारी धरती पर ऐसे तो खूब सारा पानी उपलब्ध है। लेकिन पीने योग्य पानी की मात्रा बहुत कम है। भूमि का जो मीठा जल है वह अब लगातार सूखता जा रहा है। बारिश के दौरान जो पानी धरती पर गिरता है वह हम सभी के लिए बहुत आवश्यक होता है। हमें बारिश के पानी का संरक्षण करना चाहिए। आगे भविष्य में लोगों को सूखे का सामना करना पड़ेगा। इसलिए अगर अभी से पानी की बचत की जाएगी तो भविष्य में यह बहुत काम आएगा। एक-एक बूंद से घड़ा भरता है। जल की एक बूंद भी बहुत कीमती है।

जल संरक्षण के उपाय

(1) जल के बचाव के लिए हमें वर्षा के पानी को अपने घर में स्टोर करना चाहिए।

(2) हमें नहाते समय नल की बजाय बाल्टी का प्रयोग करना चाहिए।

(3) जब हम ब्रश कर रहे हों, तो यह ध्यान में रहे कि हमें नल खुला नहीं छोड़ना है।

(4) देश की सरकार को यह करना चाहिए कि वह जल संरक्षण पर कड़ा कानून तैयार करे।

(5) हम जब भी कभी बाहर जाएं और वहां हमें किसी भी वाटर कूलर पर पानी बहता दिखे तो उसे हमें तुरंत ही बंद कर देना चाहिए।

(6) हमें बर्तन धोते समय यह एहतियात बरतना होगा कि हम सीधे नल के नीचे बर्तन ना धोकर एक बड़े टब में बर्तन धोएं।

(7) हम कपड़े बाल्टी में धो सकते हैं। और फिर कपड़ो का बचा हुआ पानी हम दूसरे काम में उपयोग में ले सकते हैं।

(8) खेतीबाड़ी और बागवानी में जल संरक्षण के लिए ड्रिप सिंचाई सबसे उपयुक्त तरीका है।

पानी पर प्रसिद्ध शायरी

ये पानी ख़ामोशी से बह रहा है इसे देखें कि इस में डूब जाएँ – अहमद मुश्ताक़

ऐसी प्यास और ऐसा सब्र दरिया पानी पानी है – विकास शर्मा राज़

संगति भई तो क्या भया, हिरदा भया कठोर नौनेजा पानी चढ़ै, तऊ न भीजै कोर – कबीर

तुम अपने दरिया का रोना रोने आ जाते हो हम तो अपने सात समुंदर पीछे छोड़ आए हैं – सईद क़ैस

खींच लाई है तिरे दश्त की वहशत वर्ना कितने दरिया ही मिरी प्यास बुझाने आते – रम्ज़ी असीम

कौन बड़ाई जलधि मिलि, गंग नाम भो धीम केहि की प्रभुता नहिं घटी, पर घर गए ‘रहीम’ – रहीमदास

दोनों चश्मों से मेरी अश्क बहा करते हैं मौजज़न रहता है दरिया के किनारे दरिया – वज़ीर अली सबा लखनवी

जल पर बहादुर पटेल की कविता

बूंदों के बीच प्यास

बूँद-बूँद टपकता पानी रात में ऐसा संगीत सन्नाटे की छाती पर टपकता बूँदों के गिरने के अंतराल से गिरता हूँ अथाह सागर में ये मद्धिम ध्वनि बूँदें जीवन की प्रतिध्वनि गिरती हैं द्वंद्व के साथ जगाती हुईं भीतर बीज तोड़ती कवच बाहर निकलने के लिए यह बूँदों की आवाज़ जिसके बीच से आती आवाज़ जैसे आती है सपनों के बीच से जागते रहने की आवाज़ बूँदों के बीच है प्यास कुएँ की जगत से देखें इतना गहरा और सूखा जिसमें सूझता न हो कुछ बूँदों के संलाप से है जीवित समुद्र का विराट साम्राज्य और यह दुनिया।।

जल संरक्षण पर निबंध 200 शब्दों में

जल से हमारा कल बनता है। यह मशहूर कथन किसी महान व्यक्ति द्वारा कहा गया था। वाकई में, जल हमारे लिए सबसे कीमती चीज में से एक है। आज अगर जितनी जरूरत हमें ऑक्सीजन की रहती है ठीक उतनी ही जरूरत हमें पानी की भी रहती है। पानी हमारी प्यास बुझाकर हमें जिंदा रखता है। बिना पानी के हम एक पल भी जिंदा नहीं रह सकते हें। जब से धरती पर जनसंख्या बढ़ती गई, तब से पानी की मांग भी ज्यादा बढ़ने लगी।

पानी की किल्लत हमें गर्मियों के मौसम में ज्यादा झेलनी पड़ती है। आज के दौर में हकीकत यह है कि पानी सोने से भी ज्यादा मंहगा है। हालांकि अभी लोगों को ऐसा लग नहीं रहा है। लेकिन जल्द ही वह पानी की असल कीमत समझने वाले हैं। पुराने समय में जल की मात्रा अधिक थी। लेकिन अब 21वीं शताब्दी में पानी का स्तर लगातार घट रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार धरती पर केवल 3% ही पीने लायक पानी है। आज हमें जल संरक्षण के लिए बहुत ज्यादा जागरूक होना पड़ेगा। हम सभी को यह संकल्प लेना होगा कि हम ज्यादा से ज्यादा पानी बचाएं।

जल संरक्षण पर 10 लाइनें

(1) जल से ही हमारा कल बनता है। जल हमारे लिए जीवन है।

(2) भगवान द्वारा दिया गया अगर कोई अनमोल उपहार है तो वह जल ही है।

(3) हमें हर काम के लिए पानी की जरूरत पड़ती है। जैसे कि कपड़े धोना, पानी पीना, नहाना, बर्तन धोना आदि।

(4) हमें हमारे बच्चों को पानी को संरक्षित करने की शिक्षा देनी चाहिए। ऐसा करना हमारे आने वाले कल के लिए बहुत अच्छा है।

(5) हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि हम ब्रश करते वक्त बेवजह पानी बर्बाद ना करें।

(6) हमें हमारी नदियों और तालाबों को साफ सुथरा रखना चाहिए।

(7) जल हमारे लिए ऑक्सीजन के समान ही महत्वपूर्ण है।

(8) हमारी धरती पर केवल 3% पीने योग्य पानी है।

(9) जल की एक बूंद भी बहुत कीमती है।

(10) जल का संरक्षण करना हमारी आदत में शुमार हो जाना चाहिए।

उत्तर- जल संरक्षण की जरूरत बहुत ज्यादा है। बिना जल के हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। हमें बारिश के पानी का संरक्षण करना चाहिए। आगे भविष्य में लोगों को सूखे का सामना करना पड़ेगा। इसलिए अगर अभी से पानी की बचत की जाएगी, तो भविष्य में यह बहुत काम आएगा।

उत्तर- संरक्षण का अर्थ होता है किसी चीज की रक्षा करना। जब हम किसी चीज की रक्षा करते हैं तो हम उसे संरक्षण की श्रेणी देते हैं। संरक्षण को अंग्रेजी में conservation कहते हैं। आज के दौर में सोने से भी ज्यादा मंहगा है पानी। पानी का संरक्षण मतलब पानी की रक्षा करना होता है।

उत्तर- हमारी धरती पर केवल 3% ही पीने योग्य पानी है। बाकी धरती पर समुद्र के रूप में खारा पानी मौजूद है।

उत्तर- नदियों, झीलों, झरनों व तालाबों का जल तथा भौम जल को ही पानी के चार स्रोत कहा जाता है।

Leave a Reply Cancel reply

Recent post, mp board class 5 result 2024 – एमपी बोर्ड कक्षा 5 रिजल्ट 2024 {घोषित}, mp board class 8 result 2024 – एमपी बोर्ड कक्षा 8 रिजल्ट 2024 घोषित, कृषि सामान्य ज्ञान प्रश्न (agriculture gk questions in hindi), फिल्म और मनोरंजन सामान्य ज्ञान प्रश्न उत्तर, खेल सामान्य ज्ञान प्रश्न (sports gk questions in hindi), साहित्य सामान्य ज्ञान प्रश्न (literature gk questions in hindi).

Join Whatsapp Channel

Subscribe YouTube

Join Facebook Page

Follow Instagram

save water essay hindi

School Board

एनसीईआरटी पुस्तकें

सीबीएसई बोर्ड

राजस्थान बोर्ड

छत्तीसगढ़ बोर्ड

उत्तराखंड बोर्ड

आईटीआई एडमिशन

पॉलिटेक्निक एडमिशन

बीएड एडमिशन

डीएलएड एडमिशन

CUET Amission

IGNOU Admission

डेली करेंट अफेयर्स

सामान्य ज्ञान प्रश्न उत्तर

हिंदी साहित्य

[email protected]

A-840/ Chirag Dilli, New Delhi -110030

© Company. All rights reserved

About Us | Contact Us | Terms of Use | Privacy Policy | Disclaimer

Home » Essay Hindi » Essay On Save Water In Hindi जल संरक्षण पर निबंध

Essay On Save Water In Hindi जल संरक्षण पर निबंध

इस निबंध Essay On Save Water In Hindi में जल संरक्षण का महत्व पर निबंध (Jal Sanrakshan Par Nibandh) लेखन का प्रयास है। जल जीवन रूपी अमृत है जो धरती पर जीवों के लिए अनिवार्य है। ईश्वर ने हमें जीवन के लिए जल दिया लेकिन हम इसकी कद्र नही करते है। जब जल सकंट आता है, तब हमें इसका मूल्य समझ आता है। जल संरक्षण की आवश्यकता क्यों है? इस प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास है। इस पोस्ट “Importance Of Water Conservation Essay In Hindi” में जल संरक्षण का महत्व और उपाय पर विस्तृत चर्चा करेंगे।

जल संरक्षण पर निबंध Essay On Save Water In Hindi

जल ही जीवन है का मूलमंत्र हमें जीवन में उतारने की आवश्यकता है। जल के बिना जीवन की कल्पना करना भी बेमानी है। जल संरक्षण क्या है? यह प्रश्न भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हमें जल संरक्षण का अर्थ जानना जरूरी है। जल संरक्षण का अर्थ है – जल को संरक्षित रखना अर्थात जल को बचाना। जितने पानी की आवश्यकता है, केवल उतना ही पानी खर्च करना जल संरक्षण कहलाता है। जल संरक्षण में जल को प्रदूषित होने से रोकना भी है। सुनियोजित तरीके से जल प्रबंधन करना जल संरक्षण कहलाता है।

दुनिया में 71 फीसदी जल है लेकिन इस जल का 97 फीसदी पीने योग्य नही है। करीब 2 फीसदी जल ग्लेशियरों के रूप में है। बाकी रहा 1 फीसदी जल ही पीने योग्य है। धरती पर जल का एक बहुत बड़ा भाग महासागरों के रूप में है। यह महासागरीय जल स्वाद में खारा है जो पीया नही जा सकता है।

उपयोगी मीठे जल की सीमित मात्रा नदियों , तालाबों, कुंवो और झीलों के रूप में मौजूद है। मीठे पानी के इन सोर्सस में कमी के कारण जल संकट आता है। इन स्रोतों में जल की कमी का मुख्य कारण वर्षा का नही होना है। इसलिए वर्तमान समय में जल को संरक्षित करने की आवश्यकता है। जल संरक्षण पर निबंध ( Essay On Save Water In Hindi ) में इसका महत्व महत्वपूर्ण है। पीने योग्य साफ पानी हर मनुष्य का अधिकार है। इस पानी का बेवजह अत्यधिक दोहन होता है।

जल संरक्षण का महत्व पर निबंध Jal Sanrakshan Par Nibandh –

वर्तमान में कई देश जल संकट से गुजर रहे है। इन देशों में पीने योग्य पानी की भयंकर कमी है। ये धरती के वो इलाके है जहां बारिश बहुत कम होती है। अफ्रीका के कई देश भयंकर जल संकट से गुजर रहे है। ऑस्ट्रेलिया में भी बारिश की कमी से जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो रखी है। भारत देश भी जल संकट से अछूता नही है, यहां भी कई राज्य सूखे से प्रभावित है। दुनिया में ज्यादातर जल संकट रेगिस्तानी इलाकों में होता है लेकिन ग्लोबल वार्मिंग और घटते जंगलों के कारण अन्य इलाके भी सूखे की चपेट में आये है।

भारत देश के कई इलाकों में इतनी जबरदस्त जल समस्या है कि लोगों को दूर दराज इलाकों में पानी लाने जाना पड़ता है। कई मिलों पैदल चलकर एक घड़ा पानी लाने के लिए काफी मशक्कत होती है। नहाने या कपड़े धोने के लिए तो छोड़िए पीने के लिए पानी नही मिलता है। लोग जल की कमी के कारण गंदगी वाला पानी पीने को मजबूर है। पानी की कमी से कृषि नही होती जिससे रोजी रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ता है।

एक दुनिया यह है जो अभी आपने पढ़ी है जो जल के लिए संघर्ष कर रही है। एक दूसरी दुनिया भी है जहां पानी की कोई कमी नही है। ये लोग पानी की बर्बादी करते है क्योंकि इन्हें पानी का महत्व नही पता है। जितनी हमें पानी की जरूरत होती है, उससे भी कई गुना पानी बर्बाद होता है। हमें स्वच्छ जल संरक्षण की आवश्यकता है।

जल संरक्षण की आवश्यकता क्यों है Importance Of Water Conservation Essay In Hindi –

जल मनुष्य जीवन में एक महत्वपूर्ण कारक है। कई प्रकार के कार्यो के लिए जल की आवश्यकता होती है। कुछ महत्वपूर्ण कार्यो के बारे में यहां पर बताने का प्रयास है –

1. जीवित रहने के लिए शरीर को नित्य पानी पीने की जरूरत होती है। इसलिए पीने योग्य पानी के लिए जल संरक्षण की आवश्यकता है।

2. कृषि के लिए जल संरक्षण की आवश्यकता है। विभिन्न प्रकार की फसलों के उत्पादन के लिए जल सिंचाई की जरूरत होती है। सिंचाई के लिए जल तालाबों, नहरों और नदियों से मिलता है।

3. दैनिक जरूरतों जैसे नहाना, कपड़े धोना इत्यादि के लिए भी जल आवश्यक है। बिना जल के यह सम्भव नही है। गंदगी को दूर करने के लिए जल एकमात्र उपाय है।

4. भोजन बनाने के लिए भी जल की आवश्यकता होती है। सभी प्रकार के खाद्य पदार्थ को पकाने के लिए पानी चाहिए। स्वच्छ जल की आवश्यकता भोजन में जरूरी है।

5. केवल मनुष्य ही नही दूसरे जीव जंतुओं को भी पानी की आवश्यकता होती है। जल के बिना इनकी जिंदगी भी नामुमकिन है। धरती पर पाये जाने वाले समस्त जीवों के लिए जल अमृत समान है।

6. पेड़ पौधों के विकास और पनपने के लिए भी जल अति आवश्यक है। बिना जल के वृक्षों का जीवन नामुमकिन है। पेड़ पौधे हमें ऑक्सीजन, फल, जड़ी बूटी, औषधि, सब्जियां इत्यादि देते है।

7. उधोगों में भी पानी की आवश्यकता होती है। कच्चे माल से प्रोडक्ट बनाने के लिए लाखों गैलन पानी चाहिए। बिना पानी के औधोगिक उत्पादन सम्भव नही है। यहां तक कि भवन निर्माण में शुरू से लेकर अंत तक पानी की आवश्यकता होती है। कागज उधोग में भी लुगदी बनाने के लिए जल महत्वपूर्ण है।

जल की कमी के कारण Save Water Essay In Hindi –

पानी की कमी के कई कारण है जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण कारकों पर प्रकाश डालना जरूरी है। एक बात गौर करने लायक है कि जल समस्या आपके या हमारे गांव की ही नही है, यह एक वैश्विक समस्या है। जल समस्या से निजाद पाने के लिए जल की कमी के कारण जानना जरूरी है।

  • जल की कमी का सबसे महत्वपूर्ण कारक बारिश का ना होना है। रेगिस्तानी इलाकों में तो वैसे भी बारिश बहुत कम होती है। इसलिए यहां पर जल संकट हमेशा रहता है। वर्तमान समय में कई और इलाकों में भी बारिश नही है जिससे वहां भी जल संकट गहरा जाता है। बारिश होने से ही तालाब, झीलें जल से भर जाती है। भूमिगत जल का स्तर भी बारिश के कारण ही बढ़ता है। बारिश ना होने से भूमिगत जल स्तर बहुत नीचे चला जाता है। इससे खासकर गांवों में हैंडपंप सूखे पड़े है। कुँए भी भी पानी नही होने से सुख गए है।

जल की कमी के कारण –

  • स्वच्छ जल की कमी का दूसरा मुख्य कारण जल प्रदूषण है। जल प्रदूषण के कारण पानी दुषित हो जाता है जिससे वह पीने योग्य नही रहता है। जल संरक्षण की सफलता के लिए आवश्यक है कि हम जल को प्रदूषित होने से बचाये। जल प्रदूषण के कई कारण है, इसकी अधिक जानकारी के लिए यह पोस्ट पढ़े –  जल प्रदूषण पर निबंध
  • वृक्षों की अंधाधुंध कटाई के चलते भी जल समस्या में बढ़ौतरी हुई है। हम यह जानते ही है कि पेड़ बारिश के लिए जिम्मेदार होते है। आजकल इंसान लालच में आकर जंगलों को काट रहा है। इस कारण जंगल कई किलोमीटर सिकुड़ गए है। वृक्षों का महत्व पर अधिक जानकारी के लिए यह पोस्ट पढ़े –  वृक्षों का महत्व पर निबंध
  • जनसंख्या व्रद्धि भी पीने योग्य जल की कमी का एक बड़ा कारण है। प्रति व्यक्ति जल की खपत भी बढ़ी है। भुजल स्तर में लगातार गिरावट भी जल की कमी की समस्या उत्पन्न करता है। जल की कमी होने के पीछे जागरूकता का अभाव होना भी है।

जल संरक्षण के उपाय Water Conservation Essay In Hindi –

जल संरक्षण पर निबंध Essay On Save Water In Hindi – जल की कमी के कारण होने वाली भयंकर आपदा को रोकने के लिए जल संरक्षण आवश्यक है। जल संरक्षण के कुछ उपाय अपनाने से काफी हद तक जल की कमी को दूर किया जा सकता है।

1. स्वच्छ जल संरक्षण के लिए पर्यावरण प्रदूषण को रोकना होगा। जल प्रदूषण वर्तमान की गम्भीर समस्या है जो जल को प्रदूषित करती है। स्वच्छ पीने योग्य जल को संरक्षित करने के लिए जल प्रदूषण को रोकना होगा।

2. जल संरक्षण में दूसरा मुख्य उपाय है बारिश के जल को स्टोर करना। जिन इलाकों में बारिश कम होती है, वहां पर वर्षा जल को पोंड या होद बनाकर भविष्य के लिए स्टोर किया जा सकता है। ग्राम पंचायत स्तर पर भी योजना बनाकर उचित क्रियान्वयन के द्वारा जल संरक्षण किया जा सकता है। वर्षा के जल को छत से पाइप के जरिये उतारकर उसे होद में संरक्षित करना भी एक महत्वपूर्ण उपाय है।

3. हमें पानी का दुरुपयोग रोकना होगा। हमारे कुछ छोटे प्रयास जल संरक्षण में उपयोगी साबित हो सकते है। बिना उपयोग के पानी को खर्च मत करो। नल को बेवजह खुला छोड़ना भी जल की कमी को पैदा करता है। जहां जितने पानी की आवश्यकता है, उतना ही जल लेना चाहिए। हमें सुनियोजित जल प्रबंधन करना चाहिए जिससे जल संरक्षण सफल होगा।

4. शॉवर से नहाने के बजाए बाल्टी में पानी भरकर नहाना चाहिए। इससे भी पानी की बहुत बचत हो सकती है। कार, बाइक इत्यादि वाहनों को पानी के पाइप से नही धोना चाहिए क्योंकि इससे पानी की बर्बादी होती है। बाल्टी से ही इन वाहनों को धोना बढ़िया विकल्प है।

Jal Sanrakshan Par Nibandh जल संरक्षण पर निबंध –

5. रोजमर्रा के कामों में जल की कम से कम खपत हो, यह सुनिश्चित करे। कपड़े धोना या बर्तन धोना हो, पानी की बर्बादी ना करे। शौच के लिए भी पानी कम इस्तेमाल करे। भोजन पकाने में भी जितना हो सके, उतना कम पानी उपयोग करे। अगर पानी के पाइप से किसी भी तरह से जल रिसाव हो रहा है तो उसे तुंरत ठीक करे।

6. कृषि कार्यों में सिंचाई के लिए बून्द बून्द वाली सिंचाई करना उपयोगी है। बून्द बून्द सिंचाई से पानी की कम बर्बादी होती है। जितने पानी की आवश्यकता आपकी फसल को है, उतना ही पानी सिंचाई में इस्तेमाल करे।

7. जल संरक्षण को सफल बनाने का सबसे कारगर उपाय सामाजिक जागरूकता है। समाज में जल की उपयोगिता को समझाने के लिए शिक्षा की आवश्यकता है। बच्चों को स्कूल में जल संरक्षण के बारे में शिक्षित करना भी जरूरी है। इसी कड़ी में जल संरक्षण पर निबंध (Essay On Save Water In Hindi) लेखन महत्वपूर्ण है।

Essay On Save Water In Hindi – आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए जल संरक्षण की आवश्यकता है। अगर जल संरक्षण के उपाय नही किये गए तो भविष्य में जल के लिए विश्वयुद्ध हो सकता है। जल की कमी एक गंभीर समस्या है जिससे निजात पाने के लिए हमें गम्भीर रूप से विचार करना होगा।

यह भी पढ़े – 

  • जल ही जीवन है पर निबंध
  • पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध

Note – इस पोस्ट Essay On Save Water In Hindi में जल संरक्षण पर निबंध (Jal Sanrakshan Par Nibandh), जल संरक्षण का महत्व, जल की कमी के कारण, जल संरक्षण की आवश्यकता और जल संरक्षण के उपाय आपको कैसे लगे। यह आर्टिकल “Importance Of Water Conservation Essay In Hindi” पसंद आया हो तो शेयर भी करे।

Related Posts

महत्वपूर्ण विषयों पर निबंध लेखन | Essay In Hindi Nibandh Collection

ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध | डिजिटल एजुकेशन

समय का सदुपयोग पर निबंध (समय प्रबंधन)

राष्ट्रीय पक्षी मोर पर निबंध लेखन | Essay On Peacock In Hindi

ईद का त्यौहार पर निबंध | Essay On Eid In Hindi

चिड़ियाघर पर निबंध लेखन | Long Essay On Zoo In Hindi

मेरा परिवार विषय पर निबंध | Essay On Family In Hindi

' src=

Knowledge Dabba

नॉलेज डब्बा ब्लॉग टीम आपको विज्ञान, जीव जंतु, इतिहास, तकनीक, जीवनी, निबंध इत्यादि विषयों पर हिंदी में उपयोगी जानकारी देती है। हमारा पूरा प्रयास है की आपको उपरोक्त विषयों के बारे में विस्तारपूर्वक सही ज्ञान मिले।

Leave a comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

  • Hindi English Names
  • Hindi Me Shabd
  • interesting Facts
  • Hindi Read Duniya – Dictionary

जल संरक्षण पर निबंध 500 शब्दों में | Essay on save water in Hindi

  • by Rohit Soni

इस लेख में जल संरक्षण पर निबंध 500 शब्दों में ( Essay on save water in Hindi ) शेयर किया गया है। जो कि आपके परीक्षा के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है। जल संरक्षण पर निबंध लिखना काफी सरल है। इस निबंध को देख कर आप भी आसानी से Essay on save water in Hindi लिखना सीख सकते हैं। जल संरक्षण आने वाले भविष्य के लिए भी अति आवश्यक है। क्योंकि जल है तो कल है ।

Table of Contents

जल संरक्षण पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on save water in Hindi)

जल संरक्षण निबंध से संबंधित कुछ अन्य शीर्षक हैं जिनके लिए आप इस निबंध को इस्तेमाल कर सकते हैं।

जल की महत्ता अथवा जल है तो कल है अथवा बिन पानी सब सून अथवा जल जीवन का आधार अथवा जल ही जीवन है

जल संरक्षण पर निबंध 500 शब्दों में | Essay on save water in Hindi

“जल से जीवन, जल ही जीवन, जल जीवन का दाता है । जल-संरक्षण कर ले मानव, जल ही भविष्य निर्माता है ॥”

[विस्तृत रूपरेखा – (1) प्रस्तावना, (2) जल का महत्व, (3) जल के विभिन्न स्रोत, (4) जल का अभाव, (5) जल समस्या का समाधान, (6) उपसंहार ।

प्रस्तावना –

सृष्टि की रचना जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी, और आकाश पाँच तत्वों से हुई है। जिसमें जल का भी बहुत ज्यादा महत्त्वपूर्ण स्थान है। और संसार के दैनिक जीवन में भी जल एक आवश्यक तत्व है। इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।

जल का महत्व –

पृथ्वी पर रह रहें सभी जीव-जन्तुओं , पशु-पक्षियों , फसलों, वनस्पतियों, और पेड़ पौधों , आदि सभी के लिए जल अनिवार्य है। बिना पानी के इन सभी का अस्तित्व सम्भव नहीं है। जल से ही संसार में जीवन्तता दिखाई देती है। चारों ओर फैली हरियाली, फसलें, फल-फूल आदि सभी जल के कारण ही जीवित हैं। मानव तो बिना जल के जीवित रह ही नहीं सकता है। अतः सृष्टि में जल विशेष महत्त्वपूर्ण है। इसके बारे में रहीम जी ने लिखा है –

“रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून। पानी गए न ऊबरे मोती मानस चून ।”

धरती पर जल प्राप्त करने के विभिन्न प्रकार के कई स्रोत हैं। सागरों में अथाह जल भरा है किन्तु वह खारा है, इसलिए वह हर प्रकार की पूर्ति नहीं कर पाता है। पानी का मूल स्रोत वर्षा है। बारिस का पानी ही नदियों, तालाबों, जलाशयों में एकत्रित होकर जल की पूर्ति करता रहता है। इसके अतिरिक्त पहाड़ों पर जमने वाली बर्फ पिघलकर जल के रूप में नदियों में आती है। कुआँ, नल कूप आदि के द्वारा पृथ्वी के नीचे भण्डारित जल को प्राप्त किया जाता है।

जल का अभाव –

विगत वर्षों में जल की निरन्तर कमी हो रही है। वर्षा कम हो रही है जिससे धरती का जल स्तर लगातार गिर रहा है। जल की समस्या भारत में ही नहीं दुनिया भर में हो रही है। कुछ स्थानों पर तो जल के लिए त्राहि-त्राहि मची है। और वही कुछ लोगों का यहाँ तक मानना है कि संसार का तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए ही होगा।

जल की कमी को देखते हुए यह आवश्यक है कि हम जल का पूरी तरह सदुपयोग करें। वर्षा के समय जो पानी नालों और नदियों के द्वारा बहकर समुद्र में चला जाता है, उसे इकट्ठा करके उपयोग में लाएँ। वर्षा काल में पानी को पृथ्वी में नीचे पहुँचाया जाए तो जल स्तर ऊपर आएगा। इसलिए जल की इस समस्या के प्रति सजग रहना आवश्यक है।

यदि समय रहते जल संरक्षण की ओर ध्यान न दिया गया तो संसार का विनाश होना निश्चित हो जाएगा। जल के बिना किसी का भी जीवित रहना सम्भव नहीं है। सत्य यह है कि जल ही जीवन है। इसलिए जल की पूर्ति आवश्यक है। अतः अब समय आ गया है कि बिना अधिक विलम्ब किये मानव को जल के अपव्यय को रोकने के साथ-साथ उसके संरक्षण हेतु प्रभावी उपाय करने चाहिए। तभी हमारी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित हो सकेगा। और यह कोई सलाह मात्र नहीं, चेतावनी भी है।

  • जल प्रदूषण पर निबंध 1500 शब्दों में
  • जल प्रदूषण पर नारा

जल संरक्षण पर निबंध 150 शब्दों में

  • वाहन धोने के लिए पाइप के उपयोग से बचना चाहिए इससे अधिक पानी बर्बाद होता है।
  • सार्वजनिक स्थलों की नलों की टोंटियां को उपयोग के बाद हमेशा बंद कर के रखना चाहिए।
  • जानवरों को गार्डन में स्नान करा सकते हैं जिससे जानवरों के स्नान के साथ गार्डन को भी पानी मिल जाएगा और जल संरक्षण होगा।
  • बरसात के पानी को जमा कर शौच में और खेतों की सिचाई आदि के लिये एक अच्छा उपाय है जिससे स्वच्छ जल को पीने और भोजन पकाने के लिये बचाया जा सकता है।
  • शावर, टब की जगह हमें बाल्टी से स्नान करना चाहिए क्योंकि शावर और टब में नहाने से अधिक पानी व्यर्थ होता है।
  • बर्तन को धुलते समय नल के स्थान पर टब का प्रयोग करना से जल का संरक्षण किया जा सकता है।
  • ब्रश करते समय नल को बंद रखें तथा आवश्यकता होने पर ही नल खोलें ।
  • छोटे व बड़े पोखरों और तालाबों का निर्माण किया जाए, जो लगभग 10 मीटर तक गहरे हों। जिसमें बरसात के पानी उपयोग के लिए रोका जा सके।
  • सिचाई के लिए पाईप की जगह फुहारा प्रणाली का उपयोग करना चाहिए।
  • अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए लोगों को जागरूक करना चाहिए।

जल संरक्षण पर निबंध 150 शब्दों में (Essay on save water 10 line)

तो दोस्तों जल संरक्षण पर निबंध आपके लिएबहुत महत्वपूर्ण है। जिसका शीर्षक इस प्रकार से है “ जल संरक्षण पर निबंध 500 शब्दों में ” अथवा “ Essay on save water in Hindi ” यह निबंध आपके लिए बहुत उपयोगी है अतः आपको Jal sanrakshan par nibandh in Hindi 500 शब्दों में लिखना जरूर से आना चाहिए।

इसी प्रकार के और भी उपयोगी, ज्ञानवर्धक और मनोरंजक जानकारी हिंदी में पढ़ने के लिए Hindi Read Duniya को सबस्क्राइब जरूर करें। निबंध को पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद!

Read More Essay:

  • Water Pollution in Hindi
  • Global Warming in Hindi
  • Essay Environment in Hindi

Q: जल संरक्षण पर निबंध कैसे लिखें?

Ans: जल संरक्षण पर निबंध लिखने के उपर दिए गए निबंध को ध्यान से पढ़िए आपको समझ में आ जाएगा। और एक अच्छा निबंध कैसे लिखें इसके लिए यह पोस्ट जरूर पढ़ें।

Q: जल संरक्षण पर पाँच नारे लिखिए।

Ans: 1) कर लो अपने मन में निश्चय, करना है  जल का संचय । 2) जल संरक्षण  है मेरा सपना, ताकि खुशहाल रहे भारत अपना। 3) जल संरक्षण  हमारा दायित्व ही नही कर्तव्य भी है। 4) जल ही जीवन है , इसके बिना सब निर्जन है। 5) पानी को हम बचायेंगे, देश में खुशहाली लायेंगे।

Read More जल प्रदूषण पर नारा

Q: जल संरक्षण से आप क्या समझते हैं?

Ans: जल संरक्षण वह प्रक्रिया है जिससे जल को साफ-स्वच्छ रूप में इकटूठा किया जाता है ताकि उसको भविष्य में उपयोग में लाया जा सके। इससे पूरे वर्ष जल के अभाव को रोका जा सकता है।

यह भी पढ़ें –

चंद्रयान 3 पर निबंध 100, 300, 500 शब्दों में | Chandrayaan 3 Essay in Hindi

Hello friends मेरा नाम रोहित सोनी (Rohit Soni) है। मैं मध्य प्रदेश के सीधी जिला का रहने वाला हूँ। मैंने Computer Science से ग्रेजुएशन किया है। मुझे लिखना पसंद है इसलिए मैं पिछले 5 वर्षों से लेखन का कार्य कर रहा हूँ। और अब मैं Hindi Read Duniya और कई अन्य Website का Admin and Author हूँ। Hindi Read Duniya   पर हम उपयोगी , ज्ञानवर्धक और मनोरंजक जानकारी हिंदी में  शेयर करने का प्रयास करते हैं। इस website को बनाने का एक ही मकसद है की लोगों को अपनी हिंदी भाषा में सही और सटीक जानकारी  मिल सके। View Author posts

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

दा इंडियन वायर

पानी बचाओ पर निबंध

save water essay hindi

By विकास सिंह

save water essay in hindi

शब्द “पानी बचाओ” हमें धरती की सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधनों में से एक – पानी को बचाने के लिए आग्रह करता है। पानी की आसान उपलब्धता ने हमें लापरवाह बना दिया है, इसके महत्व को कम करके और इसके अपव्यय के परिणामस्वरूप यह खराब किया जा रहा है।

आज, एक सामान्य घरेलू परिवार में सालाना हजारों लीटर पानी की बर्बादी होती है, बिना यह महसूस किए कि उसे प्राकृतिक प्रक्रियाओं के माध्यम से समान मात्रा में प्रजनन के लिए वर्षों की आवश्यकता होगी। भविष्य की पीढ़ियों के लिए इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पानी के उपयोग को अनुकूलित किया जाना चाहिए।

पानी बचाओ पर निबंध, save water essay in hindi (100 शब्द)

जल धरती के द्वारा मानव को उपलब्ध कराया गया सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है। यह जीवन के अस्तित्व और पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। पानी के बिना पृथ्वी पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है और इतिहास पानी पर सभ्यताओं के बीच लड़े गए युद्धों से भरा हुआ है।

यद्यपि, पृथ्वी में 71% पानी है, इसका केवल 2.5% पानी पीने लायक है जिसका हम उपयोग करते हैं, और हम इसे भी बर्बाद कर रहे हैं। आज हम जो ताजे पानी का उपयोग कर रहे हैं, वह शायद पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत के बाद से हुआ है।

पृथ्वी के ताजे पानी की मात्रा स्थिर बनी हुई है, लेकिन इसके सेवन से मानव प्रदूषण कई गुना बढ़ गया है;पानी के इष्टतम उपयोग की दिशा में पर्याप्त उपाय किया जाना चाहिए और प्रकृति के इस सबसे मूल्यवान संसाधन की भविष्य की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए वर्षा जल संचयन जैसे तरीकों को लागू किया जाना चाहिए।

पानी बचाओ पर निबंध, save water essay in hindi (150 शब्द)

पानी मानवता को प्रकृति द्वारा दिए गए सबसे अनमोल उपहारों में से एक है। पृथ्वी पर जीवन केवल पानी के कारण ही संभव है। पृथ्वी की तीन-चौथाई सतह पानी से आच्छादित है, लेकिन फिर भी लोग भारत और अन्य देशों के कई क्षेत्रों में पानी की कमी से पीड़ित हैं। पानी की कमी के कारण विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के सामने आने वाली कठिनाइयों ने हमें पर्यावरण की रक्षा, जीवन को बचाने और दुनिया को बचाने के लिए जल संरक्षण और संरक्षण करना सिखाया।

पृथ्वी पर जीवन के लिए पानी सबसे आवश्यक स्रोत है क्योंकि हमें पीने, खाना पकाने, नहाने, कपड़े धोने, कृषि आदि जैसी हर गतिविधि में पानी की आवश्यकता होती है। हमें पानी को बचाना चाहिए और इसे दूषित नहीं करना चाहिए ताकि यह भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी उपलब्ध रहे। हमें पानी की बर्बादी को रोकना चाहिए और इसका सही उपयोग करना चाहिए ताकि पानी की गुणवत्ता भी ठीक रहे।

पानी बचाओ पर निबंध, save water essay in hindi (200 शब्द)

धरती पर रहने वाले सभी प्राणियों के लिए माँ प्रकृति का एक अनमोल उपहार है। हम सभी अपने जीवन में पानी के महत्व को समझते हैं और पानी के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। पृथ्वी पर हर चीज़ को पानी की ज़रूरत होती है जैसे इंसान, जानवर, पेड़, पौधे, कीड़े और अन्य जीवित चीजें।

हमें पानी क्यों बचाना चाहिए?

वर्षा और वाष्पीकरण की प्रक्रिया के माध्यम से पृथ्वी पर पानी का संतुलन बनाए रखा जाता है। पृथ्वी की तीन-चौथाई सतह पानी से ढकी है; हालाँकि इसमें स्वच्छ जल का प्रतिशत बहुत कम है जो मानव उपयोग के लिए उपयुक्त है। तो, समस्या साफ पानी की कमी से है और अगर साफ पानी की मात्रा कम हो जाती है तो यह भविष्य में बड़े मुद्दे पैदा कर सकता है।

हम पानी कैसे बचा सकते हैं?

हमें अपने हाथों को एक साथ जोड़ना चाहिए और इसे बर्बाद किए बिना आवश्यकता के अनुसार पानी का उपयोग करने का संकल्प लेना चाहिए। हमें पानी के आउटलेट में दवाइयां या तेल न फेंककर पानी के दूषित होने से भी बचना चाहिए। हमें पानी को प्रदूषित होने से बचाना चाहिए और औद्योगिक कचरे को पानी में मिलाने से बचना चाहिए। उचित अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली होनी चाहिए जिसका पालन सभी को करना होगा।

निष्कर्ष:

स्वच्छ जल जीवन का अत्यंत आवश्यक घटक है, इसलिए हमें भविष्य की सुरक्षा के लिए जल संरक्षण करना होगा। स्वच्छ जल न केवल मानव की आवश्यकता है, बल्कि यह अन्य प्रजातियों के अस्तित्व के लिए भी महत्वपूर्ण है। यदि हम पानी बचाते हैं तो हम पृथ्वी पर जीवित रहने के लिए अन्य प्रजातियों की मदद भी करेंगे और एक जगह की जैव विविधता को संरक्षित रखने में मदद करेंगे।

पानी बचाओ पर निबंध, essay on save water in hindi (250 शब्द)

यह पहले से ही सभी के लिए स्पष्ट है कि पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए पानी बहुत आवश्यक है। हमारी हर गतिविधि पानी पर निर्भर है। हालाँकि हम पृथ्वी पर विशाल जल निकायों (पृथ्वी की सतह के लगभग तीन-चौथाई) से घिरे हैं, लेकिन पृथ्वी पर उपलब्ध ताज़ा पानी ग्लेशियरों के रूप में केवल 2.5% है, जिसमें से केवल 1% पीने के लिए फिट है। इसलिए हमारे लिए पानी बचाना और उसकी बर्बादी से बचना महत्वपूर्ण हो गया है।

जल प्रदूषण के कारण:

उद्योगों, मल, जहरीले रसायनों और अन्य अपशिष्ट पदार्थों के अपशिष्ट पदार्थों से पानी दूषित हो जाता है। पानी की कमी और साफ पानी के दूषित होने का मुख्य कारण लगातार बढ़ती जनसंख्या और तेजी से औद्योगिकीकरण और शहरीकरण है। पानी के दूषित होने के लिए अनुचित अपशिष्ट डिस्पोजेबल प्रणाली भी प्रमुख रूप से जिम्मेदार है।

पानी बचाने की आवश्यकता:

जैसा कि हम जानते हैं कि पहले से ही पानी की कमी है, इसलिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि पृथ्वी पर जो भी मात्रा उपलब्ध है, उसका बिना किसी अपव्यय के सही उपयोग किया जाना चाहिए। हमें also सेव वॉटर ’पहल के बारे में भी जागरूकता बढ़ानी चाहिए ताकि हम भविष्य की पीढ़ियों के लिए और पृथ्वी पर जीवित रहने वाली अन्य प्रजातियों के लिए भी पानी का संरक्षण कर सकें।

साफ पानी की कमी के कारण, लोग कई क्षेत्रों में अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते हैं। हाल के अध्ययन के अनुसार, यह पाया गया है कि लगभग 19% भारतीय आबादी के पास ताजे पानी तक पहुंच नहीं है। हमें आदर्श पानी “सेव वॉटर, सेव लाइफ, सेव वर्ल्ड” के साथ विभिन्न सर्वोत्तम और सबसे उपयुक्त तरीकों के माध्यम से स्वच्छ पानी की कमी से निपटने के लिए एक साथ हाथ मिलाने की आवश्यकता है।

पानी बचाओ पर निबंध, save water essay in hindi (300 शब्द)

पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए पानी बचाना या पानी का संरक्षण बहुत आवश्यक है क्योंकि पानी के बिना कोई भी जीवन संभव नहीं है। जल पृथ्वी पर जीवन चक्र की निरंतरता में मदद करता है क्योंकि पृथ्वी जल और जीवन के लिए एकमात्र ज्ञात ग्रह है।

जीवन भर पानी की आवश्यकता है और इसे बचाना हमारी जिम्मेदारी बन जाती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान की लड़कियां स्कूलों में नहीं जाती हैं क्योंकि उन्हें पानी लाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इसलिए पानी को बचाना और उसकी बर्बादी से बचना हमारा कर्तव्य बन जाता है।

पानी की कमी का प्रभाव:

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के सर्वेक्षण के अनुसार, यह दर्ज किया गया था कि भारत में लगभग 14.4% आत्महत्या के मामले सूखे के कारण थे। बारिश की कमी और भूजल की कमी के कारण गंभीर नुकसान होने पर किसान आत्महत्या कर लेते हैं। तो, पानी की कमी से गरीबी, आत्महत्या, पलायन और अन्य सामाजिक मुद्दे भी पैदा होते हैं। साथ ही इन क्षेत्रों के बच्चे इन मुद्दों के कारण शिक्षा के अपने मूल अधिकार को प्राप्त करने में सक्षम नहीं हैं।

पानी बचाने के लिए हम कैसे मदद कर सकते हैं?

हमें जल संरक्षण के लिए अतिरिक्त प्रयास करने की आवश्यकता नहीं है; हमें केवल अपनी दैनिक गतिविधियों में कुछ सकारात्मक बदलाव लाने की आवश्यकता है। हर उपयोग के बाद नल को कसकर बंद करना सुनिश्चित करें, शॉवर का उपयोग करने के बजाय धोने या स्नान के लिए बाल्टी और मग का उपयोग करें, जहां भी आप एक पाते हैं, वहां चल रहे नल को बंद कर दें, यह बहुत छोटे प्रयास हैं जो एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं।

लाखों लोगों द्वारा थोड़ा सा प्रयास जल बचाओ अभियान की दिशा में एक बड़ा सकारात्मक परिणाम दे सकता है।

भारत के एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में, हम सभी को इसके लिए हाथ मिलाना चाहिए और इसकी एक बूंद भी बर्बाद किए बिना पानी बचाना चाहिए। एक सच्ची कहावत है कि हर किसी का एक छोटा सा प्रयास एक बड़ा परिणाम दे सकता है जैसे कि पानी की कई बूंदें तालाब, नदी और समुद्र जैसे विशाल जल संस्थान बनाती हैं। तो आइए इसे बर्बाद किए बिना पानी की हर बूंद को बचाएं क्योंकि हर बूंद मायने रखती है।

पानी बचाओ पर निबंध, save water essay in hindi (400 शब्द)

प्रस्तावना:.

ताजे और स्वच्छ पानी की आपूर्ति बनाए रखने के लिए विभिन्न माध्यमों से जल बचाओ जल संरक्षण है। चूंकि ताजे जल स्रोतों की उपलब्धता कम हो रही है, जल संरक्षण या जल बचाओ अभियान बहुत महत्वपूर्ण हैं ताकि दुनिया भर के सभी लोगों के साथ-साथ भावी पीढ़ियों के लिए भी ताजा और साफ पानी उपलब्ध हो सके।

ताजे पानी की कमी के कारण:

औद्योगिक अपशिष्ट पदार्थों द्वारा बड़े जल निकायों को दैनिक आधार पर प्रदूषित किया जा रहा है। अनुचित अपशिष्ट प्रबंधन ने इस मुद्दे को जोड़ा है। कीटनाशकों और उर्वरकों ने जल निकायों और भूजल को भी दूषित कर दिया है। पानी का बहुत अधिक उपयोग और बहुत अधिक पानी की बर्बादी ने भी स्वच्छ पानी की उपलब्धता को कम कर दिया है।

पानी की बर्बादी की रोकथाम:

सभी उद्योगों, भवनों, अपार्टमेंटों, स्कूलों, अस्पतालों आदि में उचित जल प्रबंधन प्रणाली को लागू किया जाना चाहिए ताकि इसकी एक बूंद भी बर्बाद न हो। आम लोगों को पानी के महत्व के बारे में बताने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाना चाहिए और इसे बिना बर्बाद किए सीमित मात्रा में कैसे इस्तेमाल किया जाना चाहिए। युवा पीढ़ी को भी पानी बचाने के लिए जागरूकता फैलाने का काम करना चाहिए।

वर्षा जल संचयन सभी क्षेत्रों में शुरू किया जाना चाहिए। यह भूजल को फिर से भरने में मदद करता है और इसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों में भी किया जा सकता है।

पानी को कैसे बचायें?

मैंने दैनिक आधार पर पानी बचाने के कुछ बेहतर तरीकों का उल्लेख किया है:

  • लोगों को अपने लॉन और उद्यानों को पानी की आवश्यकता होने पर ही पानी देना चाहिए।
  • छिड़काव पाइप से पानी देने से बेहतर है जो प्रति माह कई गैलन पानी बचा सकता है।
  • सूखे से बचाव के पौधे लगाना पानी बचाने का बेहतर तरीका है।
  • पानी बचाने के लिए लीकेज नल और प्लंबिंग जोड़ों को तुरंत ठीक किया जाना चाहिए और इससे प्रति दिन लगभग 20 गैलन पानी की बचत हो सकती है।
  • बाल्टी और मग का उपयोग पाइप धोने के बजाय कार धोने के लिए अच्छा है जो हर बार 150 गैलन पानी बचा सकता है।
  • वर्षा के प्रवाह प्रतिबंधों का उपयोग भी पानी बचाता है।
  • पूरी तरह से भरी हुई वाशिंग मशीन और डिशवॉशर का उपयोग प्रति माह लगभग 300 से 800 गैलन पानी बचाता है।
  • प्रति शौचालय कम पानी का उपयोग करने से प्रति दिन अधिक पानी बचाने में मदद मिलती है।
  • बहते पानी के नीचे धोने के बजाय पानी से भरे बर्तन में फलों और सब्जियों को धोने से पानी की बचत होती है।
  • वर्षा जल संचयन एक अच्छा विचार है जिसके द्वारा वर्षा जल को विभिन्न प्रयोजनों में संग्रहीत और उपयोग किया जा सकता है।

पानी की कमी दुनिया के कई हिस्सों में एक प्रमुख मुद्दा बन गया है और पिछले कुछ दशकों में पानी की मांग छह गुना बढ़ गई है। यह महत्वपूर्ण है कि हम पृथ्वी पर उपलब्ध पानी की बचत में महत्वपूर्ण कदम उठाना शुरू कर दें। यह हमारे देश के प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी और कर्तव्य है कि वे जिम्मेदार तरीके से पानी का उपयोग करें और पानी की बर्बादी से बचें क्योंकि पानी की प्रत्येक बूंद जो हम बचाते हैं वह दूसरों को उनके अस्तित्व में मदद करेगा।

पानी बचाओ पर निबंध, long essay on save water in hindi (1000 शब्द)

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि पानी हमें और पृथ्वी पर अन्य जीवित चीजों को जीवन देता है। यह पृथ्वी पर मानव जाति और अन्य प्रजातियों के अस्तित्व के लिए बहुत आवश्यक है। पानी के बिना, हम किसी भी ग्रह पर जीवन के अस्तित्व की कल्पना नहीं कर सकते। पृथ्वी अब तक का एकमात्र ज्ञात ग्रह है जिसमें पानी और जीवन है, इसलिए हमारे लिए इस संसाधन का संरक्षण करना आवश्यक हो गया है जो जीवन का आधार है।

पृथ्वी लगभग 71% पानी से ढकी हुई है लेकिन पीने के लिए केवल 1% फिट है। पानी के संतुलन का सामान्य चक्र स्वाभाविक रूप से वाष्पीकरण और बारिश की तरह चलता है। हालाँकि, समस्या पृथ्वी पर सुरक्षित पेयजल की उपलब्धता के साथ है जो बहुत कम मात्रा में उपलब्ध है और चित्र में पानी के संरक्षण के बारे में बताया गया है।

हमें पानी क्यों बचाना चाहिए, इसका उत्तर जानने के लिए, पहले हमें पानी के महत्व को जानना चाहिए और हमारे जीवन में पानी हमारे लिए कितना मूल्यवान है। वायु, जल और भोजन के बिना जीवन संभव नहीं है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात, हवा के बाद, जीवन के अस्तित्व के लिए पानी तीनों आवश्यकताओं में दूसरा सबसे कीमती है।

अब सवाल यह है कि पृथ्वी पर हमारा कितना शुद्ध पानी है। आंकड़ों के अनुसार, यह अनुमान लगाया गया है कि पृथ्वी पर 1% से भी कम पानी पीने के लिए उपयुक्त है। यदि हम पीने के पानी और दुनिया की कुल आबादी के अनुपात का अनुमान लगाते हैं, तो यह होगा, दुनिया भर के एक अरब से अधिक लोग प्रति दिन 1 गैलन पानी पर जीवित हैं। यह भी अनुमान लगाया गया है कि वर्ष 2025 तक 3 बिलियन से अधिक लोग पानी की कमी से पीड़ित होंगे।

हालांकि लोगों ने स्वच्छ पानी के मूल्य को समझना शुरू कर दिया है, लेकिन उन्होंने अभी भी पानी को बचाने की शुरुआत नहीं की है। पानी बचाना एक अच्छी आदत है और हममें से हर किसी को इस ग्रह पर जीवन की निरंतरता के लिए पानी बचाने की पूरी कोशिश करनी चाहिए। कुछ साल पहले किसी ने कल्पना नहीं की थी कि पानी की दुकानों पर बेचा जाएगा, लेकिन आज यह एक सामान्य परिदृश्य बन गया है। हम स्पष्ट रूप से कल्पना कर सकते हैं कि, निकट भविष्य में पूरे विश्व में स्वच्छ जल की कमी होगी इसलिए जल संरक्षण ही एकमात्र उपाय है यदि हम इस स्थिति से बचना चाहते हैं।

स्वच्छ जल के महत्व के बारे में कुछ तथ्य:

नीचे कुछ तथ्य दिए गए हैं जो आपको यह जानने में मदद करेंगे कि स्वच्छ पानी कितना मूल्यवान है:

  • दुनिया में हर साल लगभग 3.4 मिलियन लोग पानी से संबंधित बीमारियों के कारण मर जाते हैं।
  • विकासशील देशों में जल जनित बीमारियों का खतरा अधिक है।
  • एक दिन के लिए अखबार की छपाई में लगभग 300 लीटर पानी की खपत होती है।
  • दुनिया में पानी से पैदा होने वाली बीमारी से हर 15 सेकंड में एक बच्चे की मौत हो जाती है।
  • वैश्विक स्तर पर 2025 तक पेयजल का कारोबार 216 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
  • भारत, अफ्रीका और एशिया के ग्रामीण गांवों के लोगों को पीने के पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
  • भारत में लोग विभिन्न जल जनित रोगों से अत्यधिक पीड़ित हैं जो अर्थव्यवस्था को काफी हद तक प्रभावित करते हैं।

पानी बचाने के तरीके:

कुछ आसान तरीके हैं जो आपकी जीवनशैली को बदले बिना पानी को बचाने में मदद करते हैं। घर का एकल व्यक्ति घरेलू गतिविधियों में प्रतिदिन लगभग 60-100 लीटर पानी की खपत करता है। कुल पानी की खपत का केवल 2.5% का उपयोग पीने और खाना पकाने के लिए दैनिक आधार पर किया जाता है और बाकी पानी का उपयोग पानी देने वाले पौधों, शौचालय के उपयोग, स्नान, कपड़े धोने, स्नान आदि जैसी अन्य गतिविधियों में किया जाता है और यदि हम इन गतिविधियों में अपने उपभोग को थोड़ा कम करते हैं तब हम निश्चित रूप से अच्छी मात्रा में पानी बचा सकते हैं।

पानी की बचत के कुछ उपाय इस प्रकार हैं:

  • हर किसी को अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी को समझना चाहिए और अपनी दैनिक गतिविधियों में जितना हो सके पानी बचाने की कोशिश करनी चाहिए।
  • वर्षा जल संचयन सबसे अच्छा तरीका है जिसके द्वारा हम विभिन्न प्रयोजनों में वर्षा जल का उपयोग कर सकते हैं और भूजल को फिर से भरने में भी मदद कर सकते हैं।
  • हमेशा पूरी क्षमता के साथ वॉशिंग मशीन और डिशवॉशर का उपयोग करें क्योंकि यह बीच में अनावश्यक धोने में कटौती करता है।
  • स्नान करने के लिए शॉवर के बजाय बाल्टी का उपयोग करें, यह हर दिन लगभग 100-150 लीटर पानी बचाता है।
  • शाम को पौधों को पानी दें ताकि यह वाष्पित न हो जाए और इसका उपयोग संयंत्र द्वारा किया जाए।
  • जहाँ भी आप इसे चलते देखते हैं, नल को कसकर बंद करें और तुरंत संबंधित विभाग को पानी के रिसाव की सूचना दें।
  • पानी के रंगों से बचने और पानी की एक बड़ी मात्रा को बचाने के लिए ‘गुलाल’ के साथ ‘सूखी होली’ मनाएं।
  • अपने पड़ोस, इलाकों और स्कूलों में पानी बचाओ ’पहल फैलाएं।
  • हमें सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए अपने परिवार के सदस्यों, बच्चों, दोस्तों, पड़ोसियों और सहकर्मियों को अपने अंत से ही ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
  • ये टिप्स निश्चित रूप से पानी को बचाने में मदद करेंगे लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसका सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। इन बातों के अलावा हमें लोगों को शिक्षित करना चाहिए और उन्हें पानी के महत्व के बारे में जागरूक करना चाहिए। हमें उन्हें इस बात का भी एहसास कराना चाहिए कि पानी प्रकृति में दुर्लभ है और इसे बेहतर कल के लिए संरक्षित और बर्बाद नहीं करना है।

हवा के बाद, पानी सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है जो हमारी प्रकृति ने हमें दिया है। यह न केवल हमारे लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि सभी जीवित प्रजातियों, पौधों और पेड़ों के लिए भी आवश्यक है। यह हमारे ग्रह की जैव विविधता के निर्वाह और खाद्य श्रृंखला के लिए भी महत्वपूर्ण है।

स्वच्छ जल की मात्रा बहुत सीमित है और यह झीलों, नदियों और भूजल में प्रमुखता से उपलब्ध है। इसलिए हमारे लिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम इसका संरक्षण करें ताकि यह भविष्य में भी उपलब्ध रहे।

पानी का प्रदूषण और प्रदूषण आजकल एक सामान्य परिदृश्य है जो पानी की गुणवत्ता को कम करता है और इसे पीने के लिए अयोग्य बनाता है। यह हमारी प्रमुख जिम्मेदारी है कि हम इसे रोकें और जल बचाओ  शब्द भी फैलाएं ताकि हम न केवल आज के लिए बल्कि अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी सबसे मूल्यवान और महत्वपूर्ण संसाधनों में से एक का संरक्षण कर सकें।

[ratemypost]

इस लेख से सम्बंधित अपने सवाल और सुझाव आप नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

Related Post

Paper leak: लाचार व्यवस्था, हताश युवा… पर्चा लीक का ‘अमृत काल’, केंद्र ने पीएचडी और पोस्ट-डॉक्टोरल फ़ेलोशिप के लिए वन-स्टॉप पोर्टल किया लॉन्च, एडसिल विद्यांजलि छात्रवृत्ति कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, 70 छात्रों को मिलेगी 5 करोड़ की छात्रवृत्ति, leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Climate Change: जलवायु-परिवर्तन के कुप्रभावों से संरक्षण का अधिकार भी मौलिक अधिकार

फेयरनेस क्रीम के बढ़ते इस्तेमाल से भारत में किडनी की समस्याएँ बढ़ रही हैं: अध्ययन, election 2024: जलवायु परिवर्तन जैसे पर्यावरण संबंधी समस्याएं भारत मे चुनावी मुद्दा क्यों नहीं बनतीं, katchatheevu island: प्रधानमंत्री मोदी आखिर इस ‘गड़े मुर्दे’ को क्यों उखाड़ रहे हैं.

HiHindi.Com

HiHindi Evolution of media

जल संरक्षण पर निबंध Save Water Essay In Hindi

जल संरक्षण पर निबंध Save Water Essay In Hindi स्रष्टि के पंचभौतिक पदार्थो में जल का सर्वाधिक महत्व है. और यही जीवन का आधार है.

इस धरती पर जल संरक्षण   के कारण ही पेड़-पौधों, बाग-बगीचों आदि के साथ प्राणियों का जीवन सुरक्षित है. जीवन संरक्षण का मूल तत्वहोने से कहा गया है ‘ जल है तो जीवन है’ या ‘जल ही अमृत है’

धरती पर जलाभाव की समस्या उतरोतर बढ़ रही है. अतएवं धरती पर जल संरक्षण का महत्व  मानकर संयुक्त राष्ट्र संघ ने सनः 1992 में विश्व जल दिवस मनाने की घोषणा की, जो प्रतिवर्ष 22 मार्च के दिन मनाया जाता है.

Save Water Essay In Hindi जल संरक्षण पर निबंध

जल संरक्षण पर निबंध Save Water Essay In Hindi

जल चेतना हमारा दायित्व- Save Water Save Life Essay

हमारी प्राचीन संस्कृति में जल वर्षण उचित समय पर चाहने के लिए वर्षा के देवता इंद्र और जल देवता वरुण का पूजन किया जाता था. इसी प्रकार हिमालय के साथ गंगा, यमुना, सरस्वती आदि नदियों का स्तुवन किया जाता था. फलस्वरूप धरती पर जल संकट नही था.

प्राचीन एतिहासिक साक्ष्यो से विदित होता है कि हमारे राजा तथा समाजसेवी श्रेष्टिवर्ग पेयजल हेतु कुओ, तालाबों, पोखरों आदि का निर्माण कर पर्याप्त धन व्यय करते थे. वे जल संचय का महत्व जानते थे.

किन्तु वर्तमान काल में मानव की स्वार्थी प्रवृति, भौतिकवादी चिंतन एवं अनास्थावादी द्रष्टिकोण के कारण उपलब्ध जल का ऐसा विदोहन किया जा रहा है.

जिससे अनेक क्षेत्रों में अब पेयजल का संकट पैदा हो गया है. इसलिए हमारा दायित्व है कि हम जल को जीवन रक्षक तत्व के रूप में संरक्षण प्रदान करे और न केवल वर्तमान को आपितु भविष्य को भी निरापद बनावे.

जल संकट का प्रभाव (Water Conservation In Hindi)

हमारे देश में औद्योगीकरण, शहरीकरण और खनिज संपदा का बड़ी मात्रा में विदोहन, भूजल का अतिशय दोहन तथा कल कारखानों के विषैले रासायनिक अपशिष्टों का उत्सर्जन होने से जल संकट (Water Crisis) निरंतर बढ़ रहा है. इससे न तो खेती बाड़ी के लिए पर्याप्त पानी मिल रहा है. और न ही पेयजल की उचित आपूर्ति हो रही है.

जल संकट के कारण पुराने तालाब, सरोवर, एवं कुँए सूख रहे है. नदियों का जल स्तर घट रहा है और जमीन के अंदर का जल स्तर भी लगातार कम हो रहा है.

इस तरह जल संकट के कारण अनेक जीव जंतुओ एवं पादपों का अस्तित्व मिट गया है. खेतों की उपज घट रही है. और वनभूमि सूख रही है.धरती का तापमान निरंतर बढ़ रहा है. इस तरह जलसंकट के भयानक दुष्प्रभाव सामने आ रहे है.

जल संरक्षण के उपाय (Ways To Conserve Water)

जिन कारणों से जल संकट बढ़ रहा है, उनका निवारण करने से यह समस्या कुछ हल हो सकती है.इसके लिए भूगर्भीय जल का विदोहन रोका जावे और खानों खदानों पर नियंत्रण रखा जावे. वर्षा के जल का संचय कर भूगर्भ में डाला जावे. बरसाती नालों पर बाँध या एनिकट बनाए जावे.

तालाबों पोखरों कुओं को अधिक गहरा व चौड़ा किया जावे और बड़ी नदियों को आपस में जोड़ने का प्रयास किया जावे. जल चेतना में जल संरक्षण के प्रति जागृति लायी जावे. इस तरह के उपायों से जल संकट का समाधान हो सकता है.

उपसंहार (save water essay)

जल को जीवन का आधार मानकर समाज में नई जागृति लाने का प्रयास किया जावे. अमृत जलम जैसे जनजागरण किये जावे.

इससे जनचेतना की जागृति लाने से जल संचय एवं जल संरक्षण की भावना का प्रसार होगा तथा इससे धरती का जीवन सुरक्षित रहेगा.

save water essay in hindi wikipedia & जल संकट व जल संरक्षण पर निबंध

जल एक एक नाम जीवन भी हैं. सचमुच इस भूमंडल पर जल ही जीवन का आधार हैं. जल नही तो जीवन भी नही. प्रकृति ने मानव को भूमि वायु, प्रकाश आदि भी भांति जल भी बड़ी उदारता से प्रदान किया हैं.

लेकिन मनुष्य ने अपनी मुर्खता और स्वार्थ के कारण प्रकृति के इस वरदान को भी दूषित और दुर्लभ बना दिया हैं.

जल संरक्षण का अर्थ- जल संरक्षण का तात्पर्य हैं जल का अपव्यय रोकना और वर्षा के समय बह जाने वाले जल को भविष्य के लिए सुरक्षित कर रखना. बताया जाता है कि धरती की तीन चौथाई भाग जल से ढका हुआ हैं.

किन्तु पीने योग्य या उपयोगी जल बहुत ही सिमित हैं. हम प्रायः धरती के भीतर स्थित जल को उपयोग में लाते हैं. कुँए हैंडपंप नलकूप, सबसिम्बिल पम्प आदि से यह जल प्राप्त होता हैं.

धरती के ऊपर नदी तालाब झील झरने आदि का जल उपयोग में आता हैं. किन्तु प्रदूषण के चलते ये जल स्रोत अनुपयोगी होते जा रहे हैं.

धरती के भीतर उपस्थित जल को अंधाधुंध खिचाई के कारण जल का स्तर निरंतर नीचे जा रहा हैं. यह भविष्य में जल के घोर संकट का संकेत हैं. अतः जल का संरक्षण करना अनिवार्य हो गया हैं.

राजस्थान में जल संरक्षण- राजस्थान में धरती के अंदर जल का स्तर निरंतर गिर रहा हैं. भू गर्भ के जल का यहाँ जल संरक्षण बहुत जरुरी हैं. संतुलन वर्षा के जल से होता हैं.

जो राजस्थान में अत्यंत कम होती हैं. अतः धरती का पानी वापस नही मिल पाता, अब जल संरक्षण की चेतना जागृत हो रही हैं. लोग परम्परागत रीतियों से जल का भंडारण कर रहे हैं,.

सरकार भी इस दिशा में कार्य कर रही हैं. खेत में जल की बर्बादी रोकने के लिए सिंचाई की फव्वारा पद्धति पाइप लाइन से आपूर्ति, हौज पद्धति, खेत में ही तालाब बनाने आदि को अपनाया जा रहा हैं. मैग्सेस पुरस्कार प्राप्त श्री राजेन्द्र सिंह का तरुण भारत संघ तथा अन्य स्वयंसेवी संगठन भी सहयोग कर रहे हैं.

जल संरक्षण के अन्य उपाय- उपर्युक्त उपायों के अतिरिक्त जल संरक्षण के अन्य उपायों का अपनाया जाना भी परम आवश्यक हैं. शीतल पेय बनाने वाली कम्पनियां तथा बोतल बंद, जल बेचने वाले संस्थानों पर नियंत्रण किया जाना आवश्यक हैं.

वर्षा के जल को संग्रह करके रखने के लिए तालाब पोखर आदि अधिक से अधिक बनाये जाने चाहिए. नगरों में पानी का अपव्यय बहुत हो रहा हैं.

अतः जल के अपव्यय पर कठोर नियंत्रण हो तथा सबमसिबिल पम्प के साथ एक रिचार्ज बोरिंग अनिवार्य कर दी जानी चाहिए.

जल संरक्षण सभी का दायित्व- धरती के अंदर जल स्तर का गिरते जाना आने वाले जल संकट की चेतावनी हैं. भूमंडल का वातावरण गर्म हो रहा हैं. इससे नदियों के जन्म स्थल ग्लेशियर पिघल रहे हैं.

कही ऐसा न हो कि हमारी प्रसिद्ध नदियों के नाम ही मात्र शेष रह जाये. यदि जल संकट इसी तरह बढ़ता गया तो निकट भविष्य में यह संघर्ष का कारण बन सकता हैं.

कुछ विचारकों का कहना है कि अगर तीसरा विश्वयुद्ध हुआ तो वह जल पर अधिकार को लेकर होगा. अतः हम सभी का दायित्व हैं कि जल संरक्षण में तन मन और धन से योगदान देवे.

Save Water Essay In Hindi | जल संरक्षण पर निबंध

जल मनुष्य के लिए जीवन का प्रमुख साधन है. इसके बिना जीवन की कल्पना नही हो सकती, सभी प्राकृतिक वस्तुओं में जल अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. राजस्थान का अधिक भाग मरुस्थल हैं. जहाँ जल नाम मात्र को भी नही हैं. इसी कारण यहाँ कभी कभी भीषण अकाल पड़ता हैं.

जल संकट के कारण- राजस्थान के पूर्वी भाग में चम्बल, दक्षिणी भाग में माही के अतिरिक्त कोई विशेष जल स्रोत नही हैं. जो जल की आवश्यकताओं को पूरा कर सके. पश्चिमी भाग तो पूरे रेतीले टीलों से भरा हुआ निर्जल परदेश हैं. जहाँ केवल इंदिरा गाँधी नहर ही एकमात्र आश्रय हैं. राजस्थान में जल संकट के कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं.

भूगर्भ के जल का तीव्र गति से दोहन हो रहा हैं. इससे जल स्तर कम होता जा रहा हैं. पेयजल के स्रोतों का सिंचाई में उपयोग होने से जल संकट बढ़ता जा रहा हैं. उद्योगों में जलापूर्ति भी आम लोगों को संकट में डाल रही हैं.

पंजाब हरियाणा आदि पड़ोसी राज्यों का असहयोगात्मक रवैया भी राजस्थान में जल संकट का बड़ा कारण हैं. राजस्थान की प्राकृतिक संरचना ही ऐसी है कि वर्षा की कमी रहती हैं और यदि वर्षा हो भी जाए तो उसकी रेतीली जमीन में जल का संग्रह नही हो पाता.

जल संकट के निवारण के उपाय- राजस्थान में जल संकट के निवारण हेतु युद्ध स्तर पर प्रयास होने चाहिए अन्यथा यहाँ घोर संकट उपस्थित हो जाएगा. कुछ प्रमुख सुझाव इस प्रकार हैं.

भूगर्भ के जल का असीमित दोहन रोका जाना चाहिए. पेयजल के जो स्रोत है उनका सिंचाई हेतु उपयोग न किया जाए. मानव की मूलभूत आवश्यकता को पहले ध्यान में रखा जाए.

वर्षा के जल को रोकने हेतु छोटे बांधों का निर्माण किया जाए ताकि वर्षा का जल जमीन में प्रवेश करे और जल स्तर में वृद्धि हो. पंजाब हरियाणा, मध्यप्रदेश की सरकारों से मित्रतापूर्वक व्यवहार रखकर आवश्यक मात्रा में जल प्राप्त किया जाए.

उपसंहार- भारत में भूगर्भ जल का स्तर निरंतर गिर रहा हैं. देश के सर्वाधिक उपजाऊ प्रदेश इस संकट के शिकार हो रहे हैं.

फिर राजस्थान जैसे मरूभूमि प्रधान प्रदेशों के भावी जल संकट की कल्पना ही सिहरा देने वाली हैं. अतः जल प्रबंधन हेतु शीघ्र सचेत और सक्रिय हो जाने में ही हमारा कल्याण निहित हैं.

  • जल प्रदूषण पर निबंध
  • बिजली बचाओ हिंदी स्लोगन
  • ऊर्जा संरक्षण पर निबंध

आशा करता हूँ मित्रों जल संरक्षण पर निबंध Save Water Essay In Hindi का यह लेख अच्छा लगा होगा,

यदि आपकों इस निबंध में दी गई जानकारी पसंद आई हो तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे. 

जल संरक्षण पर निबंध में दिए गये छोटे बड़े निबंध महत्व की जानकारी भाषण स्पीच एस्से से जुड़ा आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो प्लीज कमेंट कर अपनी राय जरुर बताएं.

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

The best Hindi Blog for Quotes,Inspirational stories, Whatsapp Status and Personal Development Articles

10 मोटिवेशनल किताबें जो आपको ज़रूर पढ़नी चाहिएं

पानी की बर्बादी रोकने के 18 तरीके जिनपर आपने ध्यान नहीं दिया.

Last Updated: April 22, 2024 By Gopal Mishra 38 Comments

हम हमेशा से सुनते आये हैं “जल ही जीवन है” । जल के बिना जीवन की कल्पना भी मुश्किल है जीवन के सभी कार्यों का निष्पादन करने के लिये जल की आवश्यकता होती है।

rummy gold

कवि एवं सन्त  रहीम दास जी ने सदियों पहले पानी का महत्व बता दिया था किन्तु हम आज भी जल संरक्षण के प्रति गम्भीर नहीं हैं।

  रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून |

पानी गये ना ऊबरे, मोती मानुष चून ||

holy rummy

How To Save Water in Hindi / Hindi Story on Save Water

कैसे बचाएं पानी .

जैसे जैसे गर्मी बढ़ रही है देश के कई हिस्सों में पानी की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है। प्रतिवर्ष यह समस्या पहले के मुकाबले और बढ़ती जाती है। लातूर जैसी कई जगह तो पानी की कमी की वजह से हालात अत्यन्त भयावह हो रहे हैं। लेकिन हम हमेशा यही सोचते हैं बस जैसे तैसे गर्मी का सीजन निकाल जाये बारिश आते ही पानी की समस्या दूर हो जायेगी और यह सोचकर जल सरंक्षण के प्रति बेरुखी अपनाये रहते हैं।

 ➡ पढ़ें:  पानी बचाओ व जल संरक्षण पर 60 अनमोल विचार व नारे

किन्तु आज मानव जाति के लिये जल सरंक्षण अत्यन्त महत्वपूर्ण हो गया है। यदि अब भी हम लोग जल सरंक्षण के प्रति गम्भीर नहीं हुए तो यह बात बिलकुल सही साबित होगी कि-

तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिये होगा।

जल संसाधन / Water Resources in Hindi :

जल संसाधन पानी के वह स्रोत हैं जो मानव जाति के लिये उपयोगी हैं या जिनके उपयोग में आने की सम्भावना है। पूरे विश्व में धरती का लगभग तीन चौथाई भाग जल से घिरा हुआ है किन्तु इसमें से 97% पानी खारा है जो पीने योग्य नहीं है, पीने योग्य पानी की मात्रा सिर्फ 3% है। इसमें भी 2% पानी ग्लेशियर एवं बर्फ के रूप में है। इस प्रकार सही मायने में मात्र 1% पानी ही मानव के उपयोग हेतु उपलब्ध है।

जल के स्रोतों को हम तीन भागों में विभाजित कर सकते हैं –

1. धरातल के ऊपर से प्राप्त जल – यह बारिश का जल है जो शुद्ध होता है किन्तु सतर्कता ना रखने पर जमीन पर आते आते इसमें कई प्रकार की अशुद्धियाँ घुलने का डर रहता है।

2. धरातलीय जल – नदी, तालाब, झील, झरने आदि धरातलीय जल के प्रकार हैं।

3. अन्त: धरातलीय जल – कच्चे तथा पके  कुएं , बावड़ी, बोरिंग आदि।

जल सरंक्षण की आवश्यकता क्यों है ?  Why water conservation is needed in Hindi ? 

जनसंख्या वृद्धि, शहरीकरण तथा औधोगिकीकरण के कारण प्रति व्यक्ति के लिये उपलब्ध पेयजल की मात्रा लगातार कम हो रही है जिससे उपलब्ध जल संसाधनों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। जहाँ एक ओर पानी की मांग लगातार बढ़ रही है वहीँ दूसरी ओर प्रदूषण और मिलावट के कारण उपयोग किये जाने वाले जल संसाधनों की गुणवत्ता तेजी से घट रही है।

साथ ही भूमिगत जल का स्तर तेजी से गिरता जा रहा है ऐसी स्तिथि में पानी की कमी की पूर्ति करने के लिये आज जल संरक्षण की नितान्त आवश्यकता है।

सम्पूर्ण विश्व में 22 मार्च को विश्व जल दिवस ( World Water Day ) मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। अटल जी कहा करते थे-

यदि हम लोग जल संरक्षण के प्रति गम्भीर नहीं हुए तो तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिये होगा।

और अब यह बात अब बिलकुल सही लगने लगी है।

जल संरक्षण के उपाय / How To Conserve and Save Water in Hindi

जल संरक्षण आज विश्व की सर्वोपरि प्राथमिकताओं में से होनी चाहिये। जल संरक्षण हमे घर में, घर के बाहर, बाग़ बगीचों, खेत खलिहान हर जगह करना चाहिये।

1. घरेलू जल सरंक्षण / How to save water at home

  • दाढ़ी बनाते समय, ब्रश करते समय, सिंक में बर्तन धोते समय, नल तभी खोलें जब सचमुच पानी की ज़रूरत हो।
  • गाड़ी धोते समय पाइप की बजाय बाल्टी व मग का प्रयोग करें, इससे काफी पानी बचता है।
  • नहाते समय शॉवर की बजाय बाल्टी एवं मग का प्रयोग करें,काफी पानी की बचत होगी। इस काम के लिए आप भारत रत्न सचिन तेंदुलकर से प्रेरणा ले सकते हैं जो सिर्फ १ बाल्टी पानी से ही नहाते हैं।
  • वाशिंग मशीन में रोज-रोज थोड़े-थोड़े कपड़े धोने की बजाय कपडे इकट्ठे होने पर ही धोएं।
  • ज्यादा बहाव वाले फ्लश टैंक को कम बहाव वाले फ्लश टैंक में बदलें। सम्भव हो तो दो बटन वाले फ्लश का टैंक खरीदें। यह पेशाब के बाद थोड़ा पानी और शौच के बाद ज्यादा पानी का बहाव देता है।
  • जहाँ कहीं भी नल या पाइप लीक करे तो उसे तुरन्त ठीक करवायें। इसमें काफी पानी को बर्बाद होने से रोका जा सकता है।
  • बर्तन धोते समय भी नल को लगातार खोले रहने की बजाये अगर बाल्टी में पानी भर कर काम किया जाए तो काफी पानी बच सकता है।

2. घर के बाहर जल संरक्षण

  • सार्वजनिक पार्क, गली, मौहल्ले, अस्पताल, स्कूलों आदि में जहाँ कहीं भी नल की टोंटियाँ खराब हों या पाइप से पानी लीक हो रहा हो तो तुरन्त जलदाय ऑफिस में या सम्बन्धित व्यक्ति को सूचना दें, इसमें हजारों लीटर पानी की बर्बादी रोकी जा सकती है।
  • बाग़ बगीचों एवं घर के आस पास पौधों में पाइप से पानी देने के बजाय वाटर कैन द्वारा पानी देने से काफी पानी की बचत हो सकती है
  • बाग़ बगीचों में दिन की बजाय रात में पानी देना चाहिये। इससे पानी का वाष्पीकरण नहीं हो पाता। कम पानी से ही सिंचाई हो जाती है
  • सिंचाई क्षेत्र हेतु कृषि के लिये कम लागत की आधुनिक तकनीकों को अपनाना जल सरंक्षण हतु उपयोगी है।

3. वृक्षा रोपण / Plantation

वृक्ष हमारे अभिन्न मित्र हैं ये हमें छाया,फल,लकड़ी प्रदान करते हैं जमीन का कटाव रोकते हैं, बाढ़ से सुरक्षा करते हैं। जहाँ ज्यादा वृक्ष होते हैं वहां अच्छी बारिश होती है जिससे बारिश में नदी नाले भर जाते हैं और पानी की कमी नहीं हो पाती। इसलिए लगातार वृक्षा रोपण करते रहना चाहिये।

4. जल संरक्षण हेतु कानून 

कई क्षेत्रों में बिना रोकथाम के पानी निकालने से भूजल के स्तर में भारी गिरावट आ जाती है। इसके लिये भूजल के वितरण प्रबन्धन नियमों का पालन करना जरूरी है। साथ ही नए कानून बनाने की ज़रूरत है जो किसी भी प्रकार के वाटर वेस्टेज को एक गैर-कानूनी काम के रूप में देखें और ऐसा करने वालों को जुरमाना और सजा देने का प्रावधान करें।

5. औधोगिक क्षेत्र में नई तकनीक

पानी की जरूरत को कम करने लिये, औद्योगिक क्षेत्र, कारखानों आदि में आधुनिक तकनीक को प्रयोग में लेना चाहिये।

6. वर्षा जल संचयन / Rain water harvesting in Hindi

हम लोगों की अकेली यह आदत ही जल संरक्षण हेतु मील का पत्थर साबित हो सकती है। एक बारिश के बाद अगली बारिश से छतों से वर्षा जल का संचय करें। यह पीने, कपड़े धोने, बागवानी आदि सभी कार्यों हेतू उत्तम है। इसके लिये गाँव, शहरों में भवन निर्माण सम्बन्धी नियमों में वर्षा जल संचयन को अनिवार्य किया जाना चाहिये तथा लोगों को वर्षा जल संचय हेतु प्रोत्साहित किये जाने वाले उपाय ढूंढे जाने चाहियें।

7. जल जागरूकता कार्यक्रम

पानी की बर्बादी रोकने, वर्षा जल का संचयन करने, लगातार वृक्षारोपण करने तथा पानी को प्रदुषण से बचाने हेतु लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाते रहना चाहिये और यह प्रयास हम सबको मिलकर करना चाहिए।

8. वाटर ओवरफ्लो अलार्म लगाएं

छतों पर लगी टंकियों से पानी गिरकर बर्वाद होना एक आम दृश्य है। हमें इसे रोकना होगा और इसके लिए सबसे सरल उपाय है कि आप अपनी टंकी को एक water overflow alarm से जोड़ दें। इस बारे में हम डिटेल में अगली पोस्ट में बात करेंगे।

9 . Flush के अन्दर पानी की बोतल में बालू-कंकड़ भर कर डाल दें

अमूमन फ्लश से ज़रूरत से अधिक पानी बहता है, इसलिए अगर आप उसमे १ लीटर की बोतल में बालू-कंकड़ आदि भर के डाल देते हैं तो हर एक फ्लश पे आप १ लिटर पानी बचा सकते हैं, और पूरे वर्ष में हज़ारों लीटर पानी बचाया जा सकता है।

फ्लश से रिलेटेड इस बात पर भी ध्यान दें कि कहीं फ्लश का नौब पूरी तरह से न उठने के कारण वो leak तो नहीं हो रहा है। कई बार इस कारण से रात भर में पूरी टंकी खाली हो जाती है।

10. Water Supply के पानी को अपना पानी समझें 

जो लोग भाग्यशाली हैं उनके घरों में सरकार की तरफ से वाटर-सप्लाई का पानी भी आता है। देखा गया है कि अक्सर लोग लगभग मुफ्त में मिलने वाले इसे पानी को बहुत अधिक बवाद करते हैं…वे इसे क्यारी में लगा कर छोड़ देते है (बरसात के मौसम में भी), अपने कूलर में पानी भरने के लिए लगा कर भूल जाते हैं या वाशिंग मशीन में लगा कर छोड़ देते हैं। और चूँकि ये पाने टाइम-टाइम से आता है, इसलिए कई बार लोग टोटियां खुली छोड़ कर बाकी काम में व्यस्त हो  जाते हैं और जब पाने आने का टाइम होता है तो पानी बस यूँही गिरता रहता है।

इन लापरवाहियों की वजह से वे एक ही दिन में सैकड़ों लीटर पानी बर्वाद कर देते हैं। वहीँ दूसरी और वे अपनी टंकियों में भरे पानी को लेकर बहुत सजग होते हैं।  यदि आप भी ऐसे लोगों में शामिल हैं तो कृपया ऐसा करना बंद करें। पानी तो पानी है, इसमें सरकारी और अपने का भेद नहीं करना चाहिए।

11. उतना ही पानी लें जितना पीना है

जब आप 1 glass RO water पीते हैं तो ध्यान रखिये कि इसे फ़िल्टर करने के प्रोसेस में 3 glass पानी waste किया जाता है। इसलिए जब भी आप गिलास में RO वाटर लें तो पूरा भर के लेने की बजाये उतना ही लें जितना पीना है। और किसी को देना भी हो तो उसे पानी ग्लास में भर कर देने की बजाये जग या water bottle के साथ गिलास दे सकते हैं। इस तरह से काफी पानी बचाया जा सकता है।

यदि आप किसी रेस्टोरेंट में जाते हैं तो सबसे पहले वेटर पानी ला कर रख देता है, तब भी जब आपको उसकी ज़रूरत न हो! इसलिए जब आप ऐसी जगह जाइए तो तभी पानी लीजिये जब वाकई में आपको उसकी need हो।

12. RO Machine या AC से निकलने वाले  waste water को उपयोग करें

RO machine द्वारा लिए गए कुल पानी का 75% part waste हो जाता है। इसलिए कोशिश करिए कि मशीन की वास्ते पाइप से जो पानी निकला रहा है उसे बकेट में इकठ्ठा कर लिया जाए या पाइप लम्बी करके उसे पौधों को सींचने के काम में लाया जाये। इसी तरह AC से निकलने वाले पानी को भी सही तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है।

13. Hand-Pump का प्रयोग करें 

पहले के जमाने में लोग हैण्ड पंप का ही प्रयोग करते थे। इस वाजह से पानी की बर्बादी बहुत कम होती थी, जिसको जितनी ज़रूर होती थी वो उतना ही पानी निकालता था। पर समय के साथ लोग मोटर से पानी भरने लगे और हैण्ड पंप को भूल गए। यदि आपके यहाँ हैण्ड पंप लगा ही न हो तो कोई बात नहीं लेकिन अगर लगा है और बेकार पड़ा है तो उसे ठीक करा कर कभी-कभार प्रयोग करें। अच्छा होगा अगर हम intentionally हफ्ते का एक दिन सिर्फ हैण्ड पंप use करके पानी निकालें। ऐसा करने से कम से कम एक दिन हम सिर्फ उतना ही पानी निकालेंगे जितने की हमें सचमुच ज़रूरत है।

14. सब्जियां-फल किसी बर्तन में धोएं

कई बार लोग सब्जियों और फलों को running water से धोते हैं, अगर इसकी जगह आप किसी बड़े भगौने या बर्तन में पानी भर कर सब्जियां धोएँगे तो पानी भी कम लगेगा और वो ठीक से साफ़ भी हो पाएंगी।

15. Wash-basin का फ्लो कम कर दें 

वाश बेसिन के नीचे भी पानी कण्ट्रोल करने के लिए एक टोटी लगी होती है, अकसर वो पूरी खुली होती है, अगर आप उसे थोड़ा सा घुमा देंगे तो पानी का फ्लो अपने आप कुछ कम हो जाएगा और काफी पानी बर्वाद होने से बच पायेगा।

16. Bathroom में एक-आध बाल्टी एक्स्ट्रा रखें

अकसर गर्मियों के दिनों में टंकी का पानी बहुत गरम हो जाता है और लोग नहाते समय पहले कुछ पानी गिरा देते हैं कि उसके बाद ठंडा पानी आने लगे। ऐसा करना पड़े तो पानी गिराने की बजाये किसी बाल्टी में भर कर रख लें। और बेहतर तो ये होगा कि सुबह के टाइम ही आप बाल्टियों में पानी भर कर रख लें ताकि नहाते वक्त आपको ठंडा पानी मिल सके।

17. प्लम्बर का हल्का-फुल्का काम खुद सीखें 

अकसर देखा जाता है कि घर में मौजूद पानी के taps टपकते रहते हैं और हम उसे यूँही ignore करते रहते हैं क्योकि हम आलस में प्लम्बर को बुलाते नहीं या ये सोचते हैं कि अगर प्लम्बर को बुलायेंगे तो वो अनाप-शनाप पैसे मांगेगा और हम खुद उसे ठीक करने की हिम्मत नहीं दिखाते। लेकिन अगर हम plumbing के बेसिक सामान घर पे रखें और खुद ही छोटी-मोटी चीजें ठीक करना सीख लें तो हम बहुत सारा पानी बर्वाद होने से रोक सकते हैं। मेरी तो सलाह है कि हमें स्कूलों में बच्चों को plumbing से रिलेटेड बेसिक काम ज़रूर सिखाने चाहिए।

18. जो भी पानी बर्वाद करता है उसे रोकें

AKC पर कुछ महीनों पहले एक पोस्ट शेयर की गयी थी –  प्लेट में खाना छोड़ने से पहले Ratan Tata का ये संदेश ज़रूर पढ़ें!

जिसमे उन्होंने जर्मनी के एक रेस्टोरेंट का अनुभव बताया था जिसमे खाना वेस्ट करने पर वहां के नागरिकों ने आपत्ति जताई थी कि भले आपने पैसे देकर खाना खरीदा हो, फिर भी आप उसे बर्वाद नहीं कर सकते क्योंकि  भले पैसा पैसा आपका है पर संसाधन देश के हैं !

और यही बात हम Indians को भी समझनी होगी। पानी की बर्बादी सिर्फ उसे बर्वाद करने वाले को ही नहीं बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करती है। अगर आपका पड़ोसी पानी बर्वाद करता है तो आपका भी वाटर-लेवल कम होता है…इसलिए इस अनमोल संसाधन को न waste करिए और न waste करने दीजिये।

आइये जल बचाएँ, “क्योंकि जल होगा तो कल होगा “

Watch How To Save Water in Hindi /Hindi Story on Save Water on YouTube

Dr. Manoj Gupta

Dr. Manoj Gupta

Dr.Manoj Gupta

B-3 Palam Vihar, Gurgaon (Haryana) Mob & WhatsApp#:  09929627239 Email:   [email protected] Blog:  drmanojgupta.blogspot.in  (plz visit for Health Articles in Hindi)

डॉ० मनोज गुप्ता राज्य स्तरीय आयुर्वेद के सर्वोच्च पुरस्कार धन्वंतरि पुरस्कार से सम्मानित सीनियर आयुर्वेद विशेषज्ञ हैं। आयुर्वेद एवं स्वास्थ्य लेखन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए आपको माननीय स्वास्थ्य मन्त्री तथा अनेक संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। आपके लेख राजस्थान पत्रिका, निरोगसुख   जैसे प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में पब्लिश होते रहे हैं।

Related Posts:

  • प्रकृति से लें प्रेरणा
  • पांच चीजें जो हम प्रकृति से सीख सकते हैं
  • प्रकृति पर अनमोल विचार
  • कैसे बचाएं हजारों लीटर पानी और करें एक profitable business

पानी बचाने पर यह लेख, “How to save water in Hindi” आपको कैसा लगा? यदि आपके पास भी पानी की बर्बादी रोकने से related कोई ideas हों तो कृपया कमेंट के माध्यम से हमें बताएँ. Thanks!

डॉ. मनोज गुप्ता द्वारा लिखे अन्य लेख पढने के लिए यहाँ क्लिक करें ।

We are grateful to Dr. Manoj Gupta for sharing a very informative article on How to save water in Hindi / Hindi Story on Save Water

You may use this article to write a Hindi Essay on Water Conservation / जल संरक्षण पर निबंध.

यदि आपके पास  Hindi  में कोई  article,  inspirational story  या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: [email protected] .पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!

Related Posts

  • गरीबी और नेत्रहीनता के बावजूद भावेश भाटिया ने खड़ी की करोड़ों की कम्पनी
  • शॉपक्लूज फाउंडर राधिका अग्रवाल के सफलता की कहानी
  • दृष्टिबाधितों की मदद के लिए एक बड़ा कदम!
  • छत्तीसगढ़ के दशरथ माँझी श्यामलाल राजवाड़े की कहानी 
  • कैसे हुई भगवान विष्णु के चक्र की उतपत्ति | भगवान विष्णु की कहानी

save water essay hindi

August 26, 2022 at 4:02 pm

save water essay hindi

June 6, 2022 at 9:07 am

save water essay hindi

June 29, 2021 at 12:59 pm

I love this because nowadays my project is going on and I have searched many times but I don’t get any ppt like this . IN this style .

Name – Ayanya Borah

save water essay hindi

May 25, 2020 at 2:52 am

ismein mein kuchh aur sudhar karna hoga ismein main aur aapko kuchh bataunga intezar kijiye

save water essay hindi

July 3, 2019 at 11:48 am

Very very good effort for better community “ek kadam “SHREE MISSION TIRANGA” KI OR.

Join the Discussion! Cancel reply

Watch Inspirational Videos: AchhiKhabar.Com

Copyright © 2010 - 2024 to AchhiKhabar.com

  • Study Material

save water essay hindi

Save Water Save Life Essay in Hindi – जल बचाओ जीवन बचाओ

Save Water Save Life Essay in Hindi : दोस्तो आज हमने जल बचाओ जीवन बचाओ पर निबंध अथवा जल संरक्षण पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

Save Water Save Life Essay in Hindi – जल बचाओ जीवन बचाओ

जल पृथ्वी पर मनुष्य के अस्तित्व का एक अत्यधिक आवश्यक हिस्सा बन गया है। इस प्रकार, पानी के महत्व की तुलना हवा के महत्व से की जा सकती है। सभी जीवित जीव चाहे वह इंसान हों, जानवर हों या पौधे हों। हर कोई पूरी तरह से ताजा और पीने योग्य पानी पर निर्भर करता है। इस प्रकार, पानी बचाने पर निबंध एक जीवन बचाने के लिए मानव के लिए पानी के कुछ अज्ञात और महत्वपूर्ण लाभों में एक अंतर्दृष्टि है।

Save Water Save Life Essay in Hindi

हवा के बाद पृथ्वी पर पानी शायद दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पदार्थ है। पीने के अलावा पानी के अन्य फायदे भी हैं। इस प्रकार, इसमें खाना पकाना, कपड़े धोना, सफाई करना आदि शामिल है। पानी इंसान के अस्तित्व का महत्वपूर्ण हिस्सा नहीं है। इसके अलावा, यह पेड़ और पौधों के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। इसके अतिरिक्त, यह कृषि के साथ-साथ विभिन्न अन्य औद्योगिक क्षेत्रों के लिए आवश्यक एक कीमती तत्व है।

वर्तमान में, ग्लोबल वार्मिंग से संबंधित सबसे बड़ी समस्या पृथ्वी पर एक विशाल जल ह्रास है। यह मुख्य रूप से विभिन्न स्थानों पर हो रहे पानी के दुरुपयोग के कारण होता है। वर्तमान परिदृश्य में, पानी की बातचीत के फार्मूले को समझना महत्वपूर्ण है और इस प्रकार पानी की बचत होगी। क्योंकि शुद्ध जल संसाधन हमारी सभी आवश्यकताओं के लिए प्राथमिक स्रोत हैं। और जब यह मूल्यह्रास हो जाता है, तो यह मानव के लिए भारी तबाही की स्थिति पैदा कर सकता है।

पानी बचाने की जरूरत है

वर्तमान में, दुनिया में ऐसे कई क्षेत्र हैं, जो भूजल और खराब वर्षा के कारण पानी की अत्यधिक कमी का सामना कर रहे हैं। इसके अलावा, कुछ क्षेत्रों में, भूजल दूषित है या इसका अत्यधिक उपयोग किया गया है। इस प्रकार, इन कारकों से सूखे की स्थिति पैदा होती है और इन क्षेत्रों में पानी की कमी होती है। इसके अलावा, शहरीकरण और औद्योगीकरण ने उन समस्याओं को जोड़ा है जहां आबादी की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए भूजल का अत्यधिक उपयोग किया गया है।

500+ Essays in Hindi – सभी विषय पर 500 से अधिक निबंध

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, 1 में से लोगों के पास सुरक्षित पीने के पानी तक पहुंच नहीं है। इसे देखते हुए, भविष्य में जल संकट अपरिहार्य प्रतीत होता है। इसके अलावा, यह पानी के संरक्षण के लिए एक तत्काल कार्य योजना का आह्वान करता है ताकि आज की पीढ़ियों के लिए कीमती संसाधन को बचाया जा सके।

पानी बचाने की पहल

यह पहल पानी के संरक्षण में मदद और बढ़ावा दे सकती है । साथ ही, यह लोगों में पानी के महत्व के बारे में जागरूकता फैला सकता है। इसके अतिरिक्त, जल बचाओ अभियान लोगों को यह महसूस करने में मदद करता है कि ताजा और शुद्ध पानी के स्रोत बहुत सीमित हैं। इसलिए, अगर यह अधिक उपयोग किया जाता है कि संभावना है कि वे आबादी की बढ़ती मांगों को पूरा करने में सक्षम नहीं होंगे। इस अभियान के माध्यम से, हम लोगों के बीच लाभों के बारे में जागरूकता पैदा कर सकते हैं और पानी का संरक्षण कर सकते हैं और उसका उपयोग कर सकते हैं।

RELATED ARTICLES MORE FROM AUTHOR

save water essay hindi

How to Write an AP English Essay

Essay on India Gate in Hindi

इंडिया गेट पर निबंध – Essay on India Gate in Hindi

Essay on Population Growth in Hindi

जनसंख्या वृद्धि पर निबंध – Essay on Population Growth in Hindi

Leave a reply cancel reply.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Essays - निबंध

10 lines on diwali in hindi – दिवाली पर 10 लाइनें पंक्तियाँ, essay on my school in english, essay on women empowerment in english, essay on mahatma gandhi in english, essay on pollution in english.

  • Privacy Policy
  • 2023 में आने वाली फिल्में
  • Sarkari Yojana
  • Civil Servant
  • Businessman‍
  • Freedom Fighter
  • General Knowledge

save water essay hindi

पानी की बचत पर निबंध, उपाय, नारे, कविता | Essay On Save Water In Hindi

पानी की बचत पर निबंध, उपाय, नारे, कविता, चित्र, स्लोगन, महत्व, जल संरक्षण (Save Water Essay, Slogans, Quotes, Poster, Save Life, Poem In Hindi)

दोस्तों पृथ्वी पर पानी सभी जीव जंतुओं और मनुष्य के लिए एक बहुमूल्य संपदा है इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती हैं। पृथ्वी पर स्थित पुल पानी का अधिकतर भाग खारे रूप में समुंद्र व महासागरों में उपस्थित रहता है कुछ प्रतिशत पानी को पीने के लिए उपयोग में लिया जाता है। ताजे और स्वच्छ पानी की आपूर्ति को बनाए रखने के लिए पानी की बचत करना आवश्यक है।

आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे कि पानी की बचत पर निबंध, उपाय, नारे, कविता ( essay on save water in hindi ). जल का संरक्षण बेहद ही महत्वपूर्ण है इस अभियान के माध्यम से ने केवल हमें ताजा और स्वच्छ जल मिल पाएगा साथ ही आने वाली भावी पीढ़ियों के लिए भी स्वच्छ जल उपलब्ध हो सकेगा।

Save Water Essay In Hindi

Table of Contents

पानी बचाओ पर निबंध (Save Water Essay In Hindi)

पानी का क्या महत्व है (water importance of hindi).

पानी के बिना पृथ्वी पर कोई भी मनुष्य या जीव जंतु जीवित नहीं रह सकता है फसलों के उत्पादन और खेती के लिए पानी का उपयोग किया जाता है। पानी पीने से पाचन, शरीर का तापमान, और अन्य गतिविधियां अच्छी बनती है। पौधे भी अपना भोजन बनाने के लिए पानी का उपयोग करते हैं पानी का इस्तेमाल न केवल सिर्फ पीने के लिए किया जाता है बल्कि इसका इस्तेमाल कपड़े धोने नहाने खाना पकाने जैसे कामों के लिए किया जाता है।

पानी की मदद से ही बिजली उत्पन्न की जाती है जो हमारे दैनिक जीवन में बेहद ही महत्वपूर्ण है वहीं दूसरी तरफ पानी का उपयोग मशीनों को ठंडा करने के लिए किया जाता है। बारिश के रूप में भी पानी का बहुत महत्व होता है बारिश के चलते पेड़ पौधे हरे भरे हो जाते हैं। लेकिन कितनी विडंबना की बात है जल हमारी पृथ्वी के 75 प्रतिशत भाग यानि तीन चौथाई भाग में मौजूद हैं लेकिन पीने के लिए सिर्फ 3% इस्तेमाल किया जाता है। ताज़ा जल का लगभग 68% ग्लेशियर के रूप में पाया जाता है, और लगभग 30% भूजल के रूप में और 0.3 % पानी नदियों तालाबों और झीलों के सतह पर पाया जाता है इसलिए हमारा कर्तव्य बनता है कि हम जल को संरक्षित करके रखें।

यदि आज हम पानी की अच्छी तरीके से बचत करके रखेंगे तो यह हमारे आने वाली पीढ़ियों के लिए भी फायदेमंद रहने वाला है। दोस्तों किसी ने सही कहा है “ जल है तो कल है ” बिना पानी के पृथ्वी पर किसी भी प्रजाति का जीवन असंभव है। जल है तो कल है यह बात पूर्ण रूप से सही है क्योंकि आज से लगभग 500 साल पहले रहीम दास जी ने कहा था कि “रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून”। बिना जल के मनुष्य का जीवन संभव नहीं है चलना केवल मनुष्य बल्कि पालतू पशुओं के लिए भी बहुत आवश्यक है साथ ही जल चारों और वन्य पशुओं के जीवन का आधार भी है।

  • ग्रीनहाउस प्रभाव क्या है?
  • ब्लड ग्रुप के प्रकार
  • शिक्षक दिवस पर भाषण
  • कृष्ण जन्माष्टमी पर निबंध

पानी बचाने के उपाय (Save Water In Hindi)

घर के अंदर पानी बचाने के तरीके.

  • घर में खाने पीने के बर्तनों को धोते समय नल को आवश्यकता के अनुसार ही खोलना चाहिए।
  • गाड़ी धोते समय पाइप की बजाय बाल्टी का इस्तेमाल करना चाहिए. इससे काफी मात्रा में पानी की बचत की जा सकता है।
  • नहाते समय शॉवर की बजाय बाल्टी या मग का इस्तेमाल करना चाहिए इससे भी पानी की बचत होती है इस बात की प्रेरणा आप मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से ले सकते हैं जो नहाने के लिए केवल एक बाल्टी पानी का इस्तेमाल करते हैं।
  • अपने घर में मौजूद वॉशिंग मशीन से रोज थोड़े-थोड़े कपड़े धोने की बजाय एक साथ अधिक कपड़े होने के बाद धोएं।
  • अपने घर में पानी का मीटर लगाए जिससे आपको हर महीने घर पर उपयोग किए जाने वाले पानी की मात्रा के आधार पर बिल का पता चलेगा जिससे आप स्वयं से पानी की बचत करने लग जाएंगे।
  • यदि आपके घर में कोई भी लीकेज नल है तो उसे आपको किसी प्लंबर की सहायता से शीघ्रता से ठीक करवाना चाहिए क्योंकि इससे बहुत अधिक मात्रा में पानी बर्बाद होता है।
  • अपने गार्डन में पेड़ पौधों को पंप से पानी देने की बजाय बाल्टी का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • अपने घरों में बारिश के पानी को इकट्ठा करने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण करवाना चाहिए क्योंकि बारिश के पानी को जरूरत के समय इस्तेमाल में लिया जा सकता है।
  • छत की टंकी के लिए ओवरफ्लो अलार्म लगवाना चाहिए क्योंकि जब छत की टंकी फुल हो जाती है तो बहुत सारा पानी बर्बाद होता है इसलिए ओवरफ्लो अलार्म पानी की बचत कर सकता है।
  • RO मशीन से निकलने वाले बेस्ट पानी का इस्तेमाल आप पेड़ पौधों के लिए कर सकते हैं।
  • अपने घरों में फलों और सब्जियों को धोते समय खुले नल के बजाए किसी बर्तन में धोना चाहिए जिससे वह सही तरीके से साफ हो पाए।

घर के बाहर पानी बचाने के तरीके

  • फसलों की सिंचाई के लिए नई अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए जिसकी मदद से जल को संरक्षित किया जाता है।
  • बगीचे में दिन के समय पानी देने के बजाय रात के समय पानी देने से जल का संरक्षण होता है क्योंकि रात के समय वाष्पीकरण नहीं हो पाता है इस वजह से पेड़ पौधे कम मात्रा में जल का उत्सर्जन करते हैं।
  • सरकारी या निजी पार्क, गली, मौहल्ले, अस्पताल, स्कूलों आदि में कहीं भी यदि नल या टोटी खराब हो तो उसकी सूचना संबंधित कार्यालय में देनी चाहिए ऐसा करने से आप बहुत अधिक मात्रा में जल का संरक्षण कर पाएंगे।
  • अपने आसपास और दूरदराज के क्षेत्रों में अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने चाहिए क्योंकि पेड़ पौधे और वर्षा लाने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
  • खेती के लिए स्वच्छ जल का उपयोग करने की बजाय ऐसे पानी का इस्तेमाल करना चाहिए जो व्यर्थ रहता है ऐसा करने से पानी की बचत काफी हद तक की जा सकती है।

पानी को बचाना कितना आवश्यक (Necessary To Save Water In Hindi)

स्वच्छ और ताजा जल सभी के लिए बहुत मूल्यवान है इसलिए जल का संरक्षण आवश्यक है क्योंकि दुनिया भर में लगभग 3.4 मिलियन लोग पानी से संबंधित बीमारियों से ग्रस्त होकर मर जाते हैं। हमारे भारत देश में आज भी ऐसे बहुत सारे गांव है जहां पर पानी की किल्लत है वह लोग बारिश के पानी का इस्तेमाल पीने के पानी के लिए करते हैं।

उदाहरण के लिए राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर जिलों में लोग आज भी बारिश के पानी को संरक्षित कर कर पीने के लिए इस्तेमाल करते हैं इसलिए हमारा कर्तव्य बनता है कि हम पानी को व्यर्थ ना करें और दूसरों को भी इसे व्यर्थ ना करने की सलाह दें। जल का संरक्षण नहीं करने के चलते लगातार जल स्तर नीचे गिरता जा रहा है और फसलों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है।

पानी के बचाने से हमारे पैसों की बचत तो होती ही है इसके साथ ही बिजली की बचत कर सकते हैं। दूसरी तरफ हम जल का संरक्षण करते हैं तो यह जरूरतमंद लोगों के काम आ सकता है ऐसे लोग जो पीने के पानी के लिए हर रोज 10 से 12 किलोमीटर पैदल जाते है।

जल बचाओ स्लोगन (Saving Water Slogans In Hindi)

  • करोगे जल की रक्षा, तो होगी सुरक्षा।
  • जल है तो कल है।
  • जल है तो जीवन है।
  • जल बचाओ, जीवन बचाओ।
  • जल बचाओ, दुनिया बचाओ।
  • जल को बचाना हमारे हाथ में है।
  • जल का इस्तेमाल करो, लेकिन व्यर्थ मत करो।
  • सोच समझकर खर्चे पानी, व्यर्थ बहाने में है हानि।
  • पानी है अनमोल रतन, इसे बचाने का तुम करो यतन।
  • जल है जीवन का आधार, इससे होते सपने साकार।
  • आओ मिलकर जल बचाएं, इस धरती को स्वर्ग बनाएं।
  • आज से यह नियम बनाओ, सुबह-शाम पानी को बचाओ।
  • जल होगा तो खुशियों का हर पल होगा।
  • जब पानी को बचाएगा, तभी समझदार कहलाएगा।
  • हर घर में पानी बचाना है, हर घर में खुशियाली लाना है।
  • जल की होगी बर्बादी, तो नहीं होगी कोई आबादी।

जल बचाओ पर कविता (Poem On Save Water In Hindi )

मत करो मुझको बर्बाद, इतना तो तुम रखो याद, प्यासे ही तुम रह जाओगे, मेरे बिना न जी पाओगे।

कब तक बर्बादी का मेरे, तुम तमाशा देखोगे, संकट आएगा जब तुम पर, तब तुम मेरे बारे में सोचोगे।

संसार में रहने वालों को, मेरी जरूरत पड़ती है, मेरी बर्बादी के कारण, तेरी उम्र भी घटती है।

पछताओगे रोओगे तुम, नहीं बनेगी कोई बात, सोचो समझो करो फैसला, अब तो यह है तुम्हारे हाथ।

सतर्क हो जाओ बात मान लो, मेरी यही कहानी है, करो फैसला मिलकर आज, मत करो मुझको बर्बाद, इतना तो तुम रखो याद।

निष्कर्ष- उम्मीद करते हैं दोस्तों आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पानी की बचत पर निबंध, उपाय, नारे, कविता (essay on save water in hindi) । बेहद पसंद आई होगी। यदि प्रत्येक व्यक्ति यह संकल्प ले कि वह पानी को व्यर्थ नहीं करेगा तो जल का संरक्षण कर पाना बड़ा आसान हो जाएगा। वर्तमान समय में जल का इतना दुरुपयोग हो रहा है कि आने वाले कुछ सालों बाद हमें जल की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है इसलिए जितना हो सके पानी को बचत करने का प्रयास किया जाना चाहिए।

  • गणतंत्र दिवस पर निबंध
  • होली पर निबंध
  • ताज महल पर निबंध
  • स्वतंत्रता दिवस पर निबंध
  • दिवाली पर निबंध
  • भारत में दहेज प्रथा पर निबंध
  • महात्मा गांधी पर निबंध
  • गणेश चतुर्थी निबंध
  • गुरु नानक जयंती पर निबंध

RELATED ARTICLES MORE FROM AUTHOR

आज कौन सा दिन है | aaj kaun sa day hai, gold-silver price today | आज का सोने चांदी भाव रेट, गूगल आज का मौसम कैसा रहेगा | aaj ka mausam kaisa rahega, आज का तापमान कितना है – (live) today temperature – aaj ka tapman kitna hai, ड्रीम 11 में टीम कैसे बनाएं  |  dream11 par team kaise banaye, जानिए ias अफसर की सैलरी और अन्य लग्जरी सुविधाएं | ias officer salary and facilities in hindi, leave a reply cancel reply.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

आईएएस स्मिता सभरवाल का जीवन परिचय | IAS Smita Sabharwal Biography...

क्रिप्टो करेंसी क्या है और यह कैसे काम करती है |..., दिलीप जोशी का जीवन परिचय | dilip joshi biography in hindi, राजस्‍थान के नए मुख्‍यमंत्री भजनलाल शर्मा का जीवन परिचय |  rajasthan..., ई श्रमिक कार्ड कैसे बनाएं | how to online apply e..., अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन परिचय, जयंती, पुण्यतिथि | atal..., भारत के टॉप साइंस कॉलेज | top science colleges in india, राष्ट्रपति भवन देखने के लिए ऑनलाइन बुकिंग कैसे करे | rashtrapati..., आईपीओ (ipo) क्या होता है और इसमें निवेश कैसे करे, राजस्थान के विधायकों और मंत्रियों के मोबाइल नंबर की सूची |....

  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
  • DMCA Copyright

 Small Business Ideas in Hindi 2024 – कम खर्च में अच्छा...

पंजाब किंग्स खिलाड़ियों की लिस्ट आईपीएल 2024 | punjab kings all..., द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय | draupadi murmu biography in hindi, आईएएस पूजा सिंघल का जीवन परिचय | ias pooja singhal biography....

हिंदी कोना

save water essay in hindi। जल संरक्षण पर निबंध

essay on save water in hindi

जल जिसे हम पानी के रूप में प्राय सम्बोधित करते है प्रत्येक प्राणी के जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। आज हम आपके लिए इस पोस्ट में save water essay in hindi ले कर आये है । जल संरक्षण निबंध को आप स्कूल और कॉलेज इस्तेमाल कर सकते है । इस हिंदी निबंध को आप essay on save water in hindi for class 1, 2, 3 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 तक के लिए थोड़े से संशोधन के साथ प्रयोग कर सकते है।

पूरे सौर मंडल में धरती ही मात्र ऐसा ग्रह है जहां पर पानी पाया जाता है। अन्य किसी ग्रह में पानी नही पाया गया। पानी ही एक मात्र खास वजह है जिसके कारण धरती पर जीवन जिया जा सकता है। अन्य किसी ग्रह पर जीवन असंभव है। अन्य ग्रह किसी भी प्रकार से हमारा जीवन सुनिश्चित नही करते। वहां मनुष्य नही जी सकते। जीवन के सबसे बड़े आधार में जिसे हमेशा गिनते है वह जल है। हम सभी यह जानते है कि धरती के बिना जल नही है, और जल के बिना जीवन नही है। इसके बाद भी हम इस धरती से जल को विलुप्त करने की गतिविधियां बढ़ाते जा रहे है। हमारे जीवन का आधार जल है। जल कितना आवश्यक है यह हम सभी जानते हैं। आज की पीढ़ी में पानी की बचत एक बड़ा मुद्दा बन गया है। क्योंकि हम मनुष्य ने पानी को उसके विलुप्त होने की स्थिति में पहुचाने की ओर कदम बढ़ाया हुआ है। ना कि उसे बचाने की ओर। पानी की बचत हमारे जीवन मे कितनी जरूरी है शायद इस बात से आम जन वाकिफ नही है। वे यह जानते है कि पानी के बिना उनके कपड़े नही धोए जा सकते परंतु शायद वह कुछ मुख्य पहलुओं से आज तक अछूते है। जब हम पानी का इस्तेमाल करते है तब इस कदर पानी का उपयोग करते है जैसे अगले दिन हमे पानी का इस्तेमाल करना ही नही हो। 

प्रस्तावना- इस देश मे व इस दुनिया मे जो एक मुख्य मुद्दा है वह पानी की बचत का है। बड़े बड़े वैज्ञानिक व दूरदृष्टि रखने वाले या पर्यावरण की तरफ रुझान रखने वाले इस मुद्दे को गंभीर से भी गंभीर बताते है। इसके विपरीत हम आमजन का दैनिक जीवन चल रहा है। जिसे इस बात की कोई सूझ-बूझ नही है कि हमारे जीवन मे पानी का क्या महत्व है। वैज्ञानिकों की बात को नज़रंदाज़ करना मूर्खता का विषय है। या यूं कहें कि मूर्ख लोगो की पहचान है। देश मे व दुनिया मे इस समस्या के बारे में शायद कोई जानता ही नही। क्योंकि लोग अपने दैनिक जीवन मे इतने व्यस्त है कि वे अपने पर्यावरण की तरफ कभी ध्यान ही नही दे पाते। आपको अवश्य याद होगा कि जब रोज़ हमारे नालों में पानी आता हो और मात्र एक दिन या सर्फ कुछ घंटों तक ना आये तो हमे कितनी परेशानियां होती है। वह मात्र एक दिन हमारे लिए समस्याओं भरा दिन माना जाता है। और अगर आपको कोई अचानक से यह कह दे कि जनाब आपके घर मे आज से कभी भी पानी नही आएगा तब आप पर क्या गुज़रेगी? ठीक वैसा ही हाल होने से बचाने की आवश्यकता आज है। 

पानी का महत्व-  दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है पानी। जी हां, पानी का महत्व हम सभी जानते है। परंतु पानी को हम में से कोई भी महत्व नही देता। जिस प्रकार बोलने में और करने में फर्क होता है ठीक उसी प्रकार पानी के महत्व को जानने में और समझ कर उसे विलुप्त होने से बचाने में फर्क होता है। हम सभी पानी के महत्व को जानते है परंतु पानी को बचाते नही है। 

निजी जीवन- जल हमारे जीवन मे हर छोटे व बड़े कार्य मे काम आता हैं। सुबह के ब्रश के बाद चाय से रात के दूध व भोजन तक। पानी के बिना ना हम अपने आभूषण व कपड़ो को साफ कर सकते है। और ना ही हम अपने घरों की सफाई कर सकते है। इन सबके मध्य जो हर घण्टे में हमे पीने का पानी चाहिए होता है वह भी हमें शायद ना मिल पाए। पानी के बिना जीवन  की कल्पना करना भी मुश्किल हैं। हमारे बर्तनों को धोने में भी पानी की आवश्यकता होती है।हमारी गाड़ियों को धोने में भी रोज़ ना जाने कितने पानी का इस्तेमाल हो जाता है। यह कार्य सिर्फ और सिर्फ एक दो घरों के नही है। यह भारत देश के हर घर के है। एवं दुनिया के हर देश के है। दुनिया के हर घरों में रोज़ाना यह कार्य पानी से ही सम्पन्न होते है। 

 कारखानों में – आज हर कारखानों में जल इस्तेमाल किया जाता है। बहुत सारे आविष्कारों में पानी की आवश्यकता होती है। कारखानों के मैनेजमेंट में भी पानी अधिक मात्रा में काम मे लिया जाता है। ऐसे बड़े बड़े कारखाने देश व विदेश में है। जिसमे पानी की आवश्यकता होती है।   

बिजली – बिजली बनाने में महत्वपूर्ण योगदान पानी का होता है। पानी के बिना बिजली नही बनाई जा सकती। बड़ी मात्रा में पानी का इस्तेमाल किया जाता है। दुनिया में हर जगह बिजली के लिए पानी का इस्तेमाल होता है। 

खेती- पानी के बिना खेती सिर्फ और सिर्फ बारिश के मौसम में संभव है। लेकिन पानी के कारण  किसान को हर मौसम में खेती करने की सुविधा मिलती है। जिसका सीधा फायदा आमजन को होता है। इससे भूखमरी की समस्या पैदा नही होती। 

पानी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से हर जगह काम मे आता है। जल में बिना मनुष्य का जीवन संभव नही है, साथ ही जानवरो के जीवन की भी कल्पना करना नामुनकिन है। पानी के क्षेत्र सीमित नही है। यह हर जगह काम आता है। पानी के बिना जीवन के हर कार्य पर रोक लगना तय है। चाहे वह कुछ भी क्यों ना हो। 

पानी कम होने से उत्पन्न होने वाली समस्या- अगर जल कम रहा तो हम सभी के पास पानी का कोई दूसरा विकल्प नही है। हम ना भोजन कर सकते है, ना स्वच्छ जल को पी सकते है।किसान खेती भी नही कर सकते। खेती के रुक जाने से हमारे जीवन मे भोजन का नामोनिशान नही होगा। हमारे दैनिक जीवन के कार्य मे विघ्न आएगा। मनुष्य जीवन समाप्ति की और बढ़ जाएगा। इसके साथ ही छोटे से छोटे काम बंद हो जाएंगे। 

आज मनुष्य के पास स्वच्छ जल केवल 0.3% से 3% तक ही है। सिर्फ इतनी मात्रा में ही पेयजल उपलब्ध हैं तथा आपके सामने आती समस्या वह आपके लिए शून्य के समान है। 

हम अपनी ही गतिविधियों के कारण जल को विलुप्त होता देख रहे है। जिसमे से पेयजल की मात्रा अत्यधिक कम है। अगर इसी प्रकार चलता रहा तब हमारी आने वाली पीढ़ी को अत्यंत क्रूर वक़्त देखने को मिलेगा। उनके पास पीने का पानी तक नही होगा। इस प्रकार उनका जीवन समाप्त हो जाएगा। स्वच्छ पानी  की मात्रा अब काफी कम बची है। जो अवशोषित जल है उसे फ़िल्टर करने के बाद भी वह उतना शुद्ध नही होता।लोग अधिक से अधिक मात्रा के बीमार पड़ेंगे। पानी परस्पर सभी क्षेत्र से संबंधित है। जिसकी वजह से सृष्टि के हर जीव को परेशानियों का सामान करना पड़ेगा। और ऐसी अनगिनत समस्याओं का समाधान हमारे पास कुछ नही होगा।

हमारे आने वाली पीढ़ी को पानी के बिना जीना सीखाने की सौगात उनकी मृत्यु के समान होगी। 

जल बचाने के तरीके-   अब वक्त आगया है जब हमे इसपर कार्य करने की आवश्यकता है। 

हमे पानी का इस्तेमाल सूझ बूझ से करने की आवश्यकता है। जब हम सुबह ब्रश करते है तब 40 सेकंड के लिए नल ज़रूर खुला होता है। वह 40 सेकंड अगर लाखों करोड़ों घरों में नल बंद करने की आदत डाल दी जाए तो काफी पानी की बचत होगी। साथ ही नहाते वक्त कम से कम पानी का इस्तेमाल करे। गाड़ियों को कम पानी मे धोए।बेवजह नलो को खुला ना छोड़े। जहां जहां पाइप में लीकेज हो वहाँ वहां तुरंत उसे बंद कराए। ऐसे नाजाने कितनी जगह 24 घंटे पानी गिरता होगा। यह सब का सरकार और आमजन दोनो को मिलकर ध्यान रखने की जरूरत है। 

हमे जल प्रदूषण को भी कम करने की बेहद आवश्यकता है। जिससे हमारे घरों में गंदा व अवशोषित पानी ना आये। जिससे हम बीमार ना पड़े। पानी को कम इस्तेमाल करके ज़्यादा ना फेंक कर व कम प्रदूषण करके काफी पानी की खपत हो सकती है। हमें बचपन से ही किताबों में जल को बचाने की सीख दी जाती है। परंतु बड़े होते होते हम हमारे पर्यावरण को ही भूल जाते है। 

जब हम पानी की खपत करेंगे ,जब हम पानी को बचाएंगे तब ही हमारी आने वाली पीढ़ी पानी को बचाना सीखेगी।

उपसंहार-  जिस प्रकार से हम धन को अपने बुरे वक्त के लिए बचाते है ठीक उसी प्रकार हमे हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए जल बचाना है। पर्यावरण का पूर्ण ध्यान रखना है। और यह मान कर चलना है कि पर्यावरण सभी का है इसे किसी  को भी दूषित करने का अधिकार नही है। 

आज ऐसे हज़ारों घर है जहां पानी की गंभीर समस्या है। अगर हम जल को बचा कर उन लोगो को पानी मुहैया करवा पाए तो इससे बड़ा परोपकार हमारी धरती के लिए कुछ नही होगा 

जल को बचाये, 

ना की उसे विलुप्त होने का मार्ग दिखाए, 

एक होकर जब हम सब कुछ भी कर सकते है,

तो क्यो न देश को अब जलमग्न बनाये..!

हमें आशा है आपको save water in hindi निबंध पसंद आया होगा। आप इस निबंध को save water save life essay in hindi के रूप में भी प्रयोग कर सकते है। इस निबंध को save water essay in hindi language के लिए भी प्रयोग कर सकते है ।

10 Lines on Save Water in Hindi | पानी बचाओ पर 10 लाइन निबंध

In this article, we are providing 10 Lines on Save Water in Hindi & English. In these few / some lines on Save Water, you get to know full information about Save Water in Hindi. हिंदी में पानी बचाओ पर 10 लाइनें, Short Save Water Essay in Hindi .

10 Lines on Save Water in Hindi

( Set-1 ) 10 Lines on Save the Water in Hindi for kids

1. जल हमरे जीवन मे बहुत ही महत्वपूर्ण है।

2. जल के बिना जीवन संभव नही है।

3. इसका प्रयोग हम अपने अनेक कार्यो के लिये करते है।

4. जल सभी जीवो, प्राणियों के जीवित रहने के लिये बहुत ही अनिवार्य है।

5. इस जल को दूषित और नष्ट होने से बचाने की प्रक्रिया को जल संरक्षण कहते है।

6. जल का 71% हिसा जल से ढका हुआ है।

7. हमे जल को संरक्षित करना चाहिए और दूषित होने से बचना चाहिए।

8. पृथ्वी पर पिने योग्य पानी बहुत कम मात्रा मे है।

9. खुले और बहते जल को को बंद करना चाहिए तथा पानी को नही दूषित करना चाहिए।

10. करखानो और कंपनी पर पानी को दूषित करने पर रोक लगानी चाहिए।

Speech on Save Water in Hindi

Save Water Slogans in Hindi

( Set-2 ) 10 Lines on Save the Water in Hindi for students

5 Lines on Save Water in Hindi

1. पानी मनुष्य, पशु, पक्षी और वनस्पति की जरूरत है जिसके बिना वह जीवित नहीं रह सकते।

2. हमारी पृथ्वी का तून चौथाई हिस्सा पानी है लेकिन पीने योग्य स्वच्छ जल केवल 1 प्रतिशत है।

3. जल का प्रयोग जरूरत से ज्यादा मात्रा में विभिन्न क्रियकलापों के लिए किया जाता है।

4. यदि जल को निरंतर बर्बाद और दुषित किया जाता रहा तो पृथ्वी पर जीवन असंभव है।

5. हमें जल को सरंक्षित करना चाहिए और दुषित होने से रोकना चाहिए।

6. खुले बहते नलों को बंद करना चाहिए।

7. वर्षा के जल के सरंक्षित कर कपड़े धोने के लिए प्रयोग करना चाहिए।

8. कारखानों को जलाशयों के दूर लगाए ताकि जल दुषित न हो।

9. जल ही जीवन है और जीवित रहने के लिए इसे बचाना जरूरी है।

10. पानी में गंदगी को बहाकर पानी को दुषित नहीं करना चाहिए।

10 lines on Importance of Trees in Hindi

10 Lines on Save Trees in Hindi

Save Water 10 Lines in Hindi

10 lines on Save Water in Hindi

( Set-3 ) Save Water 10 Lines in Hindi

1 पानी के बिना मनुष्य का जीवन और पृथ्वी पर कोई भी प्राणी जीवित नहीं रह सकता है।

2 आपने देखा होगा कई सारे गांव ऐसे भी होते हैं,जहां काफी दूर से पानी लाना पड़ता है।

3 अगर आप जल को बचाना चाहते हैं,तो आपको नदियां झरने तालाब के पानी को बचाना होगा।

4 पानी हमारे लिए शरीर के लिए बहुत जरूरी है।जैसे कपड़े धोने के लिए, खाना पकाने के लिए, नहाने के लिए और मकान बनाने के लिए आदि।

5 पानी दो प्रकार का होता है। एक पानी खारा होता है और एक पानी मीठा होता है।

6 दिन प्रतिदिन पानी की कमी होती जा रही है। इसलिए हमें पानी का बचाव करना चाहिए। 7 पानी में हाइड्रोजन और ऑक्सीजन भी होते हैं।

8 जल ही जीवन है। इसलिए जीवित रहने के लिए पानी बचाना बहुत जरूरी है।

9 जब बारिश होती है, तो बारिश का पानी इकट्ठा करके हम उसे घर में यूज कर सकते हैं और इससे हम पानी बचा सकते हैं।

10 हमें बहते पानी के नल को बंद करना चाहिए जब वह फालतू में चल रहा है।

( Set-3 ) How to Save Water in Hindi in Points

1. पानी धरती पर मौजूद सबसे मह्त्वपूर्ण संसाधनों मे से एक है।

2. जल मनुष्य, पशु,पक्षी और वनस्पति सभी की जरूरत है, जिसके बिना वह जीवित नहीं रह सकते हैं।

3. पूरी दुनिया मे पानी का पूर्ण प्रतिशत 71 है जिसमें से सिर्फ 2 प्रतिशत् पीने लायक है।

4. पानी कि कमी और प्रदुषण का एक कारण शहरीकरण भी है।

5. भारत में सालाना लाखों लीटर पानी कि बर्बादी होती है।

6. अगर इसी तरह दुनिया मे पानी कि बर्बादी होती रही तो यह भविष्य मे एक बड़ा मुद्दा बन कर सामने आ सकता है।

7. पानी को बचाने के लिए सरकार द्वारा अभियान शुरू करने चाहिए।

8. पानी कि उपलब्धता के बिना इंसानों और अन्य जीवित प्रजातीयों का जीवन असंभव है।

9. हमें पानी बचाने के लिए अपनी तरफ से सारे उपाय करने चाहिए।

10. हम सभी को पानी का सिर्फ निमित्त और जरुरी उपयोग ही करना चाहिए।

Few Lines on Save Water in English

1. Water is needed for humans, animals, birds, and vegetation without which they can not survive.

2. The fourth part of our earth is water, but clean water is only 1 percent.

3. Water is used for an excessive amount of different activities.

4. If water continues to be wasted and spoiled then life on earth is impossible.

5. We should protect the water and prevent it from becoming contaminated.

6. The open-flowing tubes should be closed.

7. Rainwater should be protected and used for washing clothes.

8. Establish factories to remove the reservoirs so that water is not contaminated.

9. Water is life and it is necessary to save it to survive.

10. Water should not be polluted by watering dirt in the water.

# pani Bachao essay in Hindi # how to save water in Hindi # water saving in Hindi # save water lines in Hindi # 5 lines on Save Water in Hindi

इस article के माध्यम से हमने 10 lines on Save Water in Hindi Essay का वर्णन किया है और आप यह article को नीचे दिए गए विषयों पर भी इस्तेमाल कर सकते है।

Save the Water in Hindi 10 lines Save Water 10 lines nibandh Save Water ke bare mein

ध्यान दें – प्रिय दर्शकों 10 Lines on Save Water in Hindi (article) आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।

2 thoughts on “10 Lines on Save Water in Hindi | पानी बचाओ पर 10 लाइन निबंध”

save water essay hindi

I like the essay I can write this essay for my project

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

जल पर निबंध 10 Lines (Essay On Water in Hindi) 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे

save water essay hindi

जल निबंध पर (Essay On Water in Hindi) – पानी, पृथ्वी पर जीवित प्राणियों के अस्तित्व का कारण, ग्रह का 70% से अधिक हिस्सा है। जल वह जादुई तरल है, जो जानवरों, पौधों, पेड़ों, जीवाणुओं और विषाणुओं को जीवन प्रदान करता है। जल ही वह कारण है जिसके कारण पृथ्वी जीवन का समर्थन कर सकती है और अन्य ग्रह नहीं कर सकते।

मानव शरीर का 60% तक पानी से बना है। जबकि ग्रह पर पानी की बहुतायत है, मनुष्य और जानवरों द्वारा हर चीज का सेवन नहीं किया जा सकता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पृथ्वी पर केवल 3% पानी ही मीठा पानी है, जो पोर्टेबल और उपभोग करने के लिए सुरक्षित है।

जल निबंध पर 10 पंक्तियाँ (10 Lines on Water Essay in Hindi)

  • जल ही वह कारण है जिसके कारण जीवन अस्तित्व में है और पृथ्वी पर फलता-फूलता है
  • पृथ्वी की सतह का 70% हिस्सा पानी से बना है जिसमें से केवल 3% मीठा पानी मानव उपभोग के लिए है
  • पानी ग्रह पर जीवन के सभी रूपों का समर्थन करता है
  • मनुष्य पानी का उपयोग पीने, नहाने, कपड़े धोने, कृषि, उद्योगों और कारखानों में करता है
  • मानव शरीर का 60% से अधिक भाग पानी से बना है
  • जानवर पीने और नहाने के लिए पानी का उपयोग करते हैं
  • पौधे, पेड़ और अन्य विभिन्न जीव अपनी वृद्धि और अस्तित्व के लिए पानी का उपयोग करते हैं
  • यह भविष्यवाणी की जाती है कि अगला विश्व युद्ध पानी के लिए लड़ा जाएगा यदि मनुष्य ने इसका विवेकपूर्ण उपयोग करना नहीं सीखा
  • मनुष्य को जिम्मेदारी से पानी का उपयोग करना सीखना होगा क्योंकि यह एक गैर-नवीकरणीय संसाधन है
  • सभी देशों की सरकारों को मिलकर नीतियां और कानून बनाने चाहिए जो लोगों को अनावश्यक रूप से पानी बर्बाद करने से रोकें

जल पर निबंध 100 शब्द (Essay on Water 100 words in Hindi)

पानी पृथ्वी पर हर जीवन रूप की मूलभूत आवश्यकता है। यह पानी ही है जो हमें इस ग्रह पर आरामदायक जीवन जीने में मदद करता है। हमारा शरीर 70% पानी से बना है, इसलिए पानी हमारे लिए इतना महत्वपूर्ण यौगिक है। जल का उपयोग हम अनेक कार्यों में करते हैं। हमें पीने, खाना पकाने, नहाने और साफ-सफाई के लिए पानी की जरूरत होती है। जल के बिना, ग्रह पर जीवन असंभव होगा। जल पृथ्वी पर नदियों, महासागरों, समुद्रों, तालाबों, झीलों, नदियों और हिमनदों के रूप में पाया जाता है। जल की संरचना पूरी पृथ्वी पर एक समान रहती है।

इनके बारे मे भी जाने

  • Noise Pollution Essay
  • Nature Essay
  • India Of My Dreams Essay
  • Gender Equality Essay
  • Bhagat Singh Essay
  • Essay On Shivratri

जल पर निबंध 150 शब्द (Essay on Water 150 words in Hindi)

जल निबंध पर (Essay On Water in Hindi) – पानी सभी जीवित रूपों के लिए सबसे महत्वपूर्ण तरल है। यह न केवल हमारी जीवन प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है बल्कि हमारे ग्रह के कामकाज के लिए भी आवश्यक है। पृथ्वी पर जल तीन अवस्थाओं में उपलब्ध है- ठोस, द्रव और गैसीय। सॉलिड-स्टेट में ग्लेशियर, स्नो कैप, आइस शीट और पोलर आइस रिजर्व शामिल हैं। तरल अवस्था में नदियाँ, समुद्र, झीलें, तालाब, नदियाँ, महासागर और गीज़र शामिल हैं। 

गैसीय अवस्था में वायुमंडल में पाए जाने वाले जलवाष्प शामिल हैं। जल चाहे किसी भी अवस्था में क्यों न हो, जल का संघटन सदैव एक समान रहता है। यह एक शक्तिशाली यौगिक है जो पृथ्वी पर मौजूद सभी जीवन का पोषण करता है। पौधों को प्रकाश संश्लेषण और श्वसन के लिए पानी की आवश्यकता होती है। मनुष्यों को परिसंचरण, पाचन, श्वसन और उत्सर्जन जैसी कई अलग-अलग जीवन प्रक्रियाओं के लिए पानी की आवश्यकता होती है, पानी के बिना पृथ्वी पर जीवन असंभव होगा। चूँकि यह इतना महत्वपूर्ण यौगिक है, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम इसे संरक्षित करें ताकि यह जल्द समाप्त न हो।

जल पर निबंध 200 शब्द (Essay on Water 200 words in Hindi)

पानी किसी के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न केवल हमारे अपने अस्तित्व के लिए बल्कि हमारे ग्रह के समुचित कार्य के लिए भी आवश्यक है। सभी फलों और सब्जियों में प्रचुर मात्रा में पानी होता है। स्वस्थ रहने के लिए भरपूर मात्रा में पानी की जरूरत होती है, यानी लगभग 3-4 लीटर पानी प्रतिदिन। मानव शरीर को पानी की आवश्यकता होती है, और इसकी कमी से बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अपर्याप्त पानी की खपत के कारण गुर्दे की पथरी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। पानी में चंगा करने की क्षमता है और जीवन के अस्तित्व के लिए जरूरी है। हमारा ग्रह ही एकमात्र ऐसी जगह है जहां जीवन की कल्पना की जा सकती है क्योंकि पानी और जीवन के लिए अन्य सभी आवश्यक तत्व मौजूद हैं। मंगल, बुध और शुक्र जैसे ग्रह निर्जन हैं। पानी न होने के कारण वे एक उजाड़ रेगिस्तान के समान हैं। जल जीवन के लिए आवश्यक है, और यह पर्यावरण को स्वच्छ रखने में भी मदद करता है।

जल पर निबंध 250 शब्द (Essay on Water 250 words in Hindi)

जल निबंध पर (Essay On Water in Hindi) – पानी एक अनमोल संसाधन है। पानी की कमी मध्य पूर्व और यहां तक ​​कि भारत के कुछ हिस्सों में सबसे गंभीर मुद्दों में से एक है। पीने के पानी की किल्लत है। जल प्रदूषण ने पृथ्वी की सतह पर सुलभ पीने के पानी की मात्रा को कम कर दिया है, साथ ही पानी की गुणवत्ता को भी नुकसान पहुँचाया है। यह न केवल इंसानों बल्कि जानवरों, पक्षियों और पौधों को भी प्रभावित करता है।

जल की प्रासंगिकता को वर्तमान जल संकट के संदर्भ में देखा जा सकता है। सूखा उन दुर्भाग्यपूर्ण स्थितियों में से एक है जो किसी स्थान पर हो सकती है। क्षेत्र की आर्थिक और वित्तीय स्थिति बुरी तरह प्रभावित होगी। दूसरी ओर, अत्यधिक बारिश लोगों, जानवरों और यहां तक ​​कि किसानों और निर्माताओं के लिए भी चिंता का विषय है। जल को वरदान माना जाता है, लेकिन यह अभिशाप भी हो सकता है।

इसलिए जल के महत्व को समझना जरूरी है। बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग, जनसंख्या और वनों की कटाई के साथ, ताजा पानी प्रदूषित हो रहा है, और हमारे लिए उपलब्ध मात्रा कम हो रही है। अधिक जनसंख्या के कारण पानी का दुरूपयोग हो रहा है। पानी कई रूपों में दुनिया के प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाता है। पानी प्रकृति की सुंदरता को भी बिखेरता है।

जल पर निबंध 300 शब्द (Essay on Water 300 words in Hindi)

जल जीवन की सबसे मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है और इसके बिना जीवित रहना असंभव है। पृथ्वी पर मौजूद प्रत्येक जीव को अपने शरीर के समुचित कार्य के लिए पानी की आवश्यकता होती है। यह न केवल हमें जीवित रहने में मदद करता है बल्कि हमारे दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पृथ्वी स्वयं 70% जल से बनी है, तथापि, सारा जल उपभोग के लिए सुरक्षित नहीं है। इसलिए, हमें इसके महत्व को समझने और इसका बुद्धिमानी से उपयोग करने की आवश्यकता है। जैसा कि हम दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पानी की कमी को देख सकते हैं, इसलिए समय आ गया है कि हम पानी का संरक्षण करना शुरू कर दें।

पानी के कई उपयोग हैं और यह कृषि में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है क्योंकि यह भारत का मुख्य व्यवसाय है। सिंचाई और मवेशियों को पालने की प्रक्रिया में बड़ी मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है। इसलिए, किसान पानी का अधिक उपयोग करते हैं और काफी हद तक इस पर निर्भर रहते हैं।

दूसरी ओर, उद्योगों को विभिन्न उद्देश्यों जैसे कुछ वस्तुओं को संसाधित करने, ठंडा करने और निर्माण के लिए पानी की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, थर्मल पावर प्लांट बड़े पैमाने पर पानी का उपयोग करते हैं। इन सबके अतिरिक्त जल का उपयोग घरेलू कार्यों जैसे पीने, कपड़े धोने, साफ-सफाई, बागवानी आदि में भी किया जाता है। इस प्रकार हमें जीवन के कुछ मूलभूत कार्यों को चलाने के लिए जल की आवश्यकता होती है।

पौधों और जानवरों को जीवित रहने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। पानी जीवन का एक अनिवार्य घटक है जो किसी को जीवित रहने और ठीक से काम करने में मदद करता है। हालाँकि, लोग पानी की कमी से अनभिज्ञ हैं और इस प्रकार इसके परिणामों के बारे में सोचे बिना इस प्राकृतिक संसाधन का दोहन करते रहते हैं।

इसलिए सरकार के साथ एकजुट होने और हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी के संरक्षण के लिए उपचारात्मक उपाय करने और बहुत देर होने से पहले इसका बुद्धिमानी से उपयोग करने के लिए एक घंटे की आवश्यकता है। पानी बचाने के लिए सरकार द्वारा प्रदान किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए और जिनमें से एक वर्षा जल संचयन है- पानी बचाने और विभिन्न उद्देश्यों के लिए इसका उपयोग करने का एक शानदार तरीका।

जल पर निबंध 500 शब्द (Essay on Water 500 words in Hindi)

जल (रासायनिक सूत्र H2O) एक पारदर्शी रासायनिक पदार्थ है। यह हर जीवित प्राणी के लिए मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है चाहे वह पौधे हों या जानवर। जिस प्रकार पृथ्वी पर जीवन के समुचित विकास और विकास के लिए हवा, सूर्य का प्रकाश और भोजन, पानी की आवश्यकता होती है। हमारी प्यास बुझाने के अलावा, पानी का उपयोग कई अन्य गतिविधियों जैसे सफाई, कपड़े धोने और खाना पकाने के लिए किया जाता है।

पानी मुख्य रूप से अपने पांच गुणों के लिए जाना जाता है। यहाँ इन संपत्तियों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई है:

  • सामंजस्य और आसंजन

संसंजन, जिसे अन्य जल अणुओं के लिए जल के आकर्षण के रूप में भी जाना जाता है, जल के मुख्य गुणों में से एक है। यह पानी की ध्रुवता है जिसके कारण यह पानी के अन्य अणुओं की ओर आकर्षित होता है। पानी में मौजूद हाइड्रोजन बांड पानी के अणुओं को एक साथ बांधे रखते हैं।

आसंजन मूल रूप से विभिन्न पदार्थों के अणुओं के बीच पानी का आकर्षण है। यह पदार्थ किसी भी अणु के साथ बंध जाता है जिसके साथ यह हाइड्रोजन बांड बना सकता है।

  • बर्फ का कम घनत्व

पानी के हाइड्रोजन बंध ठंडे होने पर बर्फ में बदल जाते हैं। हाइड्रोजन बांड स्थिर होते हैं और अपने क्रिस्टल जैसे आकार को बनाए रखते हैं। पानी का ठोस रूप जो बर्फ है तुलनात्मक रूप से कम घना होता है क्योंकि इसके हाइड्रोजन बांड बाहर की ओर होते हैं।

  • पानी की उच्च ध्रुवीयता

पानी में उच्च स्तर की ध्रुवीयता होती है। यह एक ध्रुवीय अणु के रूप में जाना जाता है। यह अन्य ध्रुवीय अणुओं और आयनों की ओर आकर्षित होता है। यह हाइड्रोजन बंध बना सकता है और इस प्रकार एक शक्तिशाली विलायक है।

  • जल की उच्च विशिष्ट ऊष्मा

पानी अपनी उच्च विशिष्ट ऊष्मा के कारण तापमान को मध्यम कर सकता है। जब गर्म होने की बात आती है तो इसमें काफी समय लगता है। गर्मी लागू नहीं होने पर यह लंबे समय तक अपना तापमान बनाए रखता है।

  • पानी की वाष्पीकरण की उच्च ऊष्मा

यह पानी का एक और गुण है जो इसे तापमान को सामान्य करने की क्षमता प्रदान करता है। जैसे ही पानी एक सतह से वाष्पित होता है, यह उसी पर शीतलन प्रभाव छोड़ता है।

पानी की बर्बादी से बचें

हमारे दैनिक जीवन में जिन गतिविधियों में हम शामिल होते हैं उनमें से अधिकांश के लिए पानी की आवश्यकता होती है। हमें इसका संरक्षण करना आवश्यक है अन्यथा आने वाले वर्षों में हमारा ग्रह ताजे पानी से रहित हो जाएगा। यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे पानी को संरक्षित किया जा सकता है:

  • पानी की बर्बादी रोकने के लिए टपकते नलों को तुरंत ठीक करें।
  • नहाते समय शावर के प्रयोग से बचें।
  • अपने दांतों को ब्रश करते समय अपना नल बंद रखें। जरूरत पड़ने पर ही इसे चालू करें।
  • आधे कपड़े धोने के बजाय पूरे कपड़े धोएं। इससे न केवल पानी की बचत होगी बल्कि बिजली की भी काफी बचत होगी।
  • बर्तन धोते समय पानी को बहता हुआ न छोड़ें।
  • वर्षा जल संचयन प्रणाली का प्रयोग करें।
  • गटर की सफाई के लिए पानी की नली का उपयोग करने से बचें। आप इसके बजाय झाडू या अन्य तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं।
  • खाना बनाते और खाते समय सही आकार के बर्तनों और अन्य बर्तनों का उपयोग करें। अपनी आवश्यकता से बड़े का उपयोग करने से बचें।
  • स्प्रिंकलर के बजाय अपने पौधों को हाथ से पानी देने की कोशिश करें।
  • तालों को ढक दें ताकि वाष्पीकरण के कारण पानी की कमी से बचा जा सके।

हमें पानी को बर्बाद नहीं करना चाहिए और इसके संरक्षण में अपना योगदान देना चाहिए। हमें उन गतिविधियों और योजनाओं का अभ्यास और प्रचार करना चाहिए जो जीवित प्राणियों की वर्तमान और भविष्य की मांगों को पूरा करने के लिए जल संरक्षण और इसके स्रोतों की रक्षा करने में मदद करती हैं।

जल पर निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

पृथ्वी की सतह का कितना भाग जल से बना है .

पृथ्वी की सतह का 70% से अधिक भाग पानी से बना है जिसमें से केवल 3% पीने योग्य मीठा पानी है

क्या पानी बनाया जा सकता है?

अभी तक, यह संभव नहीं है, लेकिन उचित रासायनिक उपचार के बाद पानी को रिसाइकल और पुन: उपयोग किया जा सकता है

जल के स्रोत क्या हैं?

नदियाँ, झीलें, ग्लेशियर और भूजल तालिका पृथ्वी पर पानी के कुछ स्रोत हैं

विश्व का सबसे बड़ा जल निकाय कौन सा है?

प्रशांत महासागर विश्व का सबसे बड़ा जल निकाय है। साथ ही, नील नदी दुनिया में ताजे पानी का सबसे बड़ा स्रोत है।

save water essay hindi

Call us @ 08069405205

save water essay hindi

Search Here

save water essay hindi

  • An Introduction to the CSE Exam
  • Personality Test
  • Annual Calendar by UPSC-2024
  • Common Myths about the Exam
  • About Insights IAS
  • Our Mission, Vision & Values
  • Director's Desk
  • Meet Our Team
  • Our Branches
  • Careers at Insights IAS
  • Daily Current Affairs+PIB Summary
  • Insights into Editorials
  • Insta Revision Modules for Prelims
  • Current Affairs Quiz
  • Static Quiz
  • Current Affairs RTM
  • Insta-DART(CSAT)
  • Insta 75 Days Revision Tests for Prelims 2024
  • Secure (Mains Answer writing)
  • Secure Synopsis
  • Ethics Case Studies
  • Insta Ethics
  • Weekly Essay Challenge
  • Insta Revision Modules-Mains
  • Insta 75 Days Revision Tests for Mains
  • Secure (Archive)
  • Anthropology
  • Law Optional
  • Kannada Literature
  • Public Administration
  • English Literature
  • Medical Science
  • Mathematics
  • Commerce & Accountancy
  • Monthly Magazine: CURRENT AFFAIRS 30
  • Content for Mains Enrichment (CME)
  • InstaMaps: Important Places in News
  • Weekly CA Magazine
  • The PRIME Magazine
  • Insta Revision Modules-Prelims
  • Insta-DART(CSAT) Quiz
  • Insta 75 days Revision Tests for Prelims 2022
  • Insights SECURE(Mains Answer Writing)
  • Interview Transcripts
  • Previous Years' Question Papers-Prelims
  • Answer Keys for Prelims PYQs
  • Solve Prelims PYQs
  • Previous Years' Question Papers-Mains
  • UPSC CSE Syllabus
  • Toppers from Insights IAS
  • Testimonials
  • Felicitation
  • UPSC Results
  • Indian Heritage & Culture
  • Ancient Indian History
  • Medieval Indian History
  • Modern Indian History
  • World History
  • World Geography
  • Indian Geography
  • Indian Society
  • Social Justice
  • International Relations
  • Agriculture
  • Environment & Ecology
  • Disaster Management
  • Science & Technology
  • Security Issues
  • Ethics, Integrity and Aptitude

InstaCourses

  • Indian Heritage & Culture
  • Enivornment & Ecology

Print Friendly, PDF & Email

EDITORIAL ANALYSIS : Preparing India for water stress, climate resilience

Source: The Hindu

  • Prelims: Current events of national and international importance(Ground water, world Bank, UN Water Conference, SDG-6, WASH, Jal Shakti Abhiyan, etc
  • Mains GS Paper II & III: Geographical features and their locations- change in critical geographical features etc

ARTICLE HIGHLIGHTS

  • India Meteorological Department (IMD) predicts a hotter summer and longer heat waves from April to June.

INSIGHTS ON THE ISSUE

Groundwater;

save water essay hindi

  • Groundwater is the water present below the earth’s surface and is a vast resource of water.
  • Almost 22 percent of water is below the surface land in the form of groundwater.
  • World Bank report: India is the largest groundwater user.

Importance of Groundwater:

  • Groundwater is the backbone of India’s agriculture and drinking water security in rural and urban areas
  • It meets nearly 80% of the country’s drinking water and two-thirds of its irrigation needs.
  • Groundwater is pivotal to India’s water security.

Water crisis:

  • It may be physical or economic
  • Rapid urbanization
  • industrialisation
  • unsustainable agricultural practices
  • climate change
  • erratic rainfall patterns
  • water overuse
  • inefficient water management
  • inadequate infrastructure
  • lack of ‘belongingness’ among stakeholders
  • runoff due to high rain along with soil erosion and sedimentation.
  • Water scarcity: It l eads to the poor functioning of ecosystems, threatens food and water security, and, ultimately, affects peace.
  • According to the World Resources Institute : 17 countries face ‘extremely high’ levels of water stress which is threatening to result in conflict, unrest and peace among people.

Background :

  • India houses 18% of the world’s population on 4% of the earth’s surface area and has just 4% of global freshwater resources.
  • Nearly half its rivers are polluted, and 150 of its primary reservoirs are currently at just 38% o f their total live storage capacity.
  • Three-quarters of India’s districts a re hotspots for extreme climate events.

Relation between Water and Economy:

  • Water connects hydrological, food, and energy systems, impacting millions of people.
  • Precipitation is the primary source of soil moisture an d water stored in vegetation (green water) and the water available in rivers and aquifers (blue water).
  • This sector employs the most and is increasingly climate vulnerable.
  • The India Employment Report 2024: It shows that agriculture still employs around 45% of the population and absorbs most of the country’s labor force.
  • with 55% of ‘tehsils’ or sub-districts seeing a significant increase of more than 10% in southwest monsoon rainfall in the last decade(compared to the previous three).
  • The increased rainfall is frequently coming from short-duration, heavy rain, affecting crop sowing, irrigation and harvesting.
  • Making the agricultural sector more resilient to climatic and water stresses matters for jobs, growth and sustainability.
  • Water is a key component of the world’s clean energy transition.
  • It is produced using water and electricity sourced from renewables.
  • It is an important component o f a clean but reliable power system.

Climate crisis and its impact on hydrometeorological disasters:

  • According to the UN World Water Development Report 2020: Almost 75% of natural disasters i n the last two decades were related to water.
  • According to CEEW analysis(between 1970 and 2019): the number of flood associated events (such as landslides, thunderstorms and cloud bursts) increased by up to 20 times in India.
  • Freshwater , one of the nine planetary boundaries, has been transgressed (2023 study).

The ingredients of water security

●      attaining water security will need a mix of the right policies, judicious use of water, including reuse of urban wastewater, and finance for adapting to a changing world., ●      effective water governance needs policies that recognise its interactions with food and energy systems., ○      ceew and international water management institute (iwmi) analysis s hows that although india has adopted several policies, ■      most do not recognise this nexus while planning or at the implementation stage., ■      scaling up of green hydrogen is desirable, the link with water availability is not always considered., ●      the impact of scaling up solar irrigation pumps on groundwater levels must be analyzed to deploy the technology where there is an optimal mix of solar resource and higher groundwater levels., ●      policies should incorporate the food-land-water nexus through localized evidence and community engagement., ●      india needs to focus on the judicious use of blue and green water t hrough water accounting and efficient reuse., ●      the national water mission targets increasing water use efficiency by 20% by 2025 ., ●      the atal mission on rejuvenation and urban transformation (amrut) 2.0 calls for reducing non-revenue water, which is lost before it reaches the end user, to less than 20% in urban local bodies., ○      these are not backed by any baseline set u sing water accounting principles that will help quantify the “ 20 percent” change in freshwater use., ○      in the absence of water use data(for the reference year): it is difficult to quantify the potential water saving in one sector, such as agriculture, that can then be diverted to other sectors, ■      such as industries or domestic purposes, which will drive india’s water demand., ●      water accounting is essential for promoting water use efficiency a nd creating incentives for investments in treated wastewater reuse..

Legally binding instruments on regulation of trans-boundary river water courses:

  • UN Water Convention 1997
  • United Nations Economic Commission for Europe (UNECE) Water Convention 1992

Way Forward

  • We must move from panic reactions when disaster strikes (like the water crisis in Bengaluru), to understand and respond to the chronic nature of risks we face.
  • Nor can environmental sustainability be reduced to sapling plantation drives over a few days.
  • India’s climate action h as been largely focused on mitigation in the industrial, energy, and transport sectors.
  • strengthening wastewater management
  • providing incentives to promote climate-resilient agricultural practices (micro irrigation and crop diversification)
  • scaling up desalination plants as an alternative water source for thermal plants and green hydrogen production.
  • Investment in wastewater treatment
  • desalination plants
  • agricultural extension services.
  • Considering the investments in India under Corporate Social Responsibility (between 2014-15 and 2020-21) , there is a potential to leverage about ₹12,000 crore worth of investments every year.
  • A water-secure economy is the first step towards a climate-resilient one.

QUESTION FOR PRACTICE

What is water stress? How and why does it differ regionally in India? (UPSC 2019) (200 WORDS, 10 MARKS)

Editorial Analysis – 22 Apr 2024

Left Menu Icon

  • Our Mission, Vision & Values
  • Director’s Desk
  • Commerce & Accountancy
  • Previous Years’ Question Papers-Prelims
  • Previous Years’ Question Papers-Mains
  • Environment & Ecology
  • Science & Technology

StoryRevealers

जल संरक्षण पर निबंध | Save Water Essay in Hindi

by StoriesRevealers | Aug 10, 2020 | Essay in Hindi | 0 comments

save water essay in hindi

Save Water Essay in Hindi : जल पृथ्वी पर अस्तित्व का एक आवश्यक घटक है। पानी के अभाव में अस्तित्व संभव नहीं हो पाता। वायु की तरह ही जल भी एक आवश्यक तत्व है। सभी जीवन पृथ्वी पर पानी की वजह से बनते हैं – जानवर, पौधे, कीड़े, मनुष्य – को अपने दैनिक जीवन के कामकाज में उपभोग और अन्य उद्देश्यों के लिए पानी की आवश्यकता होती है। जीवित रहने के लिए ताजा और पीने योग्य पानी आवश्यक है।

पीने के अलावा, अन्य प्रयोजनों के लिए भी पानी की जरूरत होती है। पानी जो पीने योग्य नहीं है, उसका उपयोग कपड़े धोने, खाना पकाने और सफाई के लिए किया जाता है। कृषि कार्यों के लिए भी पानी का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है – इनमें खेती, फसल और सिंचाई शामिल हैं।

पिछले कुछ वर्षों में जल संसाधनों को बड़े पैमाने पर नष्ट किया जा रहा है। इस बढ़ती दुनिया की आबादी मे जितना संभव हो सके पानी के संरक्षण और उसे बचाने की आवश्यकता है, और सभी को इसके बारे में पता होना चाहिए।

Save Water Essay in Hindi

save water essay in hindi

पानी की कमी से बचने के लिए, सभी को समान रूप से भाग लेना चाहिए और जब भी और जहां भी संभव हो, जल संसाधनों के दुरुपयोग और अधिक उपयोग से बचना चाहिए। वर्तमान में, सबसे खतरनाक समस्या, पृथ्वी पर ताजे पानी की कमी है।

जबकि कुछ देशों में अपने लोगों को प्रदान करने के लिए जल संसाधन प्रचुर मात्रा में हैं, दुनिया भर में कई स्थानों पर पर्याप्त जल संसाधनों की भारी कमी है। इस कमी के लिए प्राकृतिक कारणों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है – भयंकर वर्षा और भूजल का दूषित होना। जल संसाधनों के तेजी से उपयोग में मानव निर्मित कारक प्रमुख रूप से योगदान करते हैं। औद्योगीकरण और शहरीकरण पानी की कमी पैदा करने में महत्वपूर्ण नकारात्मक भूमिका निभाते हैं। भूमि विकास और अन्य प्रक्रियाएं भूजल के काफी हिस्से का उपयोग करती हैं और इसके बाकी हिस्सों को भी दूषित करती हैं।

पानी की कमी अपने साथ कई खतरनाक आपदाएँ भी लाती है, जैसे कि सूखा। लोगों को पानी बचाने के लिए आग्रह करने के लिए, हर देश में सरकारों को कुछ सख्त पानी की बचत की पहल को प्रोत्साहन देना चाहिए। इनमें वर्षा जल संचयन, छत पर जल संचयन और पानी का पुनरू उपयोग शामिल हो सकता है।

वर्षा जल संचयन में वर्षा जल का संग्रहण और संरक्षण शामिल है। सहेजे गए पानी का उपयोग भविष्य में किया जा सकता है। भूजल संरक्षण एक अन्य प्रभावी जल प्रदूषण नियंत्रण है। यह भूमिगत जलाशयों में भूजल को बचाने और संचय करने की विधि है – बचा हुआ पानी भविष्य में जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

पानी के पुनर्चक्रण की सुविधा होनी चाहिए। पानी के पुनर्चक्रण में जब भी संभव हो अपशिष्ट जल का पुनरू उपयोग करना शामिल है। उदाहरण के लिए, स्नान के दौरान उपयोग किए जाने वाले पानी का उपयोग धोने, सफाई और बागवानी के प्रयोजनों के लिए किया जा सकता है।

पानी के संरक्षण के अन्य तरीकों, पानी के प्रदूषण को कम करने और पानी के उचित उपयोग पर ध्यान दिया जाना चाहिए। जो नुकसान पहले ही हो चुका है उसे पूर्ववत करना अत्यावश्यक है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में हर पांच में से एक व्यक्ति को उचित पीने के पानी तक पहुंच नहीं है।

इसलिए यह बहुत आवश्यक है और सलाह दी जाती है कि भविष्य के स्थायी उपयोगों के लिए जल संसाधनों को बचाया और संरक्षित किया जाए।

Thanks for Reading: Save Water Essay in Hindi

Other Useful Resource:

  • Jal hi Jeevan hai Essay in Hindi
  • Water Pollution Essay in Hindi
  • Save Electricity Essay in Hindi

Recent Posts

essay on global warming

Recent Comments

  • StoriesRevealers on Diwali Essay in Hindi
  • Ramadhir on Diwali Essay in Hindi
  • Ram on Swachh Bharat Abhiyan Essay in Hindi
  • Srikanth on ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पर निबंध Dr. APJ Abdul Kalam Essay in Hindi
  • aduq on Global Warming Essay in Hindi 500+ Words

Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors. Please consider supporting us by whitelisting our website.

Refresh

COMMENTS

  1. जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay in Hindi)

    जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay in Hindi) भविष्य में जल की कमी की समस्या को सुलझाने के लिये जल संरक्षण ही जल बचाना है। भारत और दुनिया के दूसरे ...

  2. जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay in Hindi)

    जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay in Hindi) - विश्व में बढ़ती जनसंख्या तथा प्रदूषण के कारण होने वाली जल की कमी एक बेहद ही गंभीर समस्या है। इस समस्या के समाधान के लिए ...

  3. Save Water Essay in Hindi

    Save water Essay in Hindi 300 words. धरती पर समस्त जीवन चक्र को बनाए रखने के लिए हवा, पानी और भोजन जरूरी है, किसी एक की कमी के बिना कोई भी जीवित नहीं रह सकता ...

  4. जल संरक्षण पर निबंध Essay on Conservation of Water in Hindi

    जल संरक्षण पर 10 लाइन 10 lines on Conservation of Water in Hindi. स्वच्छ और पेयजल का व्यर्थ बहाव न करते हुए उसको सुनिश्चित तरीके से उपयोग मे लाकर जल के बचाव की ओर ...

  5. जल बचाओ पर निबंध (Save Water Essay in Hindi)

    Save Water Essay in Hindi - पानी पृथ्वी पर सबसे महत्वपूर्ण और मूल्यवान प्राकृतिक संसाधन है। यह पूरे जीवन को बनाए रखता है। जल के बिना जीवन नहीं है। जल न केवल

  6. जल संरक्षण पर निबंध Essay on Save Water in Hindi

    Save Water Essay - Water Conservation in Hindi (800 words) पानी मानवता के लिए प्रकृति का एक अनमोल उपहार है। पानी प्रकृति में उन सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है जो इस धरती पर जीवन का ...

  7. Save Water Essay in Hindi जल बचाओ पर निबंध

    What are 10 uses of water in Hindi sentences. Essay on jal hi jeevan hai in Hindi or anything about save water in Hindi in detail. Save Water Essay in Hindi 300 Words (जल संरक्षण पर निबंध)जल जीवन का आधार है, अगर जल है तो हम है। बिना जल के जीवन सभव नहीं है ...

  8. जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay In Hindi)

    Join Telegram Channel . जल संरक्षण पर निबंध (Water Conservation Essay In Hindi) इस पोस्ट में हमने जल संरक्षण पर निबंध (Save Water Essay In Hindi) एकदम सरल, सहज और स्पष्ट भाषा में लिखने का प्रयास किया है। जल ...

  9. Essay On Save Water In Hindi जल संरक्षण पर निबंध

    August 30, 2019 by Knowledge Dabba. इस निबंध Essay On Save Water In Hindi में जल संरक्षण का महत्व पर निबंध (Jal Sanrakshan Par Nibandh) लेखन का प्रयास है। जल जीवन रूपी अमृत है जो धरती पर जीवों ...

  10. Essay on save water in Hindi

    जल संरक्षण पर निबंध 500 शब्दों में (Essay on save water in Hindi) जल संरक्षण निबंध से संबंधित कुछ अन्य शीर्षक हैं जिनके लिए आप इस निबंध को इस्तेमाल कर ...

  11. पानी बचाओ पर निबंध

    Essay on Save water in Hindi, पानी बचाओ पर निबंध: - पानी मानवता के लिए भगवान का एक उपहार है। वर्तमान में प्रयोग करने योग्य पानी की कमी दुनिया भर में ...

  12. Save water essay in hindi, article, paragraph: पानी बचाओ पर निबंध, लेख

    पानी बचाओ पर निबंध, save water essay in hindi (150 शब्द) पानी मानवता को प्रकृति द्वारा दिए गए सबसे अनमोल उपहारों में से एक है। पृथ्वी पर जीवन केवल पानी ...

  13. जल संरक्षण पर निबंध Save Water Essay In Hindi

    जल संरक्षण पर निबंध Save Water Essay In Hindi स्रष्टि के पंचभौतिक पदार्थो में जल का सर्वाधिक महत्व है.और यही जीवन का आधार है. इस धरती पर जल संरक्षण के कारण ही पेड़-पौधों ...

  14. पानी की बर्बादी रोकने के 18 तरीके How To Save Water in Hindi

    1. घरेलू जल सरंक्षण / How to save water at home. दाढ़ी बनाते समय, ब्रश करते समय, सिंक में बर्तन धोते समय, नल तभी खोलें जब सचमुच पानी की ज़रूरत हो।. गाड़ी धोते ...

  15. Save Water Save Life Essay in Hindi

    Save Water Save Life Essay in Hindi - जल बचाओ जीवन बचाओ. जल पृथ्वी पर मनुष्य के अस्तित्व का एक अत्यधिक आवश्यक हिस्सा बन गया है। इस प्रकार, पानी के महत्व की तुलना हवा के महत्व ...

  16. Essay On Save Water In Hindi

    पानी की बचत पर निबंध, उपाय, नारे, कविता, चित्र, स्लोगन, महत्व, जल संरक्षण (Save Water Essay, Slogans, Quotes, Poster, Save Life, Poem In Hindi) दोस्तों पृथ्वी पर पानी सभी जीव ...

  17. save water essay in hindi। जल संरक्षण पर निबंध

    save water essay in hindi। जल संरक्षण पर निबंध. जल जिसे हम पानी के रूप में प्राय सम्बोधित करते है प्रत्येक प्राणी के जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। आज हम ...

  18. 10 Lines on Save Water in Hindi

    Save Water Slogans in Hindi. ( Set-2 ) 10 Lines on Save the Water in Hindi for students. 5 Lines on Save Water in Hindi. 1. पानी मनुष्य, पशु, पक्षी और वनस्पति की जरूरत है जिसके बिना वह जीवित नहीं रह सकते।. 2.

  19. जल पर निबंध 10 Lines (Essay On Water in Hindi) 100, 150, 200, 250, 300

    जल निबंध पर (Essay On Water in Hindi) - पानी, पृथ्वी पर जीवित प्राणियों के अस्तित्व का कारण, ग्रह का 70% से अधिक हिस्सा है। जल वह जादुई तरल है, जो जानवरों,

  20. Insights Ias

    The National Water Mission targets increasing water use efficiency by 20% by 2025. The Atal Mission on Rejuvenation and Urban Transformation (AMRUT) 2.0 calls for reducing non-revenue water, which is lost before it reaches the end user, to less than 20% in urban local bodies.

  21. जल संरक्षण पर निबंध

    Save Water Essay in Hindi: जल पृथ्वी पर अस्तित्व का एक आवश्यक घटक है। पानी के अभाव में अस्तित्व संभव नहीं हो पाता। वायु की तरह ही जल भी एक आवश्यक तत्व है। सभी जीवन पृथ्वी ...